आगामी लोकसभा चुनाव को वैसे तो अब गिने चुने दिन रह गए हैं लेकिन अभी भी कई पार्टियों ने आपने-अपने सीटों के प्रत्याशियों का नाम फाइनल नहीं किया है. आजकल सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में जो लोकसभा सीट है वो बेगुसराय की सीट है. पहले किसी भी चुनाव में यह लोकसभा सीट इतनी सुर्ख़ियों में नहीं रही. सुर्ख़ियों में रहने की सबसे बड़ी वजह है सीपीआई ने जेएनयू छात्र संघ के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार के लिए छह महीने पहले से ही इस सीट पर अपनी दावेदारी ठोक रखी है. तभी से कन्हैया कुमार इस लोकसभा क्षेत्र में काफी सक्रीय भी रहे हैं.
लेकिन अभी भी इस सीट को लेकर पेंच फंसा हुआ है. इस पेंच का मुख्य कारण राष्ट्रीय जनता दल का रवैया है. जानकारी के मुताबिक़ बिहार महागठबंधन में कांग्रेस और राजद के अलावा सीपीआई भी होगी. सीपीआई युवा वर्ग की हमदर्द पार्टी मानी जाती है इसलिए सीपीआई कन्हैया कुमार के नाम पर कोई समझौता नहीं करना चाहती है. कांग्रेस को भी कन्हैया कुमार के नाम पर कोई आपत्ति नहीं है.
हालांकि कन्हैया कुमार पर देशद्रोह का संगीन आरोप है. दिल्ली पुलिस ने कन्हैया कुमार के खिलाफ चार्जशीट भी तैयार कर रखी है. फिर भी महागठबंधन में उन्हें एक गंभीर चेहरे के तौर पर उभारा जा रहा है. एनडीए में भी कन्हैया कुमार को गंभीर चुनौती के रूप में देखा जा रहा है. आशंका यह जताई जा रही है कि बेगुसराय सीट भूमिहार बहुल होने के कारण भूमिहार कन्हैया कुमार भाड़ी पड़ सकते हैं. जानकारी के मुताबिक़ बेगुसराय सीट बीजेपी के खाते में जा रही है ऐसे में कन्हैया कुमार को चुनौती देने के लिए बीजेपी कई नामों की चर्चा कर रही है. इन नामों में सबसे पहला नाम है केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह. अब देखना यह होगा कि बेगुसराय सीट के लिए दोनों गठबंधन किन नामों को फाइनल उम्मीदवार बनाकर मैदान में उतारती है.