Land scam: आजकल जमीन, प्लॉट, या घर खरीदने–बेचने के दौरान धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ रहे हैं। इनमें से एक बड़ा अपराध है फर्जी रजिस्ट्री, जिसमें किसी और की संपत्ति को धोखाधड़ी से किसी अन्य व्यक्ति के नाम कर दिया जाता है। इस तरह की घटनाओं में लोग अपनी जमीन या संपत्ति गंवा देते हैं और बाद में कानूनी लड़ाई में उलझ जाते हैं। अगर आपके साथ भी ऐसा हुआ है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप उचित कानूनी कार्रवाई करके अपनी संपत्ति वापस पा सकते हैं। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि फर्जी रजिस्ट्री होने पर कहां और कैसे शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
फर्जी रजिस्ट्री क्या होती है?
फर्जी रजिस्ट्री का मतलब है कि आपकी जमीन या संपत्ति को जालसाजी करके किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड कर दिया गया हो। यह अपराध कई तरह से किया जाता है, जैसे–
- फर्जी दस्तावेज़ बनाकर रजिस्ट्री कराना
- मालिक की पहचान छिपाकर किसी अन्य को संपत्ति का विक्रेता दिखाना
- नकली गवाहों के जरिए दस्तावेज़ तैयार करवाना
फर्जी रजिस्ट्री की शिकायत कहां और कैसे करें?
यदि आपको पता चलता है कि आपकी संपत्ति की फर्जी रजिस्ट्री कर दी गई है, तो आपको निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
1. रजिस्ट्रार कार्यालय में शिकायत करें
सबसे पहले आपको अपने क्षेत्र के रजिस्टर/सब–रजिस्ट्रार कार्यालय में जाकर शिकायत दर्ज करनी चाहिए। रजिस्ट्रार के पास यह अधिकार होता है कि वह किसी भी फर्जी रजिस्ट्री को रद्द कर सके।
प्रक्रिया:
- लिखित शिकायत तैयार करें और उसमें स्पष्ट रूप से बताएं कि रजिस्ट्री जालसाजी से हुई है।
- जरूरी दस्तावेज़ संलग्न करें जैसे–
- असली रजिस्ट्री की कॉपी
- पहचान पत्र
- स्वामित्व प्रमाण पत्र
- अन्य संबंधित दस्तावेज़
- रजिस्ट्रार आपकी शिकायत की जांच करेगा और सही पाए जाने पर फर्जी रजिस्ट्री को रद्द कर देगा।
2. सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज करें
अगर आपकी संपत्ति किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर कर दी गई है, तो आप सिविल कोर्ट में मुकदमा दर्ज कर सकते हैं।
क्या करें?
- मालिकाना हक साबित करने के लिए दस्तावेज़ प्रस्तुत करें।
- रजिस्ट्रार और पुलिस रिपोर्ट को सबूत के तौर पर पेश करें।
कोर्ट में संपत्ति पर दावा करें और फर्जी रजिस्ट्री को अवैध घोषित करवाने की मांग करें।
3. राज्य स्टांप और रजिस्ट्रेशन विभाग में शिकायत करें
हर राज्य में स्टांप और रजिस्ट्रेशन विभाग होता है, जहां आप इस मामले की शिकायत दर्ज कर सकते हैं। कई राज्यों में ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने का तरीका:
- उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान जैसे राज्यों में रजिस्ट्रेशन विभाग की वेबसाइट पर जाएं।
- वहां शिकायत दर्ज करने का विकल्प चुनें।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें और विवरण दर्ज करें।
- इसके बाद अधिकारी इस मामले की जांच करेंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।
4. पुलिस स्टेशन में दर्ज करवा सकते है FIR
फर्जी रजिस्ट्री एक गंभीर अपराध है और इसके लिए आप पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवा सकते हैं। यह भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत अपराध की श्रेणी में आता है।
IPC की संबंधित धाराएं:
- धारा 420 – धोखाधड़ी
- धारा 467 – जालसाजी
- धारा 468 – धोखाधड़ी के उद्देश्य से जालसाजी
- धारा 471 – फर्जी दस्तावेज़ों का उपयोग
- धारा 318 – धोखाधड़ी और बेईमानी का अपराध
प्रक्रिया:
- अपने नजदीकी पुलिस स्टेशन जाएं।
- फर्जी रजिस्ट्री से जुड़े सभी दस्तावेज़ और सबूत प्रस्तुत करें।
पुलिस इस मामले की जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेगी।
फर्जी रजिस्ट्री से बचाव के उपाय
कानूनी जांच: संपत्ति खरीदने से पहले उसकी कानूनी स्थिति की पूरी जांच करें। ऑनलाइन रिकॉर्ड देखें: सरकारी रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर जाकर संपत्ति की रजिस्ट्री स्थिति जांचें। दस्तावेज़ सुरक्षित रखें: संपत्ति के सभी दस्तावेज़ों को सुरक्षित रखें और किसी अनजान व्यक्ति को न दें। संदिग्ध गतिविधियों पर सतर्क रहें: यदि आपको किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिलती है, तो तुरंत रजिस्ट्रार और पुलिस को सूचित करें।
अगर आपकी जमीन, प्लॉट, या घर की फर्जी रजिस्ट्री हो गई है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप रजिस्ट्रार, पुलिस, स्टांप विभाग और सिविल कोर्ट में शिकायत दर्ज कराकर न्याय पा सकते हैं। उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन करके आप अपनी संपत्ति वापस पा सकते हैं और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करवा सकते हैं।आपकी सतर्कता और सही कानूनी कदम आपको इस तरह की धोखाधड़ी से बच सकते हैं।