शिक्षक भर्ती परीक्षा के फाइनल मेरिट लिस्ट में चाहते हैं अपना नाम तो देने होंगे रुपये! जानिए क्या है पूरा मामला
बिहार लोक सेवा आयोग के तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा समाप्त होने के बाद परीक्षा कॉपी का मूल्यांकन शुरू है. BPSC ने परीक्षा के आंसर की कोई भी अपने वेबसाइट पर जारी कर दिया है. लेकिन इसी बीच कई शिक्षक अभ्यर्थियों को ऐसे कॉल आ रहे हैं जहाँ उन्हें कहा जा रहा है कि यदि आप अपना नाम फाइनल रिजल्ट में चाहते हैं तो पैसे भेजिए.
अब क्या है इससे जुड़ा पूरा मामला चलिए हम आपको आगे बताते हैं. दरअसल परीक्षा समाप्ति के बाद चल रही मूल्यांकन कार्य और जारी आंसर की के बीच कई परीक्षा देने वाले शिक्षक अभ्यर्थियों को एक ऐसा कॉल जा रहा है, जहाँ कॉल करने वाला खुद को BPSC अधिकारी बता रहा है. एक पल के लिए इनकी बातें सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. क्योंकि ये जिस तरह से कॉल पर शिक्षक अभ्यर्थियों से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं… उससे वाकई लग रहा है कि आयोग से हीं उन्हें किसी अधिकारी द्वारा कॉल किया गया है. कॉल पर अभ्यर्थियों को यकीन दिलाने के लिए उनसे जुड़े कई डिटेल्स बताएं जा रहे हैं और अभ्यर्थियों को कहा जा रहा है कि मैं BPSC ऑफिस से बोल रहा हूँ. आप कुछ हीं नंबर से रिजल्ट में चूक रहे हैं. अगर आप अपना नाम फाइनल रिजल्ट में चाहते हैं तो पैसे भेजिए. इस दौरान अभ्यर्थियों से 60 हजार रुपये से लेकर 80 हजार रुपये तक की डिमांड की जा रही है.
आयोग ने इस कॉल को फर्जी बताया है और ऐसे फ़ोन कॉल से सतर्क रहने की चेतावनी भी दी है. लेकिन अभ्यर्थियों को आ रहे इस फ़ोन कॉल के बाद सवाल उठने लगा है कि आखिर जालसाजों तक परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों का डाटा कैसे पहुंचा. जालसाज अभ्यर्थियों के नाम, माता–पिता के नाम, डेट ऑफ़ बर्थ, एड्रेस समेत और भी कई अन्य जानकारी दे रहे हैं. यहाँ तक की अभ्यर्थियों के फर्स्ट चॉइस से लेकर उनके सब्जेक्ट तक की डिटेल दे रहे हैं.
ये माफिया अभ्यर्थियों को कॉल करते समय यह तक दावा कर रहे हैं कि आधा पैसा एडवांस में लेने पर फाइनल लिस्ट में आपका नाम मौजूद रहेगा और इसका फोटो भी आपको भेज दिया जायेगा. कई अभ्यर्थियों ने इन माफियाओं और जालसाजों से बात करने की कॉल रिकॉर्डिग तक साझा किये हैं. ऐसे फ़ोन कॉल्स को लेकर EOU से भी शिकायत की जा चुकी है.
ETV के मुताबिक एक महिला अभ्यर्थी ने जानकारी दी कि उसे कॉल कर के कहा जा रहा कि “उसके 60 नंबर प्लस आ रहे हैं. वह ईबीसी केटेगरी में है. विभाग से जो आंसर की मिला है उ सी के आधार पर हम नंबर दे रहे हैं. आपका सिलेक्शन हो या नहीं इससे मेरा क्या होगा. जिलावार जो लिस्ट बन रहा है, उसमें ईबीसी का कटऑफ 60 प्लस जा रहा है और आपका सब्जेक्ट सोशल साइंस है. फर्स्ट जिला चॉइस भोजपुर है लेकिन रिजल्ट नहीं आ रहा है.”
कॉल करने वाले माफिया या जालसाज की इन बातों को सुनने के बाद अभ्यर्थी ने आगे पूछा कि बताइए हमको आगे क्या करना होगा? तो इस पर परीक्षा माफिया कहता है कि हम आपके नंबर को 75 प्लस ले जायेंगे ताकि आपका जॉइनिंग लैटर आ जाए. आगे परीक्षा माफिया इसके लिए 40 हजार रुपये की डिमांड करता है और कहता है कि आपको 50% एडवांस देना होगा. तो इस 20 हजार रुपये को भेजने के लिए उसने अपने बैंक अकाउंट नंबर भी साझा किये. जो किसी विजय मांझी के नाम से था. ठीक इसी तरह की बातें और भी कई शिक्षक अभ्यर्थियों ने बताई है.
हालाँकि इससे सतर्क रहने की BPSC ने सख्त हिदायत दी है. बीपीएससी अध्यक्ष रवि मनु भाई परमार ने कहा है कि ”अभ्यर्थियों को ऐसे फोन कॉल से बचना चाहिए और उन्हें भी ऐसी शिकायत आ रहे हैं. यह सब साइबर माफिया की ओर से ठगी की जा रही है और इससे अभ्यर्थियों को बचाना चाहिए. आयोग ने संबंध में अभ्यर्थियों के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है.” इस सम्बन्ध में आयोग द्वारा पत्र भी जारी किये गये हैं. जहाँ कहा गया है कि इस तरह के अगर कोई भी कॉल किसी भी शिक्षक अभ्यर्थियों को मिलते हैं. तो आप आयोग द्वारा जारी नंबर पर इसकी शिकायत कर सकते हैं. आयोग द्वारा जारी किया गया नंबर 8986422296 है.
यदि आप भी शिक्षक अभ्यर्थी हैं तो सलाह दी जाती है कि कभी इस तरह की कॉल पर भरोसा न करें. आपने जिस हिसाब से परीक्षा दिए हैं, आयोग भी उसी हिसाब से आपको नंबर देगा. कोई भी इस नंबर को घटा–बढ़ा नहीं सकता है. यदि कोई ऐसा करता है तो ये कानून गलत होगा. यदि कोई ऐसा दावा भी करता है तब भी उसकी बातों पर यकीन न करें और ऐसी अफवाहों पर यकीन करने से बचें. आयोग भी ऐसे लोगों के खिलाफ सख्ती से निपटने का काम कर रहा है.