बिहार(Bihar) सरकार के तरफ से कैबिनेट बैठक हुई जिसमें काफी मुद्दों पर विचार किया गया और बिहार के सर्वांगीण विकास को लेकर हर क्षेत्र से जुड़े मुद्दे पर मुहर लगाई गई। बिहार सरकार की वित्तीय वर्ष 2021- 22 का बजट पेश किया गया। यह पूरा बजट 2,18,303 करोड़ का है। इसमें स्कीम मद से 1 लाख 518 करोड़ 86 लाख रुपये है। स्थापना और प्रतिबद्ध व्यय का बजट आकार 1 लाख 783 करोड़ 84 लाख रुपये है।
बिहार के विकास के लिए सात निश्चय पार्ट 2 योजना की भी शुरुआत की गई। वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 4671 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया। युवा शक्ति बिहार की प्रगति के लिए पुराने और नए आई टी आई संस्थानों को आधुनिक बनाए जाने का निर्णय लिया गया है। हर प्रमंडल में टूल रोम निर्मित कराया जाएगा। 20 लाख से ज्यादा रोजगार के ने अवसर खुलेंगे। रजी में इनिजीनियरिंग कॉलेज की स्थापना किए जाने पर विचार किया जाएगा। वहीं मछली पालन को दूसरे राज्यों में भेजे जाने की भी तैयारी की जाएगी।
वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद (Taarkishore Prasad) ने कहा कि महिलाओं को ब्याज मुक्त ऋण दिया जाएगा। इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए 110 करोड़ रुपये मिलनेगे। बिहार में महिला विकास पर शुरू से ही सीएम नीतीश कुमार ने ध्यान दिया और इसके तहत महिलाओं को ब्याज मुक्त ऋण दिए जाने की व्यवस्था की गई है।
वहीं भूमिहीन गरीबों को बहुमंजिला इमारत में मकान दिए जाने की व्यवस्था की जाएगी। सभी शहरों में विद्युत शवदाहगृह को भी निर्मित किया जाएगा। वृद्धों के हित को भी डयन में रखते हुए उनके लिए भी योजना बनाई गई है। 90 करोड़ रुपये का प्रावधान उनके लिए किया गया है। इन रुपये से योजना आश्रय स्थल निर्मित किया जाएगा। बढ़े पढे योजना के तहत 36 अनुमंडल में एएनएम संस्थान खोले जाने पर विचार किए गया है। वहीं 12 जिलों में जीएनएम संस्थान स्थापित किए गए हैं।