एक ओर जहां सीएम नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली कार्यक्रम का मधेपुरा के गौरीपुर में अवलोकन कर रहे थे तो वहीं दूसरी ओर वाम संगठन एआईएसएफ व एआईवाईएफ के कार्यकर्ता बीएन मंडल विश्वविद्यालय के समीप उनका पुतला दहन कर रहे थे।
पुतला दहन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एआईवाईएफ के राज्य उपाध्यक्ष शंभू क्रांति ने कहा कि नीतीश कुमार घूम-घूम कर विकास के दावे कर रहे हैं, जबकि धरातल पर ऐसा बिल्कुल नहीं है। शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार में सरकार जमीनी स्तर पर पूरी तरह असफल है। वहीं छात्र संगठन एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह विश्वविद्यालय प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि मुख्यमंत्री के विकास के सारे दावे छलावे हैं, जिसकी पोल विगत 30 दिसंबर को नीति आयोग की ओर से जारी एसडीजी इंडेक्स रिपोर्ट ने खोल कर रख दी है।

नीति आयोग के दावे में बिहार हर क्षेत्र में फिसड्डी साबित हुआ है। वहीं मुख्यमंत्री जिस जल जीवन हरियाली का ढ़ोल पिट रहे हैं, उसी जल जीवन हरियाली के झांकी को गणतंत्र दिवस के मौके पर भाग लेने योग्य नहीं मानते हुए केंद्र सरकार ने रिजेक्ट कर दिया है। मौके पर एआईएसएफ के राज्य परिषद सदस्य सौरभ कुमार, यूथ फेडरेशन के जिला अध्यक्ष जितेंद्र कुमार मुन्ना, आंनद, गोलू राज, ऋचा प्रिया, सत्यम, संतोष, मयंक, सुमित आदि मौजूद थे।