Har Ghar Shauchalay Abhiyan: राज्य के ज़्यादातर घरों में नहीं है शौचालय, 15 नवंबर से चलाया जाएगा अभियान
15 नवंबर से शुरू होगा अभियान
Har Ghar Shauchalay Abhiyan: बिहार (Bihar) में बड़े पैमाने पर अब भी गांव और कस्बों के लोग शौचालय जैसी मूलभूत सुविधा से वंचित हैं. गांव और कस्बे के लोगों को शौच के लिए अभी भी खेतों व जंगल झाड़ का सहारा लेना पड़ता है. हालांकि, खुले में शौच ना करने के लिए प्रदेश में बड़े स्तर पर अभियान भी चलाया गया था. लेकिन, बिहार में अभी भी 12 लाख़ से ज़्यादा घरों में शौचालय की सुविधा नहीं है. राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर विभिन्न संस्थानों ने व्यक्तिगत पारिवारिक शौचालय की उपस्थिति में इसके लिए सभी जिलों में सर्वेक्षण कराया था. लेकिन, सर्वेक्षण में बहुत हद तक गैप पाया गया. थोड़ी और गहराई से जानने और असल में वास्तविकता का पता करने के लिए जीविका के ग्राम संगठनों के ज़रिए भी सर्वे कराया गया था. जिसमें प्रदेश के 12.90 लाख़ शौचालय विहीन परिवारों की पहचान की गई है. प्रदेश के इन शौचालय विहीन परिवारों के लिए मिशन मोड के तहत शौचालय की सुविधा देने के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया जा रहा है. इस अभियान का नाम हर घर शौचालय रखा गया है. हर घर शौचालय अभियान 60 दिनों तक चलाया जाएगा. यह अभियान 15 नवंबर से शुरू होगा और अगले साल 15 जनवरी तक चलाया जाएगा. इस अभियान के तहत सिर्फ़ बिहार में ही नहीं, बल्कि भारत में स्वच्छता लाने के लक्ष्य बनाया गया है.
प्रत्येक घर में मिलेगी प्रोत्साहन राशि
लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के दूसरे चरण में खुले में शौच से मुक्ति के लिए बिहार के सभी ग्राम पंचायतों को ओडीएफ प्लस मतलब साफ़ एवं स्वच्छ बनाने का मकसद है. बता दें कि लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के दूसरे चरण में नए शौचालय विहीन परिवारों के साथ–साथ वैसे परिवार जो किसी भी कारणवश छूट गए हैं, उन्हें भी शौचालय की सुलभता उपलब्ध कराने का प्रावधान है. सरकार के इस अभियान के तहत 60 दिनों में शौचालय विहीन परिवारों के सत्यापन का कार्य किया जाएगा. साथ ही शौचालय के निर्माण के लिए सूचना शिक्षा एवं संचार (आईईसी) और व्यवहार परिवर्तन गतिविधियों का संचालन संचालन भी किया जाएगा. इसके बाद शौचालय निर्माण सामग्री की उपलब्धता को सुनिश्चित किया जाएगा तथा शौचालय के निर्माण के बाद सभी निर्मित शौचालय की जियो टैगिंग भी होगी. इस पहल के ज़रिए प्रोत्साहन राशि का भुगतान भी शीघ्र ही हो जाएगा. हर घर शौचालय अभियान के तहत निर्मित व्यक्तिगत शौचालयों के प्रोत्साहन राशि का भुगतान अगले साल 15 फरवरी 2025 तक कर दिया जाएगा. इसके लिए प्रत्येक घर में केवल एक ही पारिवारिक शौचालय की प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाएगा. यह कदम स्वच्छता के लिए बहुत महत्वपूर्ण और अहम है.
जीविका के साथ स्थापित होगा तालमेल
हर घर शौचालय अभियान के संचालन के लिए जीविका के साथ तालमेल स्थापित किया जाएगा. इस सम्बन्ध में लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी सह राज्य मिशन निदेशक हिमांशु शर्मा ने सभी जिलाधिकारियों को पत्र भेजा है. इस अभियान को ज़्यादा से ज़्यादा सफ़ल बनाने के लिए जिला स्तर पर उपविकास आयुक्त सह उपाध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता समिति को अभियान को संचालित करने की पूरी ज़िम्मेदारी दे दी गयी है. साथ में, हर हफ़्ते दो बार निगरानी करने का कर्तव्य भी सौंपा गया है. इसके बाद डायरेक्टर डीआरडीए, बीडीओ सह प्रखंड स्वच्छता पदाधिकारी और एलएसबीए के जिला समन्वयक को विभिन्न कार्यभार सौंप दिए गए हैं. सरकार द्वारा यह कदम खुले में शौच को रोकने के लिए और स्वच्छता अभियान को और प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया है.