“क्रिकेट के 6 अनोखे गेंदबाज जिन्होंने कभी नो बॉल नहीं फेंकी”
क्रिकेट की दुनिया में नो बॉल होने आम बात है. लेकिन आप जान कर चौंक जाएंगे उन गेंदबाजों के बारे में जिन्होंने अपने पूरे क्रिकेट करियर में कभी नो बॉल नहीं फेंकी। जी हाँ कुछ ऐसे भी गेंदबाज रहें, जिन्होंने यह उपलब्धि क्रिकेट में गेंदबाजी की उच्चतम तकनीकी और मानसिक मजबूती के बूते हासिल की। आइए जानते हैं उन 6 लीजेंडस गेंदबाजों के बारे में जिन्होंने हैरान कर देने वाले इस रिकॉर्ड को हासिल किया।
1.डेनिस लिली: इसमें सबसे पहला नाम है डेनिस लिली का. ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज डेनिस लिली को क्रिकेट का एक महान खिलाड़ी माना जाता है। लिली ने अपने करियर के दौरान 355 टेस्ट विकेट और 103 वनडे विकेट हासिल किए। उनका क्रिकेट करियर 13 साल लंबा रहा, जिसमें उन्होंने 17017 टेस्ट गेंदें और 3577 वनडे गेंदें फेंकीं। इस दौरान कभी भी उन्होंने नो बॉल नहीं फेंकी। उनका अनुशासन और तकनीकी कौशल इस उपलब्धि को संभव बनाने में प्रमुख कारण रहा।
2. इयान बॉथम: दूसरे नंबर पर हैं इयान बॉथम. इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर इयान बॉथम को क्रिकेट के इतिहास के महान ऑलराउंडरों में गिना जाता है। बॉथम ने 102 टेस्ट और 116 वनडे मैच खेले, जिसमें उन्होंने 383 टेस्ट विकेट और 145 वनडे विकेट लिए। उन्होंने कुल 27502 गेंदें फेंकीं, और इस पूरी अवधि में कभी नो बॉल नहीं फेंकी। बॉथम की इस उपलब्धि ने उन्हें क्रिकेट के विशिष्ट खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया।
3. इमरान खान: तीसरे नंबर पर आते हैं इमरान खान. पाकिस्तान के पूर्व कप्तान और तेज गेंदबाज इमरान खान ने क्रिकेट में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 362 विकेट और वनडे क्रिकेट में 182 विकेट लिए। उनके क्रिकेट करियर में 88 टेस्ट और 175 वनडे शामिल हैं। इमरान खान ने कभी नो बॉल नहीं फेंकी, जो उनके तकनीकी और मानसिक स्थिरता का प्रमाण है। उनकी कप्तानी में पाकिस्तान ने 1992 का विश्व कप जीता, जो उनकी काबिलियत को और भी उजागर करता है।
4. लांस गिब्स: वेस्टइंडीज के लांस गिब्स को स्पिन गेंदबाजी में अत्यंत सफलता मिली। उन्होंने 79 टेस्ट मैचों में 309 विकेट और केवल 3 वनडे मैच खेले। गिब्स का नाम क्रिकेट की सबसे सफल स्पिनरों में शुमार होता है। उनके करियर में नो बॉल का एक भी मामला नहीं आया, जो उनके गेंदबाजी कौशल और उत्कृष्टता को दर्शाता है।
5. बॉब विलिस: इंग्लैंड के तेज गेंदबाज बॉब विलिस ने 90 टेस्ट और 64 वनडे मैच खेले। उन्होंने टेस्ट में 325 विकेट और वनडे में 80 विकेट लिए। विलिस ने कुल 10158 गेंदें फेंकीं और इस दौरान एक भी नो बॉल नहीं फेंकी। उनके इस रिकॉर्ड ने उन्हें गेंदबाजी के इतिहास में एक विशेष स्थान दिलाया।
6. कपिल देव: अब बात करते हैं कपिल देव की. कपिल देव भारतीय क्रिकेट के एक महान ऑलराउंडर थे। उन्होंने 1978 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कदम रखा और 1994 में अपने करियर का अंत किया। कपिल देव की कप्तानी में भारत ने 1983 का क्रिकेट विश्व कप जीता। अपने लंबे करियर के दौरान, उन्होंने 131 टेस्ट मैचों में 434 विकेट और 225 वनडे मैचों में 253 विकेट हासिल किए। विशेष बात यह है कि कपिल देव ने कभी भी नो बॉल नहीं फेंकी, जो उनके खेल में अनुशासन और दक्षता को दर्शाता है। उनकी यह उपलब्धि क्रिकेट इतिहास में एक महत्वपूर्ण रिकॉर्ड के रूप में मानी जाती है।
इन गेंदबाजों की उपलब्धियां क्रिकेट की दुनिया में एक आदर्श उदाहरण पेश करती हैं। नो बॉल की अनुपस्थिति इन खिलाड़ियों के अनुशासन, तकनीकी क्षमता और खेल के प्रति समर्पण को दर्शाती है। क्रिकेट के नियमों में नो बॉल के लिए फ्री हिट मिलने जैसी सुविधाओं के बावजूद, इन खिलाड़ियों ने अपने करियर में कभी भी नो बॉल का सामना नहीं किया। यह एक ऐसी उपलब्धि है जो भविष्य में भी शायद ही किसी और गेंदबाज द्वारा प्राप्त की जा सके।