महागठबंधन में सीटों की संख्या को लेकर जारी विवाद एक ओर जहाँ बढती जा रही है वहीं उत्तर बिहार की दो सीटों पर खींचतान जारी है. जानकारी के मुताबिक़ कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता अपने पुत्र के लिए पूर्वी चंपारण से टिकट चाहते हैं, जबकि रालोसपा ने यहाँ अपना दावा कर रखा है. इस सीट को लेकर अभी रालोसपा अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा पर गंभीर आरोप भी लग रहे हैं. बताया जा रहा है कि कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता अपने पुत्र के लिए यह सीट मांग रहे हैं.
दरभंगा में भाजपा के खिलाफ राजद हमेशा प्रत्याशी उतारता रहा है. मगर अभी वर्तमान बीजेपी सांसद कीर्ति आजाद ने अपना पाला बदलकर कांग्रेस का रास्ता अपना लिया है. कीर्ति आजाद के कांग्रेस में आ जाने से दरभंगा सीट महागठबंधन के लिए काफी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि वह वर्तमान में दरभंगा के सांसद हैं. जाहिर है वो कांग्रेस में इसीलिए आये हैं कि कांग्रेस उन्हें दरभंगा से ही प्रत्याशी बनाये. माना भी यही जा रहा है कि कांग्रेस उन्हें दरभंगा से ही अपना उम्मीदवार बनाएगी क्यूंकि कीर्ति आजाद दरभंगा से तीन बार सांसद रह चुके हैं. दूसरी और राजद के अशरफ अली फातिमी दरभंगा से चुनाव लड़ते रहे हैं.
अशरफ अली फातिमी 2004 में दरभंगा से चुनाव जीतकर केन्द्रीय मंत्री भी बने थे. सूत्रों के मुताबिक़ दरभंगा सीट के लिए राजद में वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी के नाम की भी चर्चा है. अब देखना यह है कि पूर्वी चंपारण और दरभंगा की सीटों पर एनडीए और महागठबंधन किन-किन उम्मीदवारों को अपना प्रत्याशी बनती है.