लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख और केंद्रीय खाद्य आपूर्ति मंत्री रामविलास पासवान ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि कर्नाटक की हार अकेले भाजपा की नहीं बल्कि पूरे गठबंधन की हार है. वहां सबसे बड़ी पार्टी बनकर भी भाजपा सरकार बनाने से चूक गई.
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए पासवान ने कहा कि विरोधियों को किसी मुगालते में नहीं रहना चाहिए. कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों से 2019 के लोकसभा चुनाव पर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. एनडीए हर हाल में 2019 का चुनाव जीतेगी और सरकार बनाएगी.
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए पासवान ने कहा कि सीएम नीतीश माॅडल हैं. उनके पास नेम और फेम दोनों है. लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव, नीतीश माॅडल को आगे रखकर हीं कदम बढ़ाना चाहिए. लोकसभा चुनाव में भी नीतीश सरकार का माॅडल रखकर चुनाव लड़ने की वकालत करते हुए पासवान ने यह बात दोहराई कि नीतीश माॅडल हीं बेस्ट है.
महागठबंधन के नेता तेजस्वी यादव द्वारा राज्यपाल के पास सरकार बनाने का दावा पेश करने को पासवान ने हास्यास्पद करार दिया. उन्होंने कहा कि ये सब पेपर में छपने के लिए किया जा रहा है. नीतीश सरकार ने विश्वासमत प्राप्त किया है. राजद और कांग्रेस के पास संख्या बल नहीं है, वह लोग सब ढिंढोरा पीट रहे हैं.
बताते चलें कि पिछले साल महागठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश कुमार ने एनडीए का दामन थाम लिया है. लोजपा प्रमुख के छोटे भाई पशुपति कुमार पारस जो लगातार दो बार से विधानसभा का चुनाव हार रहे थें, उन्हें सीएम नीतीश ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल किया. पारस को अपने हीं कोटे से विधान परिषद का सदस्य मनोनित कराया, इसके बाद से हीं पासवान लगातार नीतीश कुूमार की शान में कसीदे पढ़ते रहते हैं.
यह भी बात जानने योग्य है कि 2009 के लोकसभा चुनाव में हाजीपुर के अपराजेय सांसद माने जाने वाले रामविलास को जदयू प्रत्याशी के रुप में हीं रामसुंदर दास ने पराजित किया था.