टीम इण्डिया से बाहर किये जाने के बाद, ईशान किशन ने तूफानी शतक से दिखाया अपना दम
टीम इंडिया से बाहर किए जाने और बीसीसीआई द्वारा अनुबंध समाप्त किए जाने के बाद भी ईशान किशन ने अपने बल्ले से आलोचकों को करारा जवाब दिया है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने तमिलनाडु में चल रहे बुची बाबू टूर्नामेंट के पहले मैच में शानदार शतक जमाया। ईशान ने खबर लिखे जाने तक 88 गेंदों में 105 रन बना लिए थे और उनके बल्ले से 10 छक्के भी लगे थे।
ईशान किशन इस टूर्नामेंट में झारखंड की कप्तानी कर रहे हैं। छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए ईशान ने आते ही गेंदबाजों की धज्जियां उड़ा दीं। उन्होंने मध्य प्रदेश के सभी गेंदबाजों को बुरी तरह से पीटा। विशेष रूप से, उन्होंने रामवीर गुर्जर, अधीर प्रताप सिंह और आकाश राजावत के खिलाफ सबसे अधिक रन बनाए। इन तीनों गेंदबाजों पर उन्होंने 8 छक्के लगाए, जबकि एक छक्का पारुष मंडल की गेंद पर लगाया। उनकी पारी की भव्यता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने अपने शतक के 71 प्रतिशत रन छक्कों और चौकों से बनाए।
ईशान किशन पिछले साल दिसंबर से टीम इंडिया से बाहर हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका के दौरे को बीच में ही छोड़ दिया था और इसके बाद आईपीएल से पहले विवादों में आ गए थे, जब उन्होंने एनसीए की बजाय हार्दिक पंड्या के साथ वडोदरा में ट्रेनिंग की। आईपीएल में उनका प्रदर्शन मिश्रित रहा और टी20 वर्ल्ड कप के लिए उन्हें चुना नहीं गया। कहा गया कि ईशान को तब तक टीम इंडिया में वापसी नहीं मिल सकेगी जब तक वे घरेलू क्रिकेट में अच्छे प्रदर्शन का सबूत नहीं देंगे।
अब ईशान ने बुची बाबू टूर्नामेंट में खेलकर अपनी वापसी की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। झारखंड की कप्तानी करते हुए उन्होंने पहले ही मैच में बेहतरीन शतक बनाकर साबित कर दिया है कि वह राष्ट्रीय टीम में लौटने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।