ishan kishan: बिहार के लाल किशन ने दलीप ट्रॉफी में जड़ा धमाकेदार शतक,भारतीय टीम में वापसी की उम्मीदें बढ़ीं!
बिहार के रहने वाले ईन किशन ने एक बार फिर अपने प्रदर्शन से सब को हक्का बक्का कर दिया. अपने बल्लेबाजी कौशल की धमक दिखाते हुए उन्होंने फिर से खुद को शानदार खिलाड़ियों की श्रेणी में खड़ा कर दिया है और साबित कर दिया है कि वे किसी से कम नहीं। बाएं हाथ के इस आक्रामक बल्लेबाज ने दलीप ट्रॉफी के दूसरे दौर में शानदार शतक जड़ा है। इंडिया सी के लिए खेलते हुए किशन ने इंडिया बी के खिलाफ शानदार पारी खेलते हुए 111 रन बनाए। इस मैच में इंडिया सी को कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ की चोट के कारण नुकसान हुआ, क्योंकि गायकवाड़ मैच की शुरुआत के साथ ही रिटायर्ड हर्ट हो गए थे। इसके बावजूद किशन ने अपनी जबरदस्त बैटिंग से सबका ध्यान अपनी तरफ खिंचा.
गेंदबाजों के खिलाफ ईशान किशन की आक्रामक बल्लेबाजी
बिहार के लाल ईशान किशन ने इस पारी के दौरान लगभग 90 के स्ट्राइक रेट से खेलते हुए 111 रन बनाए, जो फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनका सातवां शतक है। इस शतक की खासियत यह है कि किशन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में दो साल बाद शतक जमाया है। ईशान किशन ने पहले मैच में चोट के कारण हिस्सा नहीं लिया था, लेकिन फिट होते ही उन्होंने अपनी फॉर्म दिखाते हुए इंडिया बी के गेंदबाजों की जमकर धुनाई कर दी। उन्होंने विशेषकर स्पिनर्स के खिलाफ आक्रामक खेल दिखाया और वॉशिंगटन सुंदर को बेहतरीन अंदाज में खेला।
भारतीय टीम में वापसी की राह हुई आसान
दलीप ट्रॉफी किशन के लिए काफी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं। अगर इस टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो सेलेक्टर्स उनके नाम पर विचार कर सकते हैं। हाल ही में उन्होंने बुच्ची बाबू टूर्नामेंट में भी शतक लगाया था। बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उन्हें शामिल नहीं किया गया है, लेकिन आगामी टी20 सीरीज में टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए ईशान किशन को लगातार ऐसे प्रदर्शन दिखाने होंगे और यहीं उनका लक्ष्य भी रहने वाला है.दलीप ट्रॉफी के दूसरे दौर में, किशन ने 126 गेंदों में 111 रनों की शानदार पारी खेली। पहले राउंड में इंडिया डी के लिए नामित होने के बावजूद, चोट के कारण वह उस मैच में नहीं खेल पाए थे। इस मैच में इंडिया सी की शुरुआत अच्छी नहीं रही और गायकवाड़ के रिटायर्ड हर्ट हो जाने के बाद, साई सुदर्शन और रजत पाटीदार ने 96 रनों की साझेदारी की। फिर ईशान किशन और बाबा इंद्रजीत के बीच 189 रनों की साझेदारी हुई, जिसमें किशन ने आक्रामक शॉट्स लगाए और इंद्रजीत ने भी उनका अच्छा साथ दिया। किशन ने अपनी पारी में तीन छक्के और 11 चौके लगाए। ईशान किशन की यह पारी न केवल उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लौटने का संकेत है, बल्कि उनके आत्म–विश्वास और खेल के प्रति समर्पण का भी प्रमाण है। उनका यह शतक उनके भारतीय टीम में वापसी की राह खोल सकता है।
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