Bihar Mason Skill Development: बिहार में राजमिस्त्रियों के लिए अनोखा अवसर, सर्टिफिकेट के साथ दी जायेगी ट्रेनिंग

राजमिस्त्रियों को मिलेगा प्रमाण पत्र

Bihar Mason Skill Development: बिहार (Bihar) में राजमिस्त्रियों (mason) को अनोखा अवसर प्राप्त होने वाला है. इसमें बिहार के राज्यमिस्त्रियों को बड़ी निर्माण कंपनियों में और साथ ही देशविदेशों में भी काम करने के ज़्यादा से ज़्यादा अवसर प्राप्त होंगे. राष्ट्रीय कौशल विकास निगम यानी एनएसडीसी (NSDC) द्वारा राजमिस्त्रियों को ट्रेनिंग भी दी जायेगी. ट्रेनिंग के पश्चात एनएसडीसी राजमिस्त्रियों को प्रमाण पत्र (certificate) भी प्रदान करेगा. बीते मंगलवार को राष्ट्रीय कौशल विकास निगम और बिहार राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के समक्ष इस विषय पर एमओयू यानी कि समझौता पत्र पर दस्तख़त भी किया जा चुका है. बता दें कि इस मौके पर एनएसडीसी के प्रमुख मयंक भटनागर और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के सचिव मीनेंद्र कुमार मौजूद थे. उनकी उपस्थिति में ही एमओयू का औपचारिक तौर पर आदान प्रदान किया गया.

राजमिस्त्रियों की बढ़ेगी कमाई

प्राधिकरण सभागार के समारोह में प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत, प्राधिकरण के सदस्य नरेन्द्र कुमार सिंह, पीएन राय, कौशल किशोर मिश्र और प्रकाश कुमार उपस्थित थे. इस कार्य की रहनुमाई कर रहे हैं राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत ने इस बात की जानकारी दी है कि इस नयी पहल से राजमिस्त्रियों को ना केवल नयी तकनीक की जानकारी हासिल होगी बल्कि राजमिस्त्रियों की कमाई भी बढ़ेगी. इसलिए उन्हें ट्रेनिंग के बाद ऐसे सर्टिफिकेट उपलब्ध कराये जायेंगे जो कि दूसरे देशविदेश में भी मान्य होंगे. इस योजना की लागत 26 करोड़ रूपए होगी तथा इसकी अवधि अगले तीन वर्षों तक के लिए तय की गयी है. अगले तीन वर्षों में राज्य के सभी 534 प्रखंडों के 30-30 राजमिस्त्रियों को ट्रेनिंग दी जायेगी. यह ट्रेनिंग 10 दिनों तक चलेगी तथा 700 रूपए रोज़ाना राजमिस्त्रियों को भत्ता के तौर पर दिया जाएगा. साथ में, राजमिस्त्रियों को उनके काम में आने वाले औज़ारों का एक किट भी दिया जाएगा. प्राधिकरण व निगम, दोनों के द्वारा दस्तख़त किया हुआ एक सर्टिफिकेट भी राजमिस्त्रियों को दिया जाएगा.

20 हज़ार राजमिस्त्रियों को दी जा रही ट्रेनिंग

राज्य सरकार द्वारा पहले से ही बिहार में लगभग 20 हज़ार राजमिस्त्रियों को ट्रेनिंग दी जा रही है. इस सन्दर्भ में प्राधिकरण उपाध्यक्ष डॉ. उदयकांत ने कहा कि एनएसडीसी द्वारा रोज़गार प्राप्त करने लायक राजमिस्त्रियों को प्रशिक्षित किया जाएगा. साथ ही, एनएसडीसी उन्हें जागरूक करेगी ताकि वें सही अवस्था में काम करें और किसी भी तरह के नशीले पदार्थ के सेवन से बचें. राजमिस्त्रियों को मिलने वाले प्रमाण पत्र देश और वैश्विक स्तर पर मान्य होंगे. समारोह के मौके पर प्राधिकरण विशेष सचिव आशुतोष सिंह, सलाहकार डॉ. बीके सहाय, शोध पदाधिकारी आलोक रंजन, एनएसडीसी की क्षेत्रीय प्रमुख भावना वर्मा, भावेश कुमार और प्रियंका कुमारी मौजूद थे. प्राधिकरण के सलाहकार डॉ. बीके सहाय ने समारोह में शामिल हुए सभी मेहमानों का स्वागत किया. वही, एनएसडीसी की ओर से एक मॉडल (शेक टेबल) का अवलोकन भी किया गया. समारोह के दौरान, ट्रेनिंग कार्यक्रम के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गयी.

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