Electricity Rate in Bihar: बिजली कंपनी ने तय किया कनेक्शन दर, यहां जानिये कितने रूपए प्रति किलोवाट मिलेगा कनेक्शन
बिजली कंपनी ने तय किया कनेक्शन दर
Electricity Rate in Bihar: बिहार में बिजली कंपनी (electricity company) ने हर छोटे बड़े उद्योगों (industries) के लिए कनेक्शन दर तय किया है. पहले व्यवसाय करने वालों को अनुमान के अनुसार बिजली का कनेक्शन दे दिया जाता था मगर अब से बिजली कंपनी द्वारा उद्यमियों (entrepreneurs) को तय किये हुए दर के हिसाब से बिजली का कनेक्शन दिया जाएगा. इस विषय पर बिजली कंपनी ने बिहार विद्युत् विनियामक आयोग (Bihar Electricity Regulatory Commission) में प्रस्ताव भेजा है. आयोग की तरफ़ से फ़ैसला आते ही राज्य में नयी दर लागू हो जायेगी. इसके लिए जो शुल्क भुगतान करना होगा, वो दो वर्षों के लिए निश्चित किया गया है. साथ ही में इसे डोमेस्टिक केटेगरी में शामिल किया गया है.
कितने किलोवाट पर कितना रेट?
बिजली कंपनी की ओर से मिल रही यह सुविधा बहुमंजिल मकानों, अपार्टमेंट तथा व्यवसायिक भवनों के लिए लागू नहीं किया जाएगा. उद्यमियों को तीन किलोवाट तक के कनेक्शन लेने के लिए 27 सौ रूपए का भुगतान करना होगा. 500 मीटर तक की लाइन बिजली कंपनी द्वारा खुद खींचकर कनेक्शन दी जायेगी. चार किलोवाट तक के कनेक्शन के लिए सिंगल फेज़ में 4500 रूपए का भुगतान करना पड़ेगा. वहीं, सात किलोवाट (kilowatt) तक के कनेक्शन के लिए हर किलोवाट का 500 रूपया अतिरिक्त भुगतान करना होगा. तय की गयी रेट के अनुसार 19 किलोवाट तक के कनेक्शन के लिए 9150 रूपए प्रति किलोवाट भुगतान करना होगा. वहीं, 20 से लेकर 44 किलोवाट तक के कनेक्शन के लिए 9700 रूपए प्रति किलोवाट भुगतान करना होगा. अब बात करते हैं बड़े उद्योगों की. बड़े उद्योगों के लिए 45 किलोवाट से लेकर 150 किलोवाट तक के कनेक्शन के लिए 7000 रूपए प्रति किलोवाट भुगतान करना होगा.
तेज़ी से हो रहा स्मार्ट मीटर का काम
फिल्हाल, अभी बिहार में स्मार्ट प्रीपेड (smart prepaid) बिजली मीटर लगाने का कार्य तेज़ रफ़्तार से किया जा रहा है. बिजली कंपनियों ने राज्य के सभी जिलों के डीएम से इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए सहायता की मांग की है. स्मार्ट मीटर लगाने की योजना राज्य सरकार के लिए एक उत्साही योजना है. रिपोर्ट्स के अनुसार अब तक शहरी क्षेत्रों में 17 लाख 70 हज़ार स्मार्ट बिजली मीटर लगाये जा चुके हैं. मिशन मोड के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये जा रहे हैं. अब तक ग्रामों में भी 31 लाख 15 हज़ार स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लगाये जा चुके हैं.