खेती पर देश की एक बड़ी आबादी आजीविका के लिए निर्भर रहती है. अब तक हम खेती और किसानी के कामों को गाँव में हीं देखते थे. लेकिन अब खेती या फार्मिंग की हीं तरह गार्डनिंग का चलन भी शहरों में बढ़ता जा रहा है. अक्सर देखने को मिलता था की लोग सुन्दर फुल या पत्तेदार पौधे लगा कर अपने घर को सजाते थे. लेकिन अब अपने रसोई की खूबसूरती को बढ़ाने के लिए लोग फल और सब्जियों को गमले में लगा कर रसोई में रखते हैं. हमने खेती–किसानी के लिए कई बार सरकारी योजनाओं के बारे में सुना है. लेकिन अब सरकार हरियाली को बढ़ाने के लिए गार्डनिंग को भी प्रमोट कर रही है. गार्डनिंग को प्रमोट करने के लिए बिहार सरकार द्वारा छत पर बागवानी की योजना को चलाया जा रहा. इसके तहत 25,000 रूपए तक के अनुदान छत या गार्डन में आर्गेनिक फल और सब्जियों को उगाने के लिए दिए जा रहें हैं. अपने घर पर दो गार्डनिंग यूनिट को इस स्कीम का लाभ लेकर लगाया जा सकता है. बता दें की गार्डनिंग यूनिट के लिए सब्सिडी अपार्टमेंट और शिक्षण संस्थानों में भी दी जाती है.
आइये अब हम अपने इस चर्चा के बीच जानते है की आखिर क्या है यह छत पर बागवानी की योजना. दरअसल पटना में गार्डनिंग को प्रमोट करने के लिए बिहार कृषि विभाग, बागवानी निदेशालय द्वारा छत पर बागवानी योजना को शुरू किया गया है. बता दें की 300 वर्ग फिट के खुले स्थान में घर के छत पर इस स्कीम के तहत गार्डनिंग यूनिट को स्थापित किया जा सकता है. इसके लिए कुल 50,000 रुपये तक की राशी को निर्धारित किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार यदि शुरूआत में 50,000 रुपये तक की राशी का खर्च आपके गार्डनिंग यूनिट को स्थापित कर करने में आ रहा है तो 25,000 रूपए तक का अनुदान यानि 50 प्रतिशत की सब्सिडी आप हासिल कर सकते हैं. आर्गेनिक गार्डनिंग किट, पोर्टेबल फार्मिंग सिस्टम, खुरपी, हैण्ड स्प्रेयर, ड्रिप सिस्टम, फ्रूट बैग, ड्रेन सेल, सैपलिंग ट्रे, ड्रेन सेल और फल के पौधे आदि का अनुदान छत पर बागवानी स्कीम के तहत उपलब्ध करवाया जाता है. लेकिन लाभार्थी द्वारा हीं गार्डन की देखभाल में होने वाले खर्च को उठाना होगा.
आइये अब हम आपको बताते हैं की इस स्कीम के तहत कौन–कौन से पौधे उगाएं जा सकते हैं. सब्जी, फल और औषधीय पौधे को छत पर लगा कर बागवानी की जा सकती है. इस बात की जानकारी बिहार सरकार के तरफ से जारी नोटिफिकेशन में मिली. इस नोटिफिकेशन के अनुसार फलों में अमरुद, पपीता–रेड लेडी, कागजी निम्बू, अंजीर के प्लांट्स, अनार, आम्रपाली आम और अनार को लगा सकते हैं. सब्जियों में कद्दुवर्गीय सब्जियां, भिन्डी, पत्तेदार सब्जी, गाजर, मूली, बैंगन, टमाटर, गोभी और मिर्च को उगा सकते हैं. आइये अब जानते हैं की औषधीय पौधों में वे कौन–कौन से पौधे हैं, जिन्हें हम लगा सकते हैं. इसमें करी पत्ता, अश्वगंधा, घृत कुमारी, वसाका और लेमन ग्रास शामिल हैं. इन पौधों की गार्डनिंग करने पर भी आपको छत पर बागवानी स्कीम का लाभ दिया जाएगा.
आइये अब हम जानते हैं इसके आवेदन प्रक्रिया के बारे में. यदि आप बिहार के निवासी हैं और छत पर बागवानी करने का भी शौक रखते हैं तो इस स्कीम के अंतर्गत आर्थिक मदद ले सकते हैं. इसके लिए आपको सबसे पहले बागवानी विभाग के ऑफिसियल वेबसाइट horticulture.bihar.gov.in पर जाना होगा. यहाँ जाने के बाद सामने खुले डैशबोर्ड पर आपको ‘छत पर बागवानी‘ के आवेदन लिंक दिखेंगे. इस लिंक पर क्लिक कर दें. क्लिक करने के बाद आपके सामने एक फॉर्म खुल जाएगा. फॉर्म में मांगे गये जानकारी को भर कर और मांगे गये जरुरी कागजों को देकर अपलोड कर सकते हैं.