50 rupee note: क्या पुराने नोट प्रचलन से हो जायेंगे बंद?जल्द जारी होगा 50 रुपये का नया नोट

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने हाल ही में 50 रुपये मूल्यवर्ग के नए बैंक नोट जारी करने की घोषणा की है, जो नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर के साथ होंगे। संजय मल्होत्रा को दिसंबर 2024 में भारतीय रिजर्व बैंक के 26वें गवर्नर के रूप में नियुक्त किया गया था, जिन्होंने शक्तिकांत दास का स्थान लिया। नए 50 रुपये के नोट महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला के तहत जारी किए जाएंगे, जो पहले से प्रचलित डिजाइन को बनाए रखेंगे। यह कदम भारत की मौद्रिक प्रणाली की निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है। हालांकि, इस खबर के बाद कई लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि इस नए नोट के आने के बाद क्या पुराने 50 रुपये के नोट मार्केट में बंद हो जायेगा. तो क्या है इस सवाल का जवाब, चलिए आज हम इसके बारे में आपको बताते हैं.

आपको बता दें कि आरबीआई ने यह स्पष्ट किया है कि पुराने 50 रुपये के नोट, चाहे वे किसी भी गवर्नर के हस्ताक्षर वाले हों, वैध मुद्रा के रूप में उपयोग में रहेंगे। यानी इससे स्पष्ट है कि पुराने 50 रुपये के नोट चलन से बंद नहीं होंगे.

50 rupee note

तो चलिए अब जानते हैं कि 50 रुपये के नए नोटों में क्या बदलाव हुए हैं?

नए 50 रुपये के बैंक नोटों का डिजाइन पहले जैसा ही रहेगा, जैसा कि महात्मा गांधी (नई) श्रृंखला में देखा गया था। इस श्रृंखला का उद्देश्य सुरक्षा सुविधाओं को बढ़ाना और नकली मुद्रा की समस्याओं को रोकना है। नोट के एक पक्ष पर महात्मा गांधी का चित्र और दूसरे पक्ष पर भारतीय सांस्कृतिक प्रतीकों को बनाए रखा जाएगा। इन नोटों में सबसे बड़ा बदलाव केवल भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर संजय मल्होत्रा के हस्ताक्षर का है। इसके अलावा, आरबीआई द्वारा किसी अन्य डिजाइन परिवर्तन की घोषणा नहीं की गई है। इसका मतलब है कि नए नोटों का रूपरंग और डिजाइन पुराने नोटों से लगभग समान रहेगा, केवल हस्ताक्षर में परिवर्तन होगा।

आरबीआई ने यह पुष्टि की है कि पुराने 50 रुपये के नोट पूरी तरह से मान्य होंगे। इसका मतलब है कि पुराने नोटों पर जिन गवर्नरों के हस्ताक्षर थे, वे अब भी कानूनी रूप से मान्य हैं और उनका उपयोग जारी रहेगा। उदाहरण के लिए, शक्तिकांत दास द्वारा साइन किए गए नोट, जो 50 रुपये के मूल्यवर्ग में थे, वे अब भी प्रचलन में रहेंगे, जबकि संजय मल्होत्रा के साइन वाले नए नोटों का प्रचलन धीरेधीरे शुरू होगा।

50 rupee note

भारतीय रिजर्व बैंक के लिए यह सामान्य प्रक्रिया है कि जब एक नया गवर्नर पदभार ग्रहण करता है, तो वह पुराने नोटों के मुकाबले अपने हस्ताक्षर वाले नए नोट जारी करता है। यह कदम पूरी तरह से तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा है। इससे नोटों पर गवर्नर के हस्ताक्षर अद्यतित रहते हैं और आधिकारिक रिकॉर्ड को अपडेट करने में मदद मिलती है। इस प्रकार की प्रक्रिया में पुराने नोटों को रिटायर या बदलने की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि पहले जारी किए गए नोट तब भी कानूनी रूप से मान्य रहते हैं।

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