digilocker app: डिजिलॉकर में इन दस्तावेजों को नहीं कर सकते हैं अपलोड
भारत में कई महत्वपूर्ण दस्तावेज होते हैं जो हमारे दैनिक जीवन में किसी न किसी काम के लिए जरुरी होते हैं। इनमें आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस और पासपोर्ट जैसे दस्तावेज शामिल हैं, जिनका इस्तेमाल हम अक्सर जरुरी चीजों में करते हैं। हालांकि, इन दस्तावेजों की फिजिकल कॉपी हर समय साथ रखना संभव नहीं होता, क्योंकि अगर कोई दस्तावेज़ खो जाए तो उसे फिर से बनवाने के लिए लंबी प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है। इस समस्या से निपटने के लिए भारत सरकार ने साल 2015 में डिजिलॉकर (DigiLocker) सेवा शुरू की। डिजिलॉकर एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जहां पर आप अपने सभी महत्वपूर्ण दस्तावेज़ सुरक्षित रूप से स्टोर कर सकते हैं।
डिजिलॉकर क्या है?
डिजिलॉकर एक सरकारी सेवा है, जो नागरिकों को उनके दस्तावेज़ों को डिजिटल रूप से संग्रहित करने की सुविधा प्रदान करती है। इस सेवा का उद्देश्य नागरिकों को उनके दस्तावेज़ों को सुरक्षित रूप से डिजिटल प्रारूप में रखने और उसे कहीं भी, कभी भी एक्सेस करने का सरल तरीका उपलब्ध कराना है। डिजिलॉकर में आप अपने दस्तावेज़ों की फिजिकल कॉपी की तुलना में कहीं अधिक सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से उन्हें संग्रहीत कर सकते हैं। हालांकि, डिजिलॉकर में कुछ नियम और शर्तें हैं, जिनके अनुसार कुछ दस्तावेज़ों को इसमें स्टोर नहीं किया जा सकता। तो चलिए जानते हैं कि डिजिलॉकर में वे कौन से दस्तावेज हैं जिन्हें अपलोड नहीं किया जा सकता.

डिजिलॉकर में कौन से दस्तावेज़ नहीं रख सकते?
डिजिलॉकर में अधिकांश सरकारी दस्तावेज़ों को स्टोर किया जा सकता है, लेकिन कुछ दस्तावेज़ों को इसमें जमा नहीं किया जा सकता। इनमें जो मुख्य दस्तावेज हैं, उसमें..
- गैर–सरकारी दस्तावेज़: डिजिलॉकर में केवल सरकारी दस्तावेज़ ही जमा किए जा सकते हैं। आप निजी कंपनियों के द्वारा जारी किए गए अनुबंध, प्राइवेट रसीद या अन्य अनौपचारिक दस्तावेज़ों को डिजिलॉकर में नहीं रख सकते।
- हस्तलिखित दस्तावेज़: जिन दस्तावेज़ों को हाथ से लिखा गया हो, जैसे कि हस्तलिखित पत्र या नोट्स, उन्हें भी डिजिलॉकर में अपलोड नहीं किया जा सकता।
- सरकारी संस्थाओं द्वारा अप्रूव किए गए दस्तावेज़: अगर कोई दस्तावेज़ सरकारी संस्थान द्वारा अप्रूव नहीं किया गया है, तो वह डिजिलॉकर में स्टोर नहीं किया जा सकता।
- संवेदनशील जानकारी: आप अपने बैंक खाते से जुड़ी जानकारी, एटीएम पिन, क्रेडिट कार्ड की डिटेल्स जैसे संवेदनशील जानकारी को भी डिजिलॉकर में स्टोर नहीं कर सकते।

डिजिलॉकर में कौन से दस्तावेज़ रख सकते हैं?
अब हम आपको बताते हैं कि किन दस्तावेज़ों को आप डिजिलॉकर में स्टोर कर सकते हैं। डिजिलॉकर में आप जिन दस्तावेज़ों को आसानी से जमा कर सकते हैं:
- आधार कार्ड: आपके आधार कार्ड को डिजिलॉकर में स्टोर किया जा सकता है, जो आपको अपने पहचान प्रमाण के रूप में इस्तेमाल करने की सुविधा देता है।
- पैन कार्ड: पैन कार्ड भी डिजिलॉकर में डिजिटल रूप में संग्रहीत किया जा सकता है, जिससे आपको टैक्स और अन्य वित्तीय कार्यों में आसानी होती है।
- ड्राइविंग लाइसेंस: आपका ड्राइविंग लाइसेंस भी डिजिलॉकर में सुरक्षित रहता है और इसे आप अपनी ड्राइविंग क्षमता प्रमाणित करने के लिए उपयोग कर सकते हैं।
- वोटर आईडी कार्ड: वोटर आईडी कार्ड को डिजिलॉकर में स्टोर कर आप कभी भी इसे डिजिटल रूप में प्रस्तुत कर सकते हैं।
- गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट: आपकी गाड़ी का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट डिजिलॉकर में अपलोड किया जा सकता है, जो वाहन से जुड़ी जानकारी को डिजिटली प्रमाणित करता है।
- स्कूल की मार्कशीट: आपकी स्कूल की 10वीं और 12वीं की मार्कशीट भी डिजिलॉकर में सुरक्षित रखी जा सकती है।
- प्रॉपर्टी टैक्स की रसीद: यदि आपके पास प्रॉपर्टी टैक्स की रसीद है, तो आप उसे भी डिजिलॉकर में स्टोर कर सकते हैं।
डिजिलॉकर का आकार और स्टोरेज
डिजिलॉकर में आप कुल 1GB तक का डेटा स्टोर कर सकते हैं। इस स्टोरेज में आप दस्तावेज़ों को अपलोड कर सकते हैं और उन तक किसी भी समय, किसी भी जगह से पहुँच सकते हैं। डिजिलॉकर की यह सुविधा आपको आपके सभी जरूरी दस्तावेज़ों को एक जगह पर रखने और उन्हें सुरक्षित रूप से प्रबंधित करने का अवसर देती है।
