Patna Metro Update: पटना में तेज़ी से हो रहा है मेट्रो स्टेशनों का निर्माण, जानिये कितनी तारीख़ से होगी शुरुआत
पांच मेट्रो स्टेशन का हो रहा निर्माण
Patna Metro Update: बिहार (Bihar) की राजधानी, पटना में मेट्रो (metro) कार्य ने रफ़्तार पकड़ ली है. पटना मेट्रो के अधिकारियों के हिसाब से मेट्रो स्टेशनों (metro stations) का निर्माण कार्य तेज़ी से हो रहा है. साथ ही पटना मेट्रो परियोजना के तहत कॉरिडोर दो के मलाही पकड़ी से बैरिया में स्थित आईएसबीटी तक प्रायोरिटी कॉरिडोर पर निर्माण कार्य तेज़ी से हो रहा है. मेट्रो के अधिकारियों के अनुसार, मेट्रो स्टेशनों का निर्माण प्री–फैब्रिकेटेड तरीक़े से किया जा रहा है. प्री–फैब्रिकेटेड तरीक़े से निर्माण करने में समय और लागत की भारी बचत होगी. मेट्रो के इस एलिवेटेड रूट पर पांच मेट्रो स्टेशन का निर्माण किया जा रहा है. इनमें से चार स्टेशनों का ढांचा इस साल के आख़िरी महीने दिसम्बर तक तैयार होने की संभावना है. इन चार स्टेशनों का नाम, मलाही पकड़ी, जीरो माइल, भूतनाथ और आईएसबीटी है. स्टेशनों का ढांचा तैयार होने के अगले तीन से चार महीने तक इनको अंतिम रूप देने का कार्य किया जाएगा. बता दें कि पांचवें स्टेशन खेमनीचक का निर्माण अगले साल 2025 तक होने की संभावना है क्यूंकि यह स्टेशन व्यस्त यातायात और इंटरचेंज की वजह से दो माले तक का बनाया जाएगा.
6.5 किलोमीटर है कुल लम्बाई
पटना मेट्रो के एलिवेटेड रूट पर पांच मेट्रो स्टेशन को बनाने का कार्य चल रहा है. प्रायोरिटी कॉरिडोर मलाही पकड़ी से बैरिया स्थित आइएसबीटी तक का है, जिसकी कुल लंबाई 6.5 किलोमीटर है. यह कॉरिडोर पटना मेट्रो के कॉरिडोर टू का एक अहम हिस्सा भी है. पटना मेट्रो के कॉरिडोर का सबसे ज़रूरी हिस्सा आईएसबीटी डिपो होगा. इस आईएसबीटी डिपो में मेट्रो की बोगियों के मेंटेनेंस और कंट्रोल सिस्टम को लगाया जाएगा. आईएसबीटी डिपो का निर्माण कार्य 2025 तक पूरा हो सकता है. इस डिपो में ऑटो कोच वॉश प्लांट, वर्कशॉप शेड, इंस्पेक्शन शेड और रिसीविंग सब स्टेशन जैसे कई महत्वपूर्ण घटक मौजूद हैं जो कि मेट्रो परिचालन के लिए बहुत ही अति आवश्यक हैं. इन सभी को डिपो में बनाया जा रहा है.
2025 के अंत तक उठा पायेंगे मेट्रो का लाभ
जहां एक तरफ़ मेट्रो के स्टेशनों का निर्माण कार्य तेज़ी से हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ़ प्राथमिकता वाले कॉरिडोर पर ट्रैक बिछाने, बोगियों का ऑर्डर देने और साथ ही इलेक्ट्रिक लाइन को बिछाने का कार्य अभी भी बाक़ी ही है. आपको बता दें कि ये सारे काम जापानी एजेंसी से लोन लेकर पूरे किये जायेंगे. लोन देने वाली जापानी एजेंसी का नाम जेआईसीए है. पटना मेट्रो के एमडी अभय कुमार सिंह ने यह जानकारी दी है कि अगले साल 2025 के जनवरी तक जेआईसीए के कंसलटेंट की नियुक्ति कर दी जायेगी. इससे मेट्रो के कार्य में और भी ज़्यादा तेज़ी आएगी. बोगियों के मिलने के पश्चात मेट्रो रूट पर कम से कम चार से पांच महीने तक का ड्राई रन चलाये जाने की भी योजना है. इससे मेट्रो संचालन के सभी पहलुओं का सही तरीक़े से जांच–परीक्षण किया जा सकेगा. एमडी अभय कुमार सिंह ने यह भी बताया कि अगर सभी कार्य योजना के अनुसार हुए तो पटना मेट्रो का प्रायोरिटी कॉरिडोर क़रीब 2025 के मध्य तक तैयार हो जाएगा. उसके बाद टेस्टिंग का कार्य शुरू हो जायेगा और पटना राजधानी के तमाम निवासी 2025 के अंत तक मेट्रो की सुविधा का लाभ उठा पायेंगे.