Gold Price In India: भारत में सोने की कीमतें एक बार फिर तेज़ी से आसमान छू रही हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ोतरी के बाद सोमवार को यानी 13 अक्टूबर को सोने के भाव ने एक और नया रिकॉर्ड बना दिया है। कल के हल्के ठहराव के बाद भी कीमतों की रफ्तार थमी नहीं, बल्कि और तेज़ हो गई। त्योहारों के मौसम में जहां लोगों की खरीदारी बढ़ती जा रही है, वहीं इस मांग के साथ–साथ सोना भी दिन–ब–दिन महंगा होता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में इसके दाम और भी ऊपर जा सकते हैं।

पिछले दस दिनों की बात करें तो भारत में सोने की कीमतों में 5% से अधिक की बढ़त दर्ज की गई है। इतना ही नहीं, चाँदी की कीमतों में भी समान रूप से तेजी आई है। यह तेजी घरेलू मांग के साथ–साथ अंतरराष्ट्रीय कारकों की वजह से भी है। अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापारिक तनाव, डॉलर की मजबूती और वैश्विक बाजार में निवेशकों का झुकाव ‘सुरक्षित निवेश’ यानी गोल्ड की ओर बढ़ने से सोने के रेट्स में अभूतपूर्व उछाल देखने को मिल रहा है।
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भारत में 22 कैरेट सोने का भाव अब ₹1,14,900 प्रति 10 ग्राम को पार कर गया है, जबकि 24 कैरेट सोने की कीमत दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में ₹1,25,000 प्रति 10 ग्राम से ऊपर निकल गई है। यह दरें अपने आप में रिकॉर्ड तोड़ हैं। इस महीने की शुरुआत में जहां सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखने को मिली थी, वहीं अब उन्होंने एक के बाद एक रिकॉर्ड तोड़ते हुए मजबूती से वापसी की है।

13 अक्टूबर को जारी ताज़ा आंकड़ों के मुताबिक, भारत में 22 कैरेट सोना ₹320 बढ़कर ₹1,25,400 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है। वहीं, 24 कैरेट सोने की कीमत ₹300 बढ़कर ₹1,14,950 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई है। इतना ही नहीं, 18 कैरेट सोने का भाव भी ₹240 की बढ़ोतरी के साथ ₹94,050 प्रति 10 ग्राम दर्ज किया गया है। इस तरह पिछले कुछ दिनों में सभी कैरेट की श्रेणियों में सोने की कीमतों में स्थिर बढ़ोतरी बनी हुई है।
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अगर बात बड़ी खरीदारी की करें, तो 22 कैरेट सोने के 100 ग्राम की कीमत ₹3,000 की उछाल के साथ ₹11,49,500 रुपये हो गई है। वहीं, 24 कैरेट सोने का 100 ग्राम अब ₹12,54,000 रुपये का हो गया है, जो पिछले दिन के मुकाबले ₹3,200 की बढ़त दर्शाता है। यानी, हर दिन सोना निवेशकों के लिए और भी “मुनाफे का सौदा” बनता जा रहा है।

त्योहारों का सीजन आने वाला है — नवरात्र, दशहरा, धनतेरस और दिवाली। इन सभी अवसरों पर पारंपरिक रूप से सोने की खरीदारी शुभ मानी जाती है। ऐसे में मांग में तेजी आना स्वाभाविक है। हालांकि, इस बार जो तेजी देखी जा रही है, वह सिर्फ मांग की वजह से नहीं है। इसके पीछे वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, डॉलर इंडेक्स में हलचल और जियोपॉलिटिकल तनाव जैसे बड़े कारण भी शामिल हैं।
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अंतरराष्ट्रीय बाजार की बात करें तो, अमेरिका और चीन के बीच बढ़ते व्यापार तनाव ने दुनिया भर के निवेशकों को ‘सेफ हेवन’ यानी सोने की ओर मोड़ दिया है। यही वजह है कि वैश्विक स्तर पर सोने के दाम रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। भारत में भी इसका सीधा असर देखने को मिल रहा है, क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना महंगा होता है तो इसका प्रभाव घरेलू बाजार में तुरंत पड़ता है।

सोना हमेशा से भारतीय संस्कृति और निवेश दोनों का अहम हिस्सा रहा है। आमतौर पर जब आर्थिक अस्थिरता बढ़ती है या शेयर बाजार में गिरावट आती है, तो लोग सोने में निवेश को सुरक्षित विकल्प मानते हैं। इस समय भी यही स्थिति दिखाई दे रही है। लगातार बढ़ती महंगाई और वैश्विक तनाव के माहौल में लोग बैंक डिपॉजिट या इक्विटी से ज्यादा भरोसा गोल्ड पर जता रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यही रुझान जारी रहा, तो दिवाली से पहले सोने की कीमतें ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम का आंकड़ा भी छू सकती हैं। हालांकि, यह खरीदारों के लिए चिंता की बात है, लेकिन निवेशकों के लिए सुनहरा मौका साबित हो सकता है।

कुल मिलाकर, सोना इस वक्त एक बार फिर चमक में है — और इस बार उसकी यह चमक सिर्फ बाजार में नहीं, बल्कि निवेशकों की जेबों में भी झलक रही है। त्योहारों से पहले भारत का यह “सुनहरा मौसम” एक नई कहानी लिख रहा है, जहां हर दिन सोना नया रिकॉर्ड बना रहा है।
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