ration card: राशनकार्ड धारकों के लिए बड़ी खबर, राशन वितरण में हुआ बदलाव
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना (PMGKAY) के तहत राशन वितरण की प्रक्रिया में हाल ही में बदलाव किया गया है। इससे पहले, गरीबों को एक किलो गेहूं और चार किलो चावल दिया जा रहा था, जो उनके लिए पर्याप्त नहीं था। लेकिन दिसंबर माह से विभाग ने राशन वितरण में बदलाव करते हुए प्रति यूनिट दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल देने की प्रक्रिया फिर से लागू कर दी है। यह बदलाव गरीबों के लिए राहत देने वाला है, क्योंकि पहले की व्यवस्था से उन्हें थोड़ी परेशानी हो रही थी।
इसके अलावे, अंत्योदय योजना के कार्डधारकों को और अधिक अनाज मिलेगा, उन्हें 14 किलो गेहूं और 21 किलो चावल मिलेगा। आपको बता दें कि दिसंबर महीने के लिए खाद्यान्न का आवंटन जारी कर दिया गया है। जहाँ, गरीब लाभार्थियों को दो किलो गेहूं और तीन किलो चावल दिए जायेंगे। यह कदम गरीबों के लिए एक सकारात्मक बदलाव साबित हो सकता है, क्योंकि पहले उन्हें कम मात्रा में अनाज मिल रहा था, जो उनकी जरूरतों को पूरा करने में असमर्थ था।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत कोरोना महामारी के दौरान हुई थी, जब देश भर में लॉकडाउन के कारण लाखों लोग अपनी रोजी–रोटी से वंचित हो गए थे। तब केंद्र सरकार ने यह योजना शुरू की, ताकि गरीबों को मुफ्त में खाद्यान्न मिल सके। इस योजना के तहत, सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन देने की योजना बनाई थी। पहले इस योजना का अंत सितंबर में किया जाने वाला था, लेकिन बाद में इसे दिसंबर तक बढ़ा दिया गया था।
अब इस योजना को लेकर एक और बड़ा सवाल उठ रहा है कि क्या यह योजना नए साल के बाद बंद हो जाएगी या फिर इसे और बढ़ाया जाएगा? इस सवाल का जवाब सरकार ने दे दिया है। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत मुफ्त अनाज देने का लाभ अब 2028 तक जारी रहेगा। इस योजना के तहत, दिसंबर 2028 तक गरीबों को मुफ्त फोर्टिफाइड चावल देने का निर्णय लिया गया है। इस योजना से 81 करोड़ भारतीयों को फायदा होगा, जो इसे गरीबों की मदद के लिए एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत मिलने वाला पांच किलो मुफ्त अनाज, गरीबों के जीवन स्तर को सुधारने में मदद करेंगे। इससे न केवल उनकी भोजन सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि यह उनके आर्थिक स्थिति को भी थोड़ा संबल देगा। यदि निम्न वर्ग के लोगों का पेट भरा होगा तो वह खाने से निश्चिंत होकर शिक्षा और अन्य जरुरी चीजों पर भरी ध्यान दे सकेंगे. इस योजना का उद्देश्य देश के हर गरीब व्यक्ति तक राशन पहुंचाना है, ताकि कोई भी व्यक्ति भूखा न सो सके।
अंततः, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का लाभ भारत के गरीब वर्ग के लिए एक महत्वपूर्ण सहारा साबित हो रहा है। इसके तहत दी जा रही मुफ्त राशन की आपूर्ति से गरीबों को राहत मिल रही है, और इस योजना का विस्तार आने वाले वर्षों में और भी अधिक गरीबों की मदद करने में सक्षम होगा।