हर एक गरीब के लिए उसके इज़्ज़त और सम्मान से बड़ा कुछ नहीं होता, और इस बात को बखूबी निभाया हैं गोपालगंज के बैकंठपुर प्रखंड की एक महिला ने जिनका नाम हैं मालती देवी। इस महिला ने समाज में एक उदहारण पेश कर दिया हैं की अगर एक महिला चाह ले तो वो कुछ भी कर सकती हैं और इन्होने अपने घर में शौचालय बनवाने के लिए अपने एकमात्र आय के श्रोत को बेच दिया.
मालती देवी का कहना हैं की वो प्रधानमंत्री और राज्य सरकार के स्वच्छ भारत अभियान से खासी प्रभावित हुई और वो भी यही मानती हैं की पहले शौचालय फिर देवालय, तो बस होना क्या था उन्होंने अपनी भैंस बेचीं, भूमि पूजन करवाया और शौचालय के निर्माण कार्य में लग गयी. मालती के पति बाहर रह कर किसी निजी कंपनी में मजदूरी का काम करते हैं और मल्टी ने उनसे भी इज़ाज़त लेना जरुरी नहीं समझा.
मालती कहती हैं की अब घर की बहु बेटियों को शौचालय में दिक्कत नहीं होगी और उनके सम्मान की रक्षा करने के लिए यह काफी जरुरी था. तो दोस्तों जरा सोचिये अगर ऐसे ही सारी महिलाएं जागरूप हो जाए तो फिर महिलाएं अपने सम्मान की रक्षा खुद कर सकेंगी और उन्हें समाज से किसी भी बैसाखी की जरुरत भी नहीं पड़ेगी.
बिहारी न्यूज़ मालती देवी के जज्बे को दिल से सलाम करता हैं और हम यह भी चाहेंगे की इनके द्वारा समाज की सारी महिलाओं को उदहारण भी मिले जिससे वो न ही खुद को बल्कि अपने आसपास की सभी महिलाओं को सशक्त कर सके.