बिहार में इस साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीति तेज हो गई है. लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा है कि देश में दलित समुदाय के साथ होने वाला भेद- भाव जब तक खत्म नहीं होता, तब तक रामराज्य संभव नहीं है. चिराग ने कहा कि देश में कई जगह आज भी हमें देखने को मिलता है कि दलित समुदाय के व्यक्ति को मंदिर जाने से रोका जाता है. आधुनिक भारत और 21 वीं सदी में इस तरह की घटना पर चिराग पासवान ने अफसोस जताते हुए कहा कि आज भी दलित युवक को अपनी शादी में घोड़ी पर चढ़ने से रोका जाता है. लिहाजा, इस भेद भाव को मिटाए बिना राम राज्य संभव नहीं हो सकता.
वंचित वर्ग से आने वाली,गुरु मतंग की शिष्या,श्री राम की परमभक्त माता शबरी का वंशज होने के नाते यह मेरा सौभाग्य है की मेरे जीवनकाल में पुनः मंदिर का निर्माण होने जा रहा है। pic.twitter.com/9JFYBuFqj1
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) August 2, 2020
चिराग पासवान ने भगवान राम और अयोध्या को लेकर एक के बाद एक तीन ट्वीट किए हैं. उन्होंने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि वंचित वर्ग से आने वाली,गुरु मतंग की शिष्या,श्री राम की परमभक्त माता शबरी का वंशज होने के नाते यह मेरा सौभाग्य है की मेरे जीवनकाल में पुनः मंदिर का निर्माण होने जा रहा है.
आज मंदिर निर्माण के साथ साथ भगवान राम के इन विचारो को अपना कर एसे समाज का भी निर्माण करना होगा जहां किसी प्रकार का भेदभाव ना हो। pic.twitter.com/WkIiL8T7Dp
— युवा बिहारी चिराग पासवान (@iChiragPaswan) August 2, 2020
इसके बाद उन्होंने दूसरे ट्वीट में लिखा है कि आज मंदिर निर्माण के साथ साथ भगवान राम के इन विचारो को अपना कर एसे समाज का भी निर्माण करना होगा जहां किसी प्रकार का भेदभाव ना हो. उन्होंने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा है कि माता शबरी के प्रेम को देखते हुए भगवान राम ने उनकी तुलना माता कौशल्या से की थी. वंचित वर्ग से आने के बावजूद भगवान राम के मन में माता शबरी के प्रति तनिक भी भेदभाव की भावना नहीं थी.