bank statement: जानिये साल में कितनी बार बैंक स्टेटमेंट चेक करना है जरुरी?
आपमें से अधिकतर लोगों के पास बैंक अकाउंट होगा. बैंक से हीं जुड़ा एक दस्तावेज है बैंक स्टेटमेंट. बैंक स्टेटमेंट एक दस्तावेज है, जिसमें आपके बैंक खाते के अंदर एक निश्चित समय अवधि में हुए सभी लेन–देन की जानकारी होती है। यह स्टेटमेंट आपके खाते में जमा, निकासी, शुल्क और अन्य लेन–देन की पूरी जानकारी प्रदान करता है। इसमें आपके खाते का बैलेंस, जमा की गई राशि, निकाली गई राशि और कोई भी चार्ज शामिल होते हैं। इस दस्तावेज़ का नियमित रूप से पालन करना आपके लिए कई लाभकारी हो सकता है। हालांकि, बहुत से लोग अपनी बैंक स्टेटमेंट का सही तरीके से इस्तेमाल नहीं करते, और केवल तब देखते हैं जब उन्हें यह किसी जरूरी काम के लिए चाहिए होती है। लेकिन यह आदत ठीक नहीं है, क्योंकि नियमित रूप से बैंक स्टेटमेंट चेक करने से आप अपनी वित्तीय स्थिति को बेहतर तरीके से समझ सकते हैं। बैंक स्टेटमेंट कितना जरुरी है, यह तो आपने समझ लिया. लेकिन क्या आपको पता है कि बैंक स्टेटमेंट को कब–कब चेक करनी चाहिए. अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बतायेंगे.
आमतौर पर बैंक स्टेटमेंट की जांच कभी–कभी हीं की जाती है, खासकर तब जब लोन के लिए आवेदन करना हो या किसी अन्य प्रक्रिया के लिए जरूरत हो। लेकिन असल में आपको महीने में कम से कम एक बार अपनी बैंक स्टेटमेंट की जांच जरूर करनी चाहिए। साल में 12 बार अपनी बैंक स्टेटमेंट चेक करना आपके लिए फायदेमंद साबित हो सकता है। आइये, हम आपको बताते हैं कि नियमित बैंक स्टेटमेंट चेक करने के क्या फायदे हो सकते हैं:
1. बैंक चार्जेज की जानकारी
बैंक स्टेटमेंट चेक करने से आपको यह जानकारी मिल सकती है कि बैंक आपके खाते से किसी कारणवश कोई शुल्क तो नहीं काट रहा। कई बैंक अपने ग्राहकों से विभिन्न प्रकार के चार्ज वसूलते हैं, जैसे कि फिजिकल अकाउंट स्टेटमेंट, डुप्लीकेट पासबुक, वार्षिक डेबिट कार्ड शुल्क आदि। यदि आपके खाते से बिना किसी कारण चार्ज काटा जाता है, तो आपको इसकी जानकारी बैंक स्टेटमेंट से मिल सकती है। आप इन शुल्कों को लेकर बैंक से शिकायत कर सकते हैं या उन्हें हटा सकते हैं।
2. फ्रॉड (धोखाधड़ी) का शिकार होने पर तुरंत जानकारी
बैंक स्टेटमेंट से यह भी पता चलता है कि आपके खाते से कोई अनधिकृत लेन–देन हुआ है या नहीं। आजकल बैंक फ्रॉड बहुत बढ़ गया है, हालांकि बैंक आपको हर लेन–देन पर एसएमएस या ईमेल के माध्यम से सूचित करता है, लेकिन कई बार इन सूचनाओं में देरी हो जाती है। अगर आपके खाते से कोई धोखाधड़ी होती है, तो बैंक स्टेटमेंट की मदद से आप यह पता लगा सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है, जो धोखाधड़ी का प्रमाण बनने में मदद कर सकता है।
3. निवेश में मदद
यदि आप नियमित रूप से अपनी बैंक स्टेटमेंट की जांच करते हैं, तो आपको यह पता चल सकता है कि आपके खाते में कितना बैलेंस पड़ा है। इससे आप अपने खाते में पड़े अतिरिक्त पैसे को निवेश करने के बारे में सोच सकते हैं, ताकि आप उसे अपने बचत खाते की तुलना में ज्यादा रिटर्न प्राप्त कर सकें। इस तरह से आप अपनी आय को बढ़ाने के तरीके खोज सकते हैं।
4. खर्चों पर नजर रखना
अपने खर्चों पर नजर रखना भी बहुत महत्वपूर्ण है। बैंक स्टेटमेंट की मदद से आप यह ट्रैक कर सकते हैं कि आपने किस–किस जगह पर पैसा खर्च किया है और कितना खर्च किया है। अगर आप बिना सोचे–समझे ज्यादा खर्च कर रहे हैं, तो बैंक स्टेटमेंट पर आपको यह देखने को मिल सकता है। उदाहरण के लिए, अगर आप रेस्तरां में बार–बार खाते हैं या ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं, तो आपको ये खर्च आपके स्टेटमेंट पर नजर आएंगे। आप इस जानकारी का उपयोग करके अपने खर्चों को नियंत्रित कर सकते हैं और बचत कर सकते हैं।
5. वित्तीय स्थिति की बेहतर समझ
बैंक स्टेटमेंट आपको अपनी वित्तीय स्थिति का स्पष्ट चित्र देता है। इससे आप यह जान सकते हैं कि आपके पास कितने पैसे उपलब्ध है और आपके पास कौन सी ज़रूरी निधियां हैं। इसके माध्यम से आप यह भी निर्धारित कर सकते हैं कि आपका खर्च किस दिशा में बढ़ रहा है और कहां कटौती की आवश्यकता है। यह आपको एक सही दिशा में अपने वित्तीय लक्ष्य को तय करने में मदद करता है।
6. वित्तीय योजनाओं के लिए दिशा
बैंक स्टेटमेंट की मदद से आप अपनी वित्तीय योजनाओं का बेहतर तरीके से निर्धारण कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, अगर आप भविष्य में घर खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो बैंक स्टेटमेंट से आप यह देख सकते हैं कि आपकी बचत कितनी हो रही है और कितना पैसा निवेशित किया जा सकता है। इस तरह आप अपनी वित्तीय योजनाओं के लिए आवश्यक कदम उठा सकते हैं।