प्रशांत किशोर ने महिलाओं के लिए किया बड़ा ऐलान, अपनी पत्नी को लेकर आएं सामने, जानें कौन है इनकी पत्नी
महिलाओं के पक्ष में जनसुराज के संस्थापक और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने बड़ा ऐलान किया है. प्रशांत किशोर का यह ऐलान कई महिलाओं का ध्यान जनसुराज की तरफ आकर्षित कर सकता है. पटना के बापू सभागार में प्रशांत किशोर जनसुराज महिला संवाद कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत की और ऐलान करते हुए कहा है कि जनसुराज 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा की सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इस चुनाव के दौरान जनसुराज की तरफ से कम से कम 40 महिलाओं को उम्मीदवार बनाएगी. आगे उन्होंने 2030 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कहा कि 2030 में विधानसभा चुनाव के दौरान जनसुराज के प्लेटफार्म से प्रशिक्षित कर के 70 से 80 महिलाओं को नेत्री बनाने का अभियान चलाया जायेगा.
बापू सभागार में आयोजित महिला संवाद में प्रशांत किशोर पहली बार अपनी पत्नी जाह्नवी दास को सामने लेकर आयें. और मंच से अपनी पत्नी का परिचय करवाया. इस दौरान उन्होंने कहा कि इनका परिचय इसलिए नहीं करवा रहें हैं क्योंकि ये हमारी पत्नी हैं. यह इसलिए करवा रहें, क्योंकि इनकी वजह से हम आपके बीच हैं और ये परिवार का जिम्मा उठा रहीं. आपको बता दें कि जाह्नवी दास एक डॉक्टर हैं. प्रशांत किशोर ने कहा कि इन्होने डॉक्टरी छोड़कर घर–परिवार का जिम्मा उठाया है ताकि प्रशांत किशोर बिहार में कुछ कर सके. इसलिए आज पहली बार हम अपनी पत्नी का परिचय करवा रहें हैं. आपको बता दें कि प्रशांत किशोर अपनी जनसुराज यात्रा को पार्टी में बदलने वाले हैं. वे 2 अक्टूबर को जनसुराज को पार्टी में बदलेंगे.
प्रशांत किशोर ने महिलाओं के आर्थिक आज़ादी की भी बात की. उन्होंने कहा कि जब तक महिलाओं को आर्थिक आज़ादी नहीं मिलेगी, तब तक समाज में उनकी भागीदारी समानता के आधार पर होना संभव नहीं है. इसलिए इस बार के चुनाव में महिलाओं की संख्या एक कैंडिडेट के तौर पर कम से कम 40 होगी. ये सभी महिलायें विधानसभा के चुनाव में हुंकार भरेंगी. इसे प्रशांत किशोर ने अपना लक्ष्य बताया और कहा कम से कम 40 महिलाओं को इस बार विधानसभा तक पहुँचाना है. आगे उन्होंने कहा कि 4 फीसदी ब्याज पर सरकारी गारंटी पर महिलाओं को रोजी रोटी कमाने और व्यापार करने के लिए पैसा मिले. इस बार बिहार में जनता की सरकार बनने वाली है. प्रशांत किशोर की इस रणनीति से साफ़ है कि वे महिलाओं पर राजनीती में खास कर फोकस कर रहे हैं. प्रशांत किशोर के इस महिला संवाद कार्यक्रम बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल भी हुई थी. जो दिखाता है कि अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए प्रशांत किशोर पूरी प्लानिंग के साथ काम कर रहे हैं.
अपनी यात्रा और हर कार्यक्रम में प्रशांत किशोर बड़ी हीं मुखरता के साथ रोजगार का मामला भी उठा रहें. उन्होंने पलायन को सबसे बड़ा दुश्मन बताया. उन्होंने महिलाओं के सामने भी स्पष्ट रूप से कहा कि आपके पति और बेटे को रोजगार के लिए पलायन नहीं करने देंगे. इस दौरान प्रशांत किशोर ने सोशल मीडिया के जरिये घर बैठे हीं पैसे कमाने का प्रशिक्षण देने की बात भी कही. कई सियासी जानकारों का मानना है कि महिलायें पुरुषों के मुकाबले मतदान के लिए ज्यादा जागरूक होती हैं. अक्सर देखा गया है कि किसी भी चुनाव में प्रत्याशी की जीत–हार में महिलाओं की भूमिका निर्णायक रहती है. ऐसे में प्रशांत किशोर की महिलाओं को साधने की यह रणनीति उन्हें किसी नए मोड़ पर लाकर खड़ा कर सकती है.