Patna International Cricket Stadium: पटना के इस स्टेडियम का होगा पुनर्निर्माण, खेले जायेंगे अंतराष्ट्रीय मैच
वर्ल्ड क्लास क्रिकेट स्टेडियम
Patna International Cricket Stadium: बिहार (Bihar) की राजधानी पटना (Patna) में बनने वाला है वर्ल्ड क्लास क्रिकेट स्टेडियम (Cricket Stadium). इसके लिए बिहार सरकार मोइन–उल–हक़ स्टेडियम (Moin-ul-Haq Stadium) का पुनर्निर्माण करने जा रही है. पटना के राजेंद्र नगर में मोइन–उल–हक़ स्टेडियम प्रतिष्ठित और अवस्थित स्टेडियम है. पहले इस स्टेडियम में कई सारे राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रतियोगिताओं को आयोजित किया जाता था. बता द्दें कि बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कैबिनेट की बैठक बुलवाई थी. इस कैबिनेट की बैठक में पटना में अवस्थित मोइन–उल–हक़ स्टेडियम को अंतराष्ट्रीय स्तर का स्टेडियम बनाने का निर्णय लिया गया है. कैबिनेट की इस बैठक में कुल 25 एजेंडों को स्वीकृति दी गयी है. मोइन–उल–हक़ स्टेडियम का पुनर्निर्माण BCCI यानी भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड द्वारा कराया जाएगा. बिहार सरकार ने इसके लिए पहले ही बीसीसीआई को कैबिनेट की बैठक में एमओयू के लिए मंज़ूरी दे दी है. कैबिनेट विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ ने बताया है कि इस कार्य के लिए बिहार सरकार द्वारा एक पैसा भी ख़र्च नहीं किया जाएगा. स्टेडियम के निर्माण के लिए सारा पैसा बीसीसीआई द्वारा ख़र्च किया जाएगा.
40,000 लोगों के बैठने की होगी जगह
पटना के मोइन–उल–हक़ स्टेडियम को पहले की अपेक्षा में आधुनिक और अंतराष्ट्रीय स्तर का स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया जाएगा. इस स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में 40,000 लोगों के बैठने की जगह होगी, जिसमें 76 कॉरपोरेट बॉक्स और 250 वीआईपी लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी. मोइन–उल–हक़ स्टेडियम के पुनर्निर्माण कार्य के बाद इसमें रात–दिन छोटे–बड़े मैचों का आयोजन किया जाएगा. इतना ही नहीं, इस स्टेडियम में बास्केटबॉल कोर्ट, स्विमिंग पूल, स्पा और जिम जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध होंगी. इसके अलावा मेहमानों के लिए स्टेडियम परिसर में 5 स्टार होटल भी बनाया जाएगा जिसमें 70 कमरे बनाये जायेंगे. साथ में, अतिथियों के लिए रेस्टोरेंट और डिनर हॉल भी बनाया जाएगा.
एमओयू को मिली कैबिनेट की स्वीकृति
मोइन–उल–हक़ स्टेडियम के पुनर्निर्माण कार्य के लिए बिहार में बीसीसीआई से संबद्ध संस्थान को दीर्घकालिक लीज पर सौंपने के लिए एमओयू को कैबिनेट द्वारा स्वीकृति दे दी गयी है, जिसके लिए सात वर्षों तक मात्र एक रूपए की लीज निश्चित की गयी है. आने वाले 30 सालों के लिए इसे 50:50 के लाभ शेयर पर दे दिया जाएगा ताकि फ़िर इसे अगले 30 सालों के लिए बढ़ाया जा सके. इस स्टेडियम की कमाई पर बिहार सरकार और बीसीसीआई का 50-50 का हिस्सा 60 साल पूरा हो जाने के बाद होगा. दूसरी ओर बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा है कि इस मोइन–उल–हक़ स्टेडियम के पुनर्निर्माण के लिए 31.36 एकड़ की भूमि बीसीसीआई को दीर्घकालीन लीज पर दी जाएगी. इस भूमि का बाज़ार में मूल्य 6,35,04,00,000 रुपये है और पट्टे पर देने के बाद इसकी वार्षिक व्यवसायिक लगान 5 प्रतिशत यानी 31,75,20,000 रुपये प्रतिवर्ष देना होगा.
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