टी20 क्रिकेट में लगातार 4 गेंदों पर 4 विकेट लेने वाला विश्व का पहला गेंदबाज
मां चाहती थी पढ़–लिखकर नौकरी करे, लेकिन स्कूल बंक करके क्रिकेट खेलने भाग जाता था बेटा
गरीबी से निकलकर जो बना विश्व क्रिकेट का सर्वश्रेष्ठ टी20 प्लेयर
नंबर-9 पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 92 रनों की पारी खेलकर बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
खिलाड़ी, जिसका वनडे इंटरनेशनल में है उच्चतम करियर स्ट्राइक रेट
टी20 क्रिकेट में लगातार 4 गेंदों पर 4 विकेट लेने वाला विश्व का पहला गेंदबाज
विश्व क्रिकेट में कुछ ऐसे खिलाड़ी हुए, जिसके नाम से ही विरोधियों के कान खड़े हो जाया करते हैं. विश्व क्रिकेट की एक टीम है वेस्टइंडीज जिसने दुनिया को सबसे ज्यादा खूंखार खिलाड़ी दिए हैं. क्रिकेट का सबसे छोटा फॉर्मेट टी20 क्रिकेट वेस्टइंडीज की टीम को खूब भाया. ये हम नहीं आंकड़े कहते हैं, वेस्टइंडीज की ही टीम ने सबसे अधिक 2 बार टी20 वर्ल्ड कप ट्रॉफी जीती है. इस टीम के कुछ खिलाड़ियों की गिनती विश्व के सर्वश्रेष्ठ टी20 प्लेयर के रूप में होती है. ऐसे ही एक खिलाड़ी की आज के अंक में बात करने वाले हैं.
इस लेख में बात होगी उस खिलाड़ी की, जिसने अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी और शानदार गेंदबाजी से पूरी दुनिया में नाम कमाया है. खिलाड़ी जब अब अपने फुल फ्लो में होता है तो किसी की नहीं चलने देता. विरोधी टीम इनके नाम से ही कांपती है. लेकिन क्या आपको पता है इस खिलाड़ी का बचपन कितनी कठिनायों से गुजरा. गरीबी में बचपन गुजारकर इस खिलाड़ी ने केवल अपनी मेहनत के दम पर सफलता पाई है. दोस्तों, हम बात कर रहे विश्व के सबसे खतरनाक ऑलराउंडरों में से एक वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल के बारे में. वेस्टइंडीज के आंद्रे रसेल निःसंदेह टी20 क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक हैं. कई मौकों पर अपने खेल से रसेल ने मैच पलटा है और विरोधियों से जीती बाजी छीन ली है. यही कारण है कि विरोधी टीम रसेल का विकेट सबसे जल्दी चाहते हैं क्योंकि उनको पता है कि एक बार रसेल के पांव जम गए, तो फिर उनके हाथ कुछ नहीं लगेगा.
आंद्रे रसेल का जन्म 29 अप्रैल, 1988 को किंग्स्टन, जमैका में हुआ था. उनके पिता का नाम माइकल रसेल और मां का नाम सैन्ड्रा डेविस है. रसेल जब छोटे थे तब उबके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी इसलिए मां चाहती थी कि रसेल पढ़–लिखकर कोई अच्छी नौकरी करें लेकिन रसेल की दिलचस्पी तो सिर्फ खेल में थी. मां चाहती थी बेटा पढ़े–लिखे लेकिन रसेल का पढ़ाई–लिखाई में जरा सा भी मन नहीं लगता था. बचपन में सरकारी स्कूल में पढ़ाई करने के दौरान रसेल अक्सर स्कूल बंक करके मैदान में क्रिकेट खेलने निकल जाया करते थे. रसेल ने मन ही मन तय कर लिया था कि वो क्रिकेट में ही अपना करियर बनाएंगे. लेकिन वो अपने घर वालों को भी निराश नहीं करना चाहते थे और इसलिए उन्होंने अपनी मां से 2 साल का समय मांगा. रसेल ने अपनी मां से कहा कि अगर 2 सालों में वो सफल नहीं हो पाए तो वो जैसा कहेंगी वे वैसा ही करेंगे. रसेल ने इस दौरान दिन–रात एक कर दिया, क्रिकेट की भट्टी में उन्होंने खुद को झोंक दिया.
अपनी मां को दिए गए समय में उन्हें सफलता तो नहीं मिली लेकिन उनकी मेहनत और लगन को देखकर परिवार को समझ आ गया था कि रसेल आज नहीं तो कल जरुर सफल होंगे. अब रसेल के साथ उनका परिवार भी था.
घरवालों के साथ और रसेल की कड़ी मेहनत रंग लाइ और 2007 में पहली बार आंद्रे रसेल को फर्स्ट क्लास क्रिकेट में जमैका की तरफ से खेलने का मौका मिला. अपने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन से रसेल ने सबका दिल जीत लिया था. बर्नाड्स ग्रीन क्रिकेट क्लब में अपने दमदार ऑलराउंड प्रदर्शन से उन्होंने राष्ट्रीय चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचा और वो दिन भी आ गया जिसका ख्वाब रसेल बचपन से देख रहे थे. नवंबर, 2010 में श्रीलंका के खिलाफ खेले जाने वाले सीरीज के लिए आंद्रे रसेल को पहली बार वेस्टइंडीज की टीम में शामिल किया गया था. आमतौर पर किसी भी खिलाड़ी को पहली बार वनडे या फिर टी20 टीम में शामिल किया जाता है लेकिन रसेल के साथ ऐसा नहीं हुआ. वो पहली बार वेस्टइंडीज की तरफ से टेस्ट ही खेले.
15 नवंबर, 2010 को आंद्रे रसेल ने गाले में श्रीलंका के खिलाफ अपना टेस्ट अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था. अपने पहले टेस्ट मैच में रसेल ने 2 रन बनाए थे और 1 विकेट चटकाया था. इस मैच में क्रिस गेल ने 333 रनों की पारी खेली थी और मैच ड्रा पर खत्म हुआ था. आपको जानकर हैरानी होगी कि यह पहला टेस्ट ही रसेल का आखिरी भी रहा. इसके बाद रसेल को एक भी टेस्ट के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है.
वनडे अंतराष्ट्रीय में भी रसेल ने डेब्यू किया तो सीधे वर्ल्ड कप में. 2011 वर्ल्ड कप में आयरलैंड के खिलाफ रसेल ने अपना पहला वनडे अंतराष्ट्रीय मैच खेला था. इस मैच में रसेल ने बल्ले से तो कुछ खास कमाल नहीं किया था लेकिन गेंद से छाप छोड़ने में कामयाब हुए थे. वर्ल्ड कप के खत्म होने के बाद पाकिस्तान की टीम ने वेस्टइंडीज का दौरा किया था और रसेल ने इसी दौरान अपना टी20 अंतराष्ट्रीय डेब्यू किया था. 21 अप्रैल, 2011 को रसेल ने ग्रोस आइलेट में पाकिस्तान के खिलाफ अपना पहला टी20 इंटरनेशनल मुकाबला खेला था. अपने पहले टी20आई में रसेल शून्य पर आउट हुए थे और उन्हें कोई विकेट भी नहीं मिला था. हालांकि वेस्टइंडीज ने ये मुकाबला 7 रनों से जीता था. यह पूरा होम सीरीज रसेल के लिए बेहद निराशाजनक रहा था. लेकिन रसेल ने इसके बाद भारत के खिलाफ वनडे सीरीज में दमदार वापसी की. सीरीज के पहले 2 वनडे से ड्रॉप होने के बाद रसेल को तीसरे वनडे में प्लेइंग-11 में शामिल किया गया और रसेल ने इसी मुकाबले में दिखा दिया कि उनमें कितना दम–ख़म है. उन्होंने 64 गेंदों पर 92 रनों की पारी खेली, वो भी तब जब उनकी टीम घोर संकट में थी. जब रसेल बल्लेबाजी करने आए थे, तब वेस्टइंडीज का स्कोर 96/7 था. किंग्स्टन के सबीना पार्क में खेले गए पांचवें वनडे में रसेल को ‘प्लेयर ऑफ द मैच‘ चुना गया था क्योंकि इस मुकाबले में 8.3 ओवरों में रसेल ने 35 रन खर्च करते हुए 4 विकेट चटकाए थे और भारत को 47.1 ओवरों में 251 रनों पर समेट दिया था.
फिर आया साल 2012, जब वेस्टइंडीज की टीम ने पहली बार टी20 वर्ल्ड कप पर कब्जा किया था, रसेल टीम का हिस्सा थे. अब रसेल को सब जान रहे थे. उनको 2012 इंडियन प्रीमियर लीग(आईपीएल) ऑक्शन में दिल्ली डेयरडेविल्स(जो अब दिल्ली कैपिटल्स है) ने 4 लाख 50 हजार us डॉलर यानी 2.18 करोड़ रूपए में खरीदकर अपने साथ शामिल किया.
21 सितंबर, 2013 को इंडिया ए के खिलाफ मैच में रसेल ने अनूठा कारनामा कर विश्व रिकॉर्ड बना दिया. खेले गए इस टी20 मैच में रसेल ने लगातार 4 गेंदों पर 4 विकेट चटका लिए थे और टी20 क्रिकेट में ऐसा करने वाले वो पहले गेंदबाज बने.
2014 आईपीएल सीजन से पहले रसेल को कोलकाता नाइट राइडर्स ने खरीदकर अपने साथ जोड़ लिया और अंतिम के ओवरों में बल्लेबाजी करने के लिए वो टीम के प्रमुख बल्लेबाज साबित हुए. 2015 में अपने प्रदर्शन के चलते रसेल को सीजन के cricinfo ipl xi में शामिल किया गया था.
2016 में वेस्टइंडीज की टीम ने दूसरी बार टी20 वर्ल्ड कप पर कब्जा कर लिया और रसेल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ICC , cricinfo और क्रिकबज ने ‘टीम ऑफ द टूर्नामेंट‘ में चुना. इस वर्ल्ड कप जीत के बाद रसेल का कद काफी बढ़ गया और उन्हें दुनियाभर के टी20 फ्रेंचाइजियों ने अपनी तरफ से खेलने के लिए न्योता भेजा. रसेल खेले भी, आईपीएल के अलावा कैरिबियन प्रीमियर लीग, अफगानिस्तान प्रीमियर लीग, बांग्लादेश प्रीमियर लीग और ग्लोबल टी20 कनाडा क्रिकेट टूर्नामेंट में वो खेलते हुए नजर आए. CPL यानी कैरिबियन प्रीमियर लीग में सबसे तेज शतक लगाने का रिकॉर्ड रसेल के ही नाम है. 16 अगस्त, 2016 को रसेल ने 42 गेंदों में अपना शतक पूरा किया था, फिर 2018 में 40 गेंदों में शतक बनाकर रसेल ने अपने ही रिकॉर्ड को तोड़ा.
साल 2016 रसेल के लिए बेहद अच्छा भी रहा और खराब भी. जमैका एंटी–डोपिंग कमीशन (JADCO) के अनुसार, 2016 में रसेल ने 12 महीने की अवधि में तीन डोपिंग टेस्ट मिस करने के बाद “एंटी–डोपिंग ठिकाने” का उल्लंघन किया और 31 जनवरी 2017 को रसेल को एक साल के लिए क्रिकेट से प्रतिबंधित कर दिया गया था. फिर 2018 में वो अफगानिस्तान प्रीमियर लीग खेले, जो कि लीग का पहला एडिशन था, फिर वो 2018-19 बांग्लादेश प्रीमियर लीग भी खेलते नजर आए.
अप्रैल, 2019 में रसेल को वर्ल्ड कप के लिए वेस्टइंडीज के स्क्वाड में शामिल किया गया था और इस दौरान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मुकाबले में रसेल(गेंदों के मामले में) वनडे इंटरनेशनल में सबसे तेज 1000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. रसेल ने अपने 1000 वनडे इंटरनेशनल रन 767 गेंदों पर पूरे किए थे. हालांकि, 24 जून 2019 को नी–इंजरी के चलते रसेल पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए थे.
2019 आईपीएल सीजन, रसेल के लिए बेहद खास रहा था, जहां उन्होंने 205 से ज्यादा की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की थी, जो कि एक रिकॉर्ड बन गया. रसेल को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट‘ चुना गया था. उनकी टीम उस सीजन भले ही खिताब नहीं जीत सकी लेकिन रसेल टीम के लीडिंग रन स्कोरर और विकेट टेकर बने था. यही नहीं वो टूर्नामेंट के भी तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे. उस सीजन रसेल ने कुल 52 छक्के जड़े थे, जो क्रिस गेल के बाद एक सीजन में किसी खिलाड़ी द्वारा सर्वाधिक था.
अक्टूबर 2020 में वो लंका प्रीमयर लीग खेले और 2021 में पाकिस्तान सुपर लीग का हिस्सा बने. 2021 में इंग्लैंड की ‘द हंड्रेड‘ क्रिकेट लीग में उन्हें साउदर्न ब्रेव ने चुना और 2022 में उन्हें मेनचेस्टर ओरिजिनल्स ने ख़रीदा. 13 अप्रैल, 2021 को आईपीएल में मुंबई इंडियन्स के खिलाफ मैच में रसेल ने मात्र 2 ओवर में 15 रन देकर 5 विकेट चटका लिए थे लेकिन बल्लेबाजी में वो 15 गेंदों पर सिर्फ 9 रन ही बना पाए और उनकी टीम कोलकाता वह मैच 10 रन से हार गई थी.
रसेल की एक बार फिर वेस्टइंडीज टीम में वापसी हुई, 9 जुलाई, 2021 को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के पहले टी20 मुकाबले में रसेल ने अपने टी20 इंटरनेशनल करियर का पहला अर्धशतक जड़ा था. उन्होंने 28 गेंदों पर 51 रनों की तूफानी पारी खेलकर वेस्टइंडीज का स्कोर 150 तक पहुंचाया था. रसेल को ICC मेन्स टी20 वर्ल्ड कप 2021 के लिए वेस्टइंडीज की टीम में चुना गया था.
रसेल 2019 के बाद से वेस्टइंडीज के लिए एक भी वनडे नहीं खेले हैं और 2021 के बाद से टी20 इंटरनेशनल. 17 जून, 2019 को बांग्लादेश के विरुद्ध आखिरी बार रसेल को वेस्टइंडीज की तरफ से कोई वनडे मैच खेलते हुए देखा गया था वहीं आखिरी बार 6 नवंबर, 2021 को पाकिस्तान के खिलाफ वो टी20 इंटरनेशनल खेलते हुए दिखे थे.
वेस्टइंडीज के लिए सिर्फ 1 टेस्ट खेलने वाले आंद्रे रसेल के क्रिकेट करियर पर नजर डालें तो उन्होंने 56 वनडे इंटरनेशनल और 67 टी20 इंटरनेशनल खेले हैं. वनडे इंटरनेशनल में उन्होंने 27.21 की एवरेज से 1034 रन बनाए हैं और 70 विकेट उनके नाम हैं. टी20 इंटरनेशनल की बात करें तो उन्होंने 741 रन बनाए हैं और 39 विकेट उनके नाम दर्ज हैं. ओवरऑल रसेल ने कुल 432 टी20 मैचों में 7,277 रन बनाए हैं और कुल 385 विकेट चटकाए हैं.
आंद्रे रसेल के निजी जीवन की बात करें तो उन्होंने 2016 में एक अमेरिकन मॉडल Jassym Lora से शादी रचाई थी, दोनों की एक बेटी भी हैं. ये बात बेहद कम लोगों को पता है कि रसेल भी ड्वेन ब्रावो की तरह एक सिंगर भी हैं. 2014 में ‘Dre Russ’ के नाम से उन्होंने बतौर रिकॉर्डिंग आर्टिस्ट अपने दूसरी पारी का आगाज किया था. नवंबर, 2014 में उनके दो गाने रिलीज़ हुए थे, जिसमें एक गाना बिनी मैन के साथ था.
जमैका के एक विश्व स्तरीय सीम–बॉलिंग ऑलराउंडर, आंद्रे रसेल ने अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू 19 साल की उम्र में और टेस्ट डेब्यू 22 साल की उम्र में किया था, लेकिन उनकी पहचान एक टी20 लीजेंड के रूप में होती है, जिसकी मांग समूचे दुनिया के फ्रेंचाइजी लीग में होती है और शायद इसी के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा. हालांकि अभी उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास का भी ऐलान नहीं किया है इसलिए उन्हें वेस्टइंडीज के रंगों में देखा जाएगा. चक दे क्रिकेट की पूरी टीम सुपरस्टार क्रिकेटर आंद्रे रसेल के उज्जवल भविष्य की कामना करती है.