बिहार विधानसभा में उपमुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने सोमवार को बिहार के नए वित्तीय वर्ष के लिए आम बजट पेश किया. बतौर वित्तमंत्री उन्होंने अपना पहला बजट सदन में पेश किया. बजट पेश करते हुए तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि ये बजट सर्वांगीण विकास का बजट है. उन्होंने महिलाओं के लिए विशेष योजना लाने की भी बात कही. इसके अलावा उन्होंने कहा कि बजट में सात निश्चय योजना पार्ट 2 के लिए 4671 करोड़ स्वीकृत किए गए हैं.कोरोना की मुश्किलों के बावजूद आम लोगों को राहत देते हुए किसी प्रकार का टैक्स नहीं लगाया गया है. इस साल का बजट पिछले साल से सात हजार करोड़ रुपये ज्यादा का बजट है. वित्तीय वर्ष 2020-21 में बिहार का बजट दो लाख 11 हजार करोड़ रुपये का था.
आपको बता दें कि वित्त मंत्री ने अपने भाषण में बताया कि बिहार में इस बार का बजट 2 लाख 18 हजार 303 करोड़ रुपये का है. सदन में तारकिशोर प्रसाद ने बताया कि 2 लाख 18 हजार 502 करोड़ का अनुमानित आय होने का लक्ष्य है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह बजट संतुलित है और सभी वर्गों के हित को ध्यान में रखकर बनाया गया है. वर्ष 2005 से अब तक राज्य की अर्थव्यवस्था में विकास दर डबल डिजिट में रही है. उस विकास दर को यह बजट और गति देगा.
आये एक नजर डालते हैं पेश किए गए बजट की मुख्य बिन्दुओं पर
बजट का सबसे मजबूत पक्ष 20 लाख लोगों को इसी वित्तिय वर्ष में नौकरी और महिला सशक्तिकरण है. इसके लिए राज्य सरकार ने कई योजनाएं लाने की घोषणा की है. महिलाओं को उद्यमी बनाने के लिए खजाना खोला गया है. कोई महिला अगर अपना उद्योग लगाना चाहे तो उसे पांच लाख रुपये का अनुदान दिया जाएगा. वहीं अतिरिक्त पांच लाख रुपये का ऋण ब्याज मुक्त दिया जाएगा. इसके लिए उद्योग विभाग में दो सौ करोड़ रुपये का अतिरिक्त प्रावधान किया गया है. अगले चार वर्षों में सात निश्चय पार्ट 2 की योजनाओं पर काम भी होगा.
वहीं पशुओं का इलाज मुफ्त में किया जाएगा. पंचायत स्तर पर पशु चिकित्सालय की व्यवस्था की जाएगी. टेलीमेडिसिन से पशु अस्पताल जुड़ेंगे. लोगों के घर पहुंचकर भी उनके पशुओं का इलाज किया जाएगा. गांवों के विकास का आधार पशु एवं कृषि है. इससे ग्रामीणों की आय में वृद्धि होती है. आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल कर गोपालन, मछली पालन का विकास किया जाएगा. मछली पालन को इतना बढ़ाया जाएगा कि बिहार की मछलियां दूसरे राज्यों में जाएंगी. इसके लिए पांच सौ करोड़ रुपये खर्च किया जाएगा.
2025 तक सात निश्चय -2 के तहत सात निश्चय तय किए गए हैं. युवा शक्ति बिहार की प्रगति के तहत युवाओं को बेहतर प्रशिक्षण दिए जाने की बात कही गई है. उन्हें उद्यमी बनाने का प्रयास किया जाएगा. बाजार की मांग के अनुरूप पुराने शिक्षण संस्थानों को भी आधुनिक बनाया जाएगा. सभी ITI एवं पॉलीटेक्निक कालेजों को एक्सीलेंस बनाया जाएगा. हर जिले में मेगा स्किल सेंटर खुलेगा. हर जिले में कम से कम एक मेगा स्किल सेंटर खुलेगा जिसमें शिक्षण संस्थानों से दूर रहने वाले कारीगरों को प्रशिक्षित किया जाएगा.
बजट पेश करने के दौरान तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि राज्य में तीन नए मेडिकल कॉलेज खोलने की प्रक्रिया चल रही है. वहीं 14 पॉलीटेक्निक कालेज खोले जा चुके हैं जबकि अन्य पर कार्रवाई चल रही है. इस वर्ष सबको पूरा कर लिया जाएगा.