हज यात्रा पर लगे जीएसटी को लेकर हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के नेता व प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने सरकार पर निशाना साधा है। हज यात्रियों की हवाई यात्रा पर सरकार द्वारा 18 प्रतिशत जीएसटी लगाए जाने पर बिहार में सियासी बयानबाजियां तेज हो गई है, इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर जीएसटी के दर में कमी करने की मांग की है।
हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने हज यात्रा पर जीएसटी लगाये जाने का विरोध किया है। उन्होंने कहा है कि धार्मिक यात्रा पर GST लगाना बिल्कुल जज़िया कर लगाने के जैसा है. सरकार अविलंब हज यात्रा पर से GST हटाए. उन्होंने कहा है कि जिस तरह जजिया कर होता था आज जीएसटी को भी उसी रूप में हज यात्रा पर लागू कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार जल्द से जल्द इस कर को हटाए।
हज यात्रा पर लगे जीएसटी को लेकर राजद नेता भाई वीरेंद्र ने भी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने कहा है कि केंद्र की भाजपा सरकार पेट्रोल-डीजल को GST में नहीं लाती जबकि हज यात्रा पर 18% GST लागू कर दिया है। राजद नेता ने कहा है कि हज यात्रा पर GST लागू करके जानबूझ कर एक खास कौम को टारगेट कर रही है।
गौरतलब है कि सरकार के जीएसटी के नियमानुसार निजी टूर के माध्यम से हज यात्रा करने 5 प्रतिशत जीएसटी अदा करने पड़ेंगे ,वहीँ सरकारी एजेंसी हज कमेटी ऑफ इंडिया के द्वारा हज यात्रा करने वाले यात्रियों पर 18 प्रतिशत जीएसटी लागू किया गया है . निजी टूर के मुकाबले हज कमेटी ऑफ इंडिया से हज यात्रा पर जाने पर 32,500 रूपए अधिक लगेगा।