बिहार के ये डॉक्टर केवल 10 रुपये में करते हैं मरीजों का इलाज, और तो और मुफ्त में भी मिलती है दवाई
महंगाई के इस दौरा में एक निम्न वर्ग से अपना सम्बन्ध रखने वाले परिवार के लिए हॉस्पिटल का खर्चा चलाना काफी मुश्किल है. कई मिडिल क्लास और गरीब परिवार के लोग बस इसलिए अपनी जान गँवा देते हैं, क्योंकि उनके पास इलाज के पैसे नहीं होते हैं. आज के समय में लगभग हर कोई अपनी कई तरह के स्वास्थ्य की समस्या से जूझ रहा है. लेकिन हॉस्पिटल का खर्चा उठाना हर किसी के बस की बात नहीं. यदि एक बार अस्पताल के चक्कर लग जाएँ तो हम अपनी ज़िन्दगी की अच्छी खासी कमाई गँवा देते हैं. भविष्य में किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए अभी से हीं कई तरह की स्वास्थ्य बीमा बनवाते हैं. लेकिन आज हम आपको एक ऐसे डॉक्टर के बारे में बतायेंगे जो आज के समय में मानवता की मिसाल पेश कर रहे हैं. आज हम जिस डॉक्टर के बारे में आपको बतायेंगे उनके पास कई मरीजों की लाइन लगी होती है.
हम अभी तक जिन डॉक्टर की चर्चा कर रहे थे, उनका नाम डॉक्टर ओमप्रकाश आर्य है. ये बिहार में नालंदा के परबलपुर बाज़ार के रहने वाले हैं. जहाँ दूसरे डॉक्टर किसी तरह के इलाज के लिए हजारों रुपये तक लेते हैं, वहीँ ये बिहार के नालंदा जिले के रहने वाले ये डॉक्टर महज 10 रुपये में हीं लोगों का इलाज करते हैं. मानवता की मिसाल पेश करने वाले ये डॉक्टर पिछले 45 सालों से लोगों के बीच अपनी सेवा दे रहे हैं. जब इन्होने शुरुआत कि तो ये अपनी फीस केवल 2 रुपये लेते थे. 2 रुपये से इन्होने अपनी फीस 5 रुपये तक की. फिर 8 रुपये फीस हुए और अब 10 रुपये फीस पर ये लोगों के इलाज कर रहे हैं.
डॉक्टर ओमप्रकाश तब तक इसी फीस पर लोगों के इलाज करेंगे, जब तक वे जीवित रहेंगे. ये इसी दस रुपये की फीस में अपने क्लिनिक का मेंटेनेंस और स्टाफ खर्च सब कुछ मैनेज करते हैं. डॉक्टर साहब के साथ एक नर्स सहित छह लोग काम करते हैं. इनकी क्लिनिक नालंदा जिला में परबलपुर NH 33 पर एक किराए के मकान में टीन शेड के नीचे है. यहाँ जब मरीज सुई लेने या स्लाइन चढ़वाने पहुँचते हैं तो इसके लिए उनसे 10 रुपये अलग से चार्ज लिए जाते हैं. यहाँ नर्सिंग के लिए इंटर्नशिप करने वाले भी डेढ़ दर्जन छात्र पहुँचते हैं.
वैसे मरीज जो लाचार और बेबस होते हैं, उन्हें यहाँ दवाई भी मुफ्त में हीं मिलती है. और अन्य मरीजों को ये सस्ते दामों में दवाई उपलब्ध करवाते हैं. NDTV के मुताबिक यहाँ एक दिन में करीब 300 मरीज अपने इलाज के लिए पहुँचते हैं. यहाँ इमरजेंसी में पहुंचे मरीज को प्राथमिकता दी जाती है. यहाँ पहुंचे कुछ मरीजों ने तो यह भी बताया कि डॉक्टर साहब फीस कम लेने के साथ हीं बहुत अच्छी तरीके से इलाज भी करते हैं. यहाँ पहुँचने वाले मरीजों ने तो यह भी बताया कि डॉक्टर पहले से काफी बूढ़े हो गये हैं. इनके जाने के बाद पता नहीं हमलोगों का क्या होगा. डॉक्टर ओमप्रकाश आर्य द्वारा गरीब मरीजों के लिए इस तरह का सेवा भाव वाकई सराहनीय है.
इन्होने रांची से MBBS जनरल फिजिशियन किया है. ये नालंदा में हीं बेन प्रखंड हरि ओमपुर गाँव के रहने वाले हैं. इनकी दो बेटियां और एक बेटा है. बड़ी बेटी स्वेता स्त्री रोग विशेषज्ञ है और दूसरी बीटा नेहा शिशु रोग विशेषज्ञ है. वहीँ बेटे राजीव रंजन आर्य बंगलौर में एक कंस्ट्रक्शन इंजिनियर हैं.
क्या आप भी किसी ऐसे डॉक्टर के बारे में जानते हैं. अगर हाँ तो हमें कमेंट में उनके बारे में जरुर बताएं.