आंध्र प्रदेश से मुजफ्फरपुर में आने वाली मछलियों में लेड यानि कि सीसा की मात्रा मानक से तीन गुना अधिक पाई गई है. खाद्य सुरक्षा विभाग द्वारा की गई जांच के द्वारा यह पता चला है कि आंध्र प्रदेश से आने वाली मछलियों में सीसा की मात्रा ज्यादा है. मछलियों की जांच कोलकाता स्थित सेंट्रल लैब में की गई है.
कमिश्नर ऑफ फूड सेफ्टी सेफ्टी और एडीजे-2 विशेष न्यायालय के आदेश के बाद आंध्र प्रदेश से आने वाली तीन मछली सप्लायर और अहियापुर बाजार समिति के तीन थोक विक्रेताओं पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुदामा चौधरी ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर अहियापुर बाजार समिति से रोहू, कतला समेत तीन प्रकार की मछलियों के नमूने तीन थोक विक्रेताओं से लिए गए थे. जिसके आधार पर 3 सप्लायर और 3 थोक विक्रेता के ऊपर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है.
गौरतलब है कि इसी साल जनवरी माह में पटना में 14 जनवरी से 15 दिनों के लिए आंध्र प्रदेश की मछलियों के विक्री पर रोक लगाई गई थी. मछलियों में मानक से अधिक कैंसर कारक फॉर्मलीन, कैडमियम, लेड और मरकरी पाए जाने के कारण यह प्रतिबंध लगाया गया था।