Free Services of Indian Railway: भारतीय रेलवे देता है ये सुविधाएं बिल्कुल फ्री, कई यात्री अब भी हैं बेख़बर

भारतीय रेलवे में मिलती हैं फ्री सेवाएं

Free Services of Indian Railway: दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे नेटवर्क भारतीय रेलवे (Indian Railway) है. पूरी दुनिया में इसके चर्चे है. भारतीय रेल लम्बी से लम्बी दूरी तय करता है जिसके लिए उसे कई घंटे और कभी कभी तो कई हफ़्ते भी लग जाते हैं. ऐसे में सफ़र के दौरान यात्रियों को काफ़ी लम्बे समय तक के लिए ट्रेन में ही रहना पड़ जाता है. यात्रियों की सुविधा के लिए भारतीय रेलवे कई सारी सेवाएं ट्रेन में ही उपलब्ध कराता है. रेलवे के इन सेवाओं में कुछ तो पेड होती हैं और कुछ सेवा बिल्कुल मुफ़्त में मिलती है. यानी यात्री को पैसे देने की ज़रूरत नहीं होती है. कई यात्रियों को इसके बारे में जानकारी होती है. लेकिन, कई यात्री ऐसे भी होते हैं जिन्हें इन सुविधाओं की भनक तक नहीं होती है. ऐसी ही सेवाओं के बारे में आज हम आपको बतायेंगे जो यात्रियों को भारतीय रेलवे की तरफ़ से मुफ़्त में मिलती है.

मुफ़्त में खाना और बेड

भारतीय रेलवे की सभी ट्रेनों के तीनों एसी कोच, फर्स्ट कैटेगरी, एसी 2-टियर और एसी 3-टियर में एक कंबल, एक तकिया, दो बेडशीट और साथ में एक फेस तौलिया बेडरोल में फ्री मिलता है. वहीं, गरीबरथ एक्सप्रेस में बेडरोल लेने के लिए 25 रूपए की राशि देनी होती है. यदि बेडरोल नहीं दिया जाता है तो यात्री इसके लिए शिक़ायत कर सकते हैं. शिक़ायत करने पर शीघ्र ही बेडरोल उपलब्ध करा दिया जाएगा. सुपरफ़ास्ट ट्रेन जैसे कि शताब्दी, दुरंतो और राजधानी जैसी ट्रेनों में जो यात्री सफ़र करते हैं, उन्हें यात्रा के दौरान ट्रेन में मुफ़्त खाना खाने को मिल सकता है पर इसके लिए एक शर्त लागू होती है. शर्त यह है कि ट्रेन 2 या फ़िर 2 से ज़्यादा घंटे की देरी से चल रही हो. ट्रेन की देरी से भारतीय रेलवे यात्रियों के नुक्सान की भरपाई के रूप में फ्री में खाना देता है. सिर्फ़ इतना ही नहीं, खाने का मेनू भी यात्री अपनी इच्छानुसार चुन सकते हैं. इसके अलावा अगर फूड वेंडर किसी यात्री को खाने का बिल देने से मना कर देता है तो उस परिस्थिति में भी उससे खाना मुफ़्त में लिया जा सकता है.

मेडिकल की सुविधा मुफ़्त में

ट्रेन में मेडिकल की सुविधा भी मुफ़्त में मिलती है. अगर कोई यात्री ट्रेन में सफ़र के दौरान अपने आप को बीमार महसूस करते हैं या स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या आ जाती है तो यात्री फ्रंट लाइन कर्मचारी, टिकेट कलेक्टर, ट्रेन अधीक्षक, आदि से मेडिकल ट्रीटमेंट की मांग कर सकते हैं. ये यात्री को स्वास्थ्य से सम्बंधित सुविधा उपलब्ध करायेंगे. ट्रेन में मेडिकल ट्रीटमेंट के लिए यात्री को कोई शुल्क भी नहीं देना होगा. वहीं, अगर किसी यात्री को कोई शिक़ायत दर्ज करानी है तो वो ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों ही तरीक़ों से अपनी शिक़ायत दर्ज करा सकता है. यात्री अपनी शिक़ायत दर्ज करने के लिए अकाउंट एजेंसी, पार्सल ऑफिस, माल गोदाम, टाउन बुकिंग ऑफिस, रिजर्वेशन ऑफिस आदि में से एक नोटबुक लेकर, उसमें अपनी समस्या लिख सकता है. ऑनलाइन शिक़ायत दर्ज करने के लिए pgportal.gov.in की वेबसाइट पर शिक़ायत कर सकता है. साथ ही, हेल्पलाइन नंबर 9717630982 और 011-23386203 पर संपर्क करके भी यात्री अपनी शिक़ायत कर सकते हैं. यात्री भारतीय रेलवे के 139 पर भी शिक़ायत कर सकते हैं.

Also read: Crackers Banned in Train: क्या ट्रेन में कर सकते हैं पटाखों के साथ यात्रा? क्या है पटाखे को लेकर रेलवे नियम?

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *