Gold Price on Diwali: दिवाली पर सोने के भाव में कितनी हो सकती है बढ़ोतरी? जानें किन कारणों से होगी बढ़ोतरी
त्योहारों में बढ़ेगा सोने का भाव
Gold Price on Diwali: त्योहारों का सीजन कुछ ही दिनों में शुरू हो जाएगा. ऐसे में एक्सपर्ट के अनुसार बताया जा रहा है कि सोने का भाव (gold price) आसमान छूने लगेगा. फ़िर से सोने की क़ीमतों में उछाल आने वाला है. त्योहारों के समय में सोने के भाव बढ़ने से ग्राहक और निवेशक दोनों ही चिंतित है. बता दें कि पिछले कुछ दिनों से सोने की क़ीमतों में तेज़ी से उतार–चढ़ाव हो रहा है. पटना में 22 कैरट सोने की क़ीमत 69,600 रूपए प्रति ग्राम हो गयी है, वहीं 24 कैरट सोने का दाम 74,650 रूपए प्रति ग्राम हो गया है. त्योहारों के मौसम में सोने का भाव 76,000 रूपए के पार पहुंच सकता है. सोने के भाव में इस तरह से तेज़ी इन कारणों के वजह से आ सकती है.
इन कारणों से होगी बढ़ोतरी
सबसे बड़ी वजह जिससे कि सोने की क़ीमत (gold price) में वृद्धि होगी, वो है अमेरिकी फ़ेडरल रिज़र्व द्वारा संभावित ब्याज़ दरों में कटौती. पिछले हफ़्तों में फ़ेडरल रिज़र्व की ब्याज़ दरों में 50 बेसिस पॉइंट की कटौती की संभावना 34% से बढ़कर 41% हो गयी है. जब ब्याज़ दरों में कमी आती हैं, तब सोना निवेश के लिए एक अच्छा विकल्प बन जाता है. चूंकि, यह मुद्रास्फीति और करेंसी को डीवैल्यू करने में सहायता करता है. भू–राजनीतिक तनाव जो देश–दुनिया में चल रहे हैं, इसकी वजह से भी सोने का भाव प्रभावित होता है. अगर तनाव बढ़ेगा तो सोने का भाव भी बढ़ सकता है. ऐसी परिस्थिति में लोग अपनी पूंजी को बचाने व सुरक्षित रखने के लिए सोने जैसी क़ीमती धातु में निवेश करते हैं, जिससे कि इसकी मांग बढ़ती है और कीमतें भी बढ़ती है. अमेरिकी डॉलर के कमज़ोर होने से भी सोने का दाम आमतौर पर बढ़ जाता है. अनुमान लगाया जा रहा है कि फ़ेडरल रिज़र्व की संभावित दरों में कटौती और आर्थिक अनिश्चितताओं की वजह से डॉलर में गिरावट होगी, जिससे कि सोने की क़ीमत में बढ़ोतरी हो सकती है. दूसरी मुद्राओं वाले देशों में, कमज़ोर डॉलर होने की वजह से, सोना सस्ता हो जाता है और उसकी मांग बढ़ जाती है.
एक्सचेंज रेट में भी इज़ाफा
बता दें कि सोने की फिजिकल डिमांड बढ़ने से भी उसकी क़ीमतों में वृद्धि होती है. सोने की फिजिकल डिमांड में मजबूती बनी हुई है. ऐसी स्थिति में निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प मानते है और उसकी मांग बढ़ जाती है. देश में सोने के भाव बढ़ने के कई घरेलू कारण भी होते हैं. सरकार द्वारा कस्टम ड्यूटी घटाने से सोने के भाव में गिरावट हो जाती है. लेकिन अब आने वाले त्योहार की वजह से सोने की क़ीमतों में अच्छी ख़ासी बढ़ोतरी होने की उम्मीद है. पिछले कुछ हफ़्तों में सोने के एक्सचेंज रेट में भी उछाल आ रहा है. 22 कैरट सोने का एक्सचेंज रेट 68,100 रूपए प्रति ग्राम हो गया है, तो वहीं 18 कैरट सोने का एक्सचेंज रेट 57,600 रूपए प्रति 10 ग्राम हो गया है. इन क़ीमतों से बाज़ार की स्थिति और भी अस्थिर होती जा रही है. पर्व–त्योहार के माहौल में क़ीमती धातुओं के बढ़ते भाव में हो रहे उतार–चढ़ाव से ग्राहक और निवेशक उलझन में आ गए हैं. त्योहारों के समय ख़ासतौर से लोग ज़ेवर ख़रीदना चाहते हैं, लेकिन इस साल की बढ़ती–घटती कीमतें उन्हें मन मसोस कर रहने के लिए मजबूर कर रही हैं.
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