cricket world records: आज भी अमर है क्रिकेट के ये रिकॉर्ड: क्या आज के खिलाड़ी इन्हें तोड़ने का दिखा पाएंगे दम!
क्रिकेट के कई ऐसे रिकॉर्ड हैं जिन्हें इतने सालों में भी कोई तोड़ नहीं पाया. इन अटूट रिकार्ड्स को देख फैंस के मन में भी सवाल उठता है कि क्या ये रिकॉर्ड कभी टूटेंगे? कुछ रिकॉर्ड इतने प्रतिष्ठित हैं कि इन्हें तोड़ना आज के क्रिकेटरों के लिए चुनौतीपूर्ण है। जैसे कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड. इन्होने 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड बनाया था. वहीँ दूसरी तरफ हैं ब्रायन लारा. जिन्होंने एक पारी में 400 रन का रिकॉर्ड बनाया था। आइए जानते हैं कुछ ऐसे रिकॉर्ड, जिन्हें क्रिकेट की दुनिया में महारिकॉर्ड कहा जाता है, और अभी तक इन रेकॉर्ड्स को तोड़ना खिलाड़ियों के लिए संभव नहीं हो पाया है.
इसमें सबसे पहला नाम है, सचिन तेंदुलकर है. इन्होने अपने 24 साल के अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में कई कीर्तिमान स्थापित किए. सचिन के कई रेकॉर्ड्स को कई आधुनिक खिलाड़ियों ने तोड़े भी हैं. लेकिन उनका 100 अंतरराष्ट्रीय शतकों का रिकॉर्ड आज भी सुरक्षित है। वर्तमान में, विराट कोहली ने 76 शतक बनाए हैं, लेकिन तेंदुलकर के इस मील के पत्थर को पार करना उनके लिए आसान नहीं होगा। सचिन के नाम टेस्ट क्रिकेट में 51 और वनडे में 49 शतक हैं, साथ ही एक विश्व रिकॉर्ड के रूप में, उनके वनडे में 18426 रन भी हैं।
दूसरे नंबर पर बात करते हैं, हीट मैन कहे जाने वाले रोहित शर्मा की. भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा ने वनडे क्रिकेट में 3 डबल सेंचुरी बनाई हैं, जिसमें 264 रन की पारी का विश्व रिकॉर्ड भी शामिल है। यह पारी उन्होंने 13 नवंबर 2014 को कोलकाता के ईडन गार्डंस में श्रीलंका के खिलाफ खेली थी। रोहित का यह रिकॉर्ड टूटना निकट भविष्य में मुश्किल नजर आता है। उन्होंने अपनी 264 रन की पारी में 33 चौके और 9 छक्के लगाए, जो दर्शाता है कि उनकी बल्लेबाजी कितनी विस्फोटक थी।
वेस्टइंडीज के दिग्गज बैटर ब्रायन लारा के नाम भी एक अनोखा रिकॉर्ड है। उन्होंने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ 400 रन की पारी खेलकर एक विश्व रिकॉर्ड बनाया, जो आज तक कोई और नहीं तोड़ सका। इस पारी ने लारा को टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाजों में स्थान दिलाया। उनके द्वारा बनाए गए रिकॉर्ड को वर्तमान और भविष्य के बल्लेबाजों के लिए तोड़ पाना बेहद मुश्किल होगा।
श्रीलंका के महान स्पिनर मुथैया मुरलीधरन ने भी गेंदबाजी में कई अद्वितीय रिकॉर्ड बनाए हैं। उनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 1300 से अधिक विकेट हैं, जिसमें 133 टेस्ट मैचों में 800 विकेट शामिल हैं। मुरलीधरन का यह रिकॉर्ड तोड़ना भी वर्तमान गेंदबाजों के लिए एक बड़ी चुनौती है। इसके अलावा, वनडे में उन्होंने 534 विकेट लिए हैं, जो उनकी क्षमता को दर्शाता है।
दक्षिण अफ्रीका के एबी डीविलियर्स के नाम वनडे में 31 गेंदों पर शतक जड़ने का विश्व रिकॉर्ड भी है। उन्होंने यह रिकॉर्ड 2015 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ जोहांसबर्ग में बनाया था, जहां उन्होंने 44 गेंदों पर 149 रन बनाए थे। यह वनडे क्रिकेट का सबसे तेज शतक माना जाता है, और इसे तोड़ पाना लगभग नामुमकिन सा है।
इन रिकॉर्डों की विशेषता यह है कि ये न केवल तकनीकी कौशल का प्रमाण हैं, बल्कि बल्लेबाजों और गेंदबाजों के अद्वितीय खेल की कहानी भी बयां करते हैं। आज के क्रिकेटर इनकी ऊँचाइयों तक पहुँचने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं, लेकिन ये रिकॉर्ड अपने आप में इतिहास का हिस्सा बन चुके हैं।
इसलिए, जब भी हम क्रिकेट के इन महान क्षणों को देखते हैं, तो यह याद रखना चाहिए कि ये केवल संख्याएँ नहीं हैं, बल्कि उन्होंने अपने समय में क्रिकेट को जो रंग और रोमान्च दिया है, वह अमूल्य है। आने वाले समय में कौन सा खिलाड़ी इन रिकॉर्डों को तोड़ पाता है, यह देखने बड़ा दिलचस्प होगा.
ये भी पढ़ें: ये क्रिकेट की दुनिया के पांच सबसे भारी-भरकम खिलाड़ी, एक ने तो 140 KG के बाद भी मैदान में मचाया था ग़दर