बिहार में बाढ़ से प्रभावित जिलों की संख्या लगातार बढता जा रहा है. अब बाढ़ की चपेट में समस्तीपुर आ गया है. इस तरह से प्रदेश में बाढ़ की चपेट में आने वाले राज्यों की संख्या 12 हो गई है. इससे 29 लाख 62 हजार से अधिक आबादी बाढ़ की चपेट में आ गए हैं.
इधर आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्रुडु ने मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि बाढ़ पीडि़तों के लिए राहत और बचाव कार्य युद्ध स्तर पर चलाए जा रहे हैं. विभिन्न जिलों में 808 सामुदायिक किचेन चलाए जा रहे हैं. यहां पर प्रतिदिन चार लाख 19 हजार लोगों को भोजन कराया जा रहा है. राज्य में 26 राहत शिविर भी लगाए गए हैं, जहां पर करीब 23 हजार लोगों को रखा गया है. बाढ़ के कारण राज्य में अभी-तक आठ लोगों और चार पशुओं की मृत्यु हुई है.
बताया जाता है कि सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, गोपालगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, खगडि़या और सारण जिलों के 93 प्रखंडों की 765 पंचायतें बाढ़ प्रभावित हैं. इन 765 पंचायतों में स्थित प्राथमिक से लेकर प्लसटू स्कूलों पर बाढ़ का व्यापक असर हुआ है. यहां करोड़ों रुपए के नुकसान की बात सामने आ रही है. किसी का भवन क्षतिग्रस्त हो गया है तो कुछ स्कूलों का पूरा भवन ही पानी में समाहित हो गया है. कई स्कूलों में बेंच-डेस्क तक डूबे हुए हैं.