Bihar Riga Sugar Mill: राज्य में फ़िर से खुलने वाली है सालों से बंद पड़ी चीनी मिल, किसानों को होगा सबसे ज़्यादा फ़ायदा
खुलने वाला है रीगा चीनी मिल
Bihar Riga Sugar Mill: बिहार (Bihar) के सीतामढ़ी जिले में सालों से बंद पड़ा रीगा चीनी मिल जल्द ही पुनः खुलने वाला है. ऐसी संभावना है कि रीगा चीनी मिल 20 दिसम्बर से चालू हो जाएगा. इस विषय में गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णानंद पासवान ने यह बताया है कि अभी कुछ औपचरिकताएं बाक़ी हैं. उनके पूरे होते ही चीनी मिल वापस से शुरू हो जायेगा. सालों से बंद पड़ी चीनी मिल की शुरुआत के साथ–साथ गन्ने की क़ीमत में भी बढ़ोतरी कर दिया गया है. गन्ने की क़ीमत बढ़ा देने से किसानों को बहुत फ़ायदा होगा. राज्य सरकार चाहती है कि पूरे बिहार में गन्ने की खेती को बढ़ावा मिले. इसके साथ ही, सरकार गुड़ बनाने के लिए भी प्रोत्साहित कर रही है. गुड़ बनाने की प्रक्रिया के लिए सरकार द्वारा ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी उपलब्ध करायी गयी है. बिहार की बड़ी रीगा चीनी मिल के दोबारा खुल जाने से समस्त प्रदेश में चीनी के उत्पादन में वृद्धि होगी. पिछले वर्ष बिहार की बाक़ी चीनी मिलों में 6 लाख़ 87 हज़ार टन चीनी का उत्पादन हुआ था. वहीं, इस साल रीगा चीनी मिल की शुरुआत से चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है. गन्ना उद्योग मंत्री कृष्णानंद पासवान ने यह जानकारी साझा की है कि इस मिल के दोबारा चालू होने की सारी तैयारियां क़रीब–क़रीब हो चुकी है.
400 मजदूर कर रहे हैं मरम्मत
सूचना जनसंपर्क विभाग द्वारा एक विज्ञप्ति जारी की गयी है, जिसके अनुसार मौजूदा समय में तकरीबन 400 मजदूर इस चीनी मिल की मरम्मत एवं अन्य ज़रूरी कार्यों में अपनी सेवा प्रदान कर रहे हैं. रीगा चीनी मिल के खुलने से गन्ना पेराई वर्ष 2024-25 में लगभग 15 से 20 लाख़ क्विंटल की पेराई की जाने की संभावना जताई जा रही है. किसानों को इससे बहुत लाभ होगा. साथ ही, क़रीब 5 हज़ार से 7 हज़ार गन्ना कृषक इससे लाभान्वित होंगे. किसानों के लिए सबसे ख़ुशी की बात यह है कि गन्ने के दाम को बढ़ा दिया गया है. इस साल गन्ने के सीजन में उत्तम प्रभेद के गन्ने की क़ीमत 365 रूपए प्रति क्विंटल है, जबकि सामान्य प्रभेद की क़ीमत 345 रूपए तथा निम्न प्रभेद की क़ीमत 310 रूपए कर दी गयी है. इससे पहले के दामों के मुकाबले प्रत्येक प्रभेद के गन्ने की क़ीमत में 10 रूपए प्रति क्विंटल का इज़ाफा किया गया है. किसानों को इससे फ़ायदा तो होगा ही, साथ में वे प्रोत्साहित भी होंगे. सरकार ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि गन्ने की खेती केवल चार–पांच जिलों तक ही सीमित ना रह जाए, बल्कि इसे पूरे राज्य में फैलाया जाए. इसके तहत सरकार कई तरह की योजनाएं भी चला रही है. रीगा चीनी मिल के चालू होने से ख़ासतौर से सीतामढ़ी, शिवहर और मुज़फ्फरपुर जिले के किसानों का आर्थिक विकास होगा.
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोज़गार
सरकार ने इसके लिए ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी दे रखी है. जो लोग इच्छुक है, वो इस योजना का लाभ उठाने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. इस चीनी मिल की पुनः शुरुआत से स्थानीय लोगों को रोज़गार भी मिल सकेगा. इस मिल पर ताला लगे सालों बीत गये, जिस वजह से आस–पास के क्षेत्रों में बेरोज़गारी काफ़ी बढ़ गयी थी. मगर अब चीनी मिल पर लगे ताले हटने से लोगों को रोज़गार के अवसर प्राप्त होंगे. सरकार का ऐसा मानना है कि इस फ़ैसले से बिहार का आर्थिक विकास सुधरेगा. साथ ही, किसानों की आय में वृद्धि होगी और प्रदेश में चीनी उत्पादन में बढ़ोतरी भी होगी. सरकार के इस पहल से बिहार के किसानों और स्थानीय लोगों में ख़ुशी की लहर आ गयी है.
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