Bihar Land Survey 2024: ज़मीन सर्वे में हुई कोताही से राजस्व विभाग ने पकड़ाया दो सीओ को नोटिस, अंचल कार्यालयों में मची हड़कंप
राजस्व विभाग ने पकड़ाई नोटिस
Bihar Land Survey 2024: राज्य में ज़मीन सर्वेक्षण (land survey) का कार्य शुरू हो चुका है. बिहार के बहुत से ग्रामों में सर्वे किया जा रहा है. जहां एक तरफ़ ज़मीन सर्वेक्षण को लेकर डिजिटल खतियान के हस्ताक्षरित नकल (signed copy) के लिए आवेदनों में इज़ाफा हो रहा है तो वहीं अंचल अधिकारी लापरवाही करने पर आमादा हो गए हैं. अंचलाधिकारियों ने इस तरह के आवेदनों को टालना शुरू कर दिया है. बिहार के जिला मुज़फ्फरपुर से कुछ ऐसी ही ख़बरें सामने आई हैं. दरअसल, सरैया के सीओ अंकित कुमार और साहेबगंज की सीओ अलका कुमारी ने 90 दिनों तक ऑनलाइन आवेदन को नक़ल देना तो क्या, यहां तक कि देखना भी गवारा नहीं समझा. अंचलाधिकारियों के इस बर्ताव से आग–बबूला हुए राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Department of Revenue and Land Reforms) ने प्रथम चरण में जिले के दोनों सीओ को कार्रवाई की नोटिस पकड़ा दी है.
सीओ स्तर से नहीं हो रहा निपटारा
ज़मीन सर्वेक्षण के विषय में आ रहीं कठिनाईयों का राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग द्वारा मूल्यांकन (Evaluation) किया जा रहा है. इसमें सबसे ज़्यादा यह पाया है कि डिजिटल खतियान की सत्यापित प्रति के ऑनलाइन आवेदन भारी संख्या में आ रहे हैं मगर सीओ स्तर से इसका निवारण नहीं हो पा रहा है. इस विषय में संयुक्त सचिव ने सरैया तथा साहेबगंज सीओ को विभागीय कार्रवाई शुरू करने हेतु नोटिस भेज दिए हैं.
अंचल कार्यालयों में हलचल
संयुक्त सचिव (Joint Secretary) ने बताया है कि 90 दिनों से ज़्यादा सरैया में 39 सत्यापित प्रति एवं साहेबगंज में डेढ़ दर्जन ऑनलाइन आवेदन लंबित (pending) पाए गए हैं. इस सब में अचरज वाली बात यह है कि इन आवेदनों को देखा तक नहीं गया है. संयुक्त सचिव ने दोनों सीओ की लापरवाही को देखते हुए उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी है. दोनों सीओ को नोटिस मिलने की ख़बर से अंचल कार्यालयों में हल–चल मच गयी है. इतना ही नहीं, सभी अंचल कार्यालय में डिजिटल अभिलेख के सत्यापित प्रति के अनगिनत आवेदन लंबित हैं, जिनका सीओ द्वारा निर्वहन (discharge) किया जा रहा है.