indian cricket fans: क्रिकेट के ये 6 जबरा फैन्स, जिनके बिना क्रिकेट है अधुरा
एक समय में क्रिकेट अंग्रेजों का खेल था. लेकिन आज के समय में भारत में इसकी लोकप्रियता का कोई मुकाबला नहीं है। भारतीय क्रिकेट के महान खिलाड़ी जैसे सुनील गावस्कर, कपिल देव, सचिन तेंदुलकर, अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह, महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली, और रोहित शर्मा ने वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी छाप छोड़ी है और क्रिकेट की दुनिया में भारत का लोहा मनवाया है। भारत में क्रिकेट केवल एक खेल नहीं, बल्कि लोगों की भावनाएं भी इससे जुड़ी हैं, और ये खिलाड़ी क्रिकेट फैन्स के लिए भगवान की तरह पूजे जाते हैं। हालांकि, क्रिकेट का ये जुनून सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश जैसे देशों में भी देखा जाता है।
क्रिकेट को खास बनाने में सिर्फ खिलाड़ी ही नहीं, बल्कि इसके प्रशंसक भी अहम भूमिका निभाते हैं। कोई भी खेल प्रशंसकों के बिना अधूरा होता है। खेल की लोकप्रियता का मुख्य आधार हमेशा उसके समर्थक रहे हैं। दुनिया का कोई भी खेल हो, अगर उस खेल और खिलाड़ियों के प्रशंसक या चाहने वाले नहीं है, तो उसकी कोई वैल्यू नहीं होती। जब खिलाड़ी मैदान पर अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो उनके पीछे उनके प्रशंसकों का प्यार और समर्थन होता है, जो उन्हें लगातार बेहतर प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित करता है। खेल की सफलता और लोकप्रियता के लिए प्रशंसक हमेशा जरूरी होते हैं. क्रिकेट के भी कई ऐसे फैन्स है, जिन्होंने अपने पसंदीदा खिलाड़ियों पर इतना प्यार लुटाया कि अब वे सुपरफैन्स के नाम से लोगों के बीच पहचाने जाने लगे. अब हम आपको कुछ क्रिकेट के जबरा फैंस से मिलवाते हैं, जिनका जीवन क्रिकेट के इर्द–गिर्द घूमता है। इनकी इतनी लोकप्रियता हो चुकी है कि अब तो इन सुपरफैंस के बिना क्रिकेट की दुनिया अधूरी सी लगती है।
1. सुधीर (भारत)
भारत में सबसे बड़े क्रिकेट फैन के तौर पर सुधीर कुमार चौधरी का नाम लिया जाता है। वे भारतीय क्रिकेट के सबसे समर्पित फैंस में से एक हैं। उन्होंने 2007 में अपना पहला मैच देखा था, और तब से लेकर आज तक उनकी जिंदगी क्रिकेट के बिना अधूरी है। सचिन तेंदुलकर और महेंद्र सिंह धोनी जैसे दिग्गज खिलाड़ियों ने भी उनकी दीवानगी की सराहना की है। सुधीर के लिए क्रिकेट ही जीवन है, और वह इसे अपनी धड़कन मानते हैं।
2. चाचा क्रिकेट (पाकिस्तान)
पाकिस्तान में भी क्रिकेट की दीवानगी उतनी ही है जितनी भारत में। यहाँ के सबसे पुराने क्रिकेट फैन का नाम चौधरी अब्दुल जलील है. इन्हें लोग ‘चाचा क्रिकेट‘ के नाम से जानते हैं। उन्होंने 1969 में 19 साल की उम्र में अपना पहला क्रिकेट मैच देखा था और तब से उनका जीवन क्रिकेट के इर्द–गिर्द घूमने लगा। आज ‘चाचा क्रिकेट‘ वर्ल्ड क्रिकेट के सबसे पुराने फैंस में गिने जाते हैं.
3. बार्मी आर्मी (इंग्लैंड)
इंग्लैंड में भी क्रिकेट को लेकर अच्छी–खासी दीवानगी है. और इस माहौल को और रंगीन बनाती है ‘बार्मी आर्मी‘। ये इंग्लैंड की क्रिकेट टीम के सबसे बड़े समर्थकों का समूह है। इस समूह के सदस्य अपने साथियों को उत्साहित करने और विपक्षी टीमों को ट्रोल करने में माहिर होते हैं। बार्मी आर्मी का उत्साह एशेज जैसी सीरीज में स्टेडियम का माहौल पूरी तरह से बदल देता है।
क्रिकेट के इन जबरा फैंस की वजह से क्रिकेट की दुनिया और भी जीवंत और रोमांचक बनती है। ये फैंस न केवल अपनी टीम को सपोर्ट करते हैं, बल्कि अपने जुनून और प्यार से पूरे खेल की दुनिया को प्रेरित करते हैं।
4. शोएब अली बुखारी (बांग्लादेश)
बांग्लादेश के सबसे प्रसिद्ध क्रिकेट फैन शोएब अली बुखारी हैं, जिन्हें ‘टाइगर‘ के नाम से जाना जाता है। बुखारी, जो पेशे से मोटर मैकेनिक हैं, बांग्लादेश के क्रिकेट मैचों को सपोर्ट करने के लिए कई देशों की यात्रा कर चुके हैं। वह अक्सर बांग्लादेश की टीम के लिए बाघ–थीम वाले बॉडी पेंट के साथ स्टेडियम में नजर आते हैं और बांग्लादेश के क्रिकेटरों के लिए उनका समर्थन हमेशा मजबूत रहा है।
5. शिकागो चाचा (पाकिस्तान)
पाकिस्तान में ‘चाचा क्रिकेट‘ के अलावा, अमेरिका में रहने वाले चाचा बशीर (Chacha Bashir) भी एक लोकप्रिय क्रिकेट फैन हैं। ‘शिकागो चाचा‘ के नाम से मशहूर ये पाकिस्तानी मूल के व्यक्ति न केवल पाकिस्तान के लिए, बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के लिए भी समर्पित हैं। उनका समर्पण और प्यार दोनों टीमों के लिए उन्हें एक विशिष्ट स्थान दिलाता है।
6. अंकल पर्सी (श्रीलंका)
श्रीलंकाई क्रिकेट के प्रसिद्ध सुपरफैन पर्सी अबेसेकरा (Percy Abeysekara) ने 1979 के विश्व कप से ही अपनी टीम को समर्थन देना शुरू किया था। श्रीलंका के राष्ट्रीय ध्वज के साथ रंगीन कपड़े पहनकर क्रिकेट मैदान पर अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाले पर्सी का निधन 2023 में हुआ था। वह क्रिकेट के बड़े टूर्नामेंट्स में हमेशा अपनी टीम के साथ खड़े रहते थे, और उन्हें अक्सर दुनिया भर के क्रिकेट स्टेडियम में देखा जाता था।