अब तक तो आदमी के द्वारा नोटों की गिनती की जाती थी लेकिन अब से यह कार्य आदमी से परिवर्तित होकर रोबोट के पास चला गया है। पूरे देश में स्थित करेंसी चेस्ट्स में अब नोटों की गिनती के लिए रोबोट तैयार किये जाते हैं। ICICI ऐसा करने वाला देश का पहला बैंक है. बैंक की ऑपरेशंस और कस्टमर सर्विस के प्रमुख अनुभूति संघाई ने यह जानकारी दी है कि रोबोटिक आर्म्स वर्तमान में मुम्बई और नयी दिल्ली के साथ ही साथ 12 शहरों के मुख्य शाखा में कार्य कर रहा है। एजेंसी की जानकारी के अनुसार आईसीआईसीआई बैंक की हेड ऑफ ऑपरेशन्स एंड कस्टमर सर्विस, अनुभूति संघाई ने कहा है कि दिल्ली, महाराष्ट्र के मुम्बई और सांगली, कर्नाटक में बेंगलूरु और मंगलुरु, जयपुर, हैदराबाद, चंडीगढ़, भोपाल, रायपुर, सिलीगुड़ी, और वाराणसी में 14 रोबोट को रखा जा चुका है।
जैसा कि आप जानते हैं रोबोट कुछ ही सेकेंडों में कई गुना कार्य कर सकता है. ये रोबोट कुछ हो सेकेंडों में 70 से ज्यादा मानक तैयार कर लेते हैं। रोजाना लगभग 60 लाख और वर्ष में लगभग 1.80 अरब नोटों की संख्या को बड़ी ही आसानी से बिलकुल सही-सही गिन लेते हैं. कार्य अब जादुई तरीके से पूर्ण हो जाता है और अब अन्य अधिकारीयों को इससे छुट्टी मिल गयी है। वे अब दूसरे महत्वपूर्ण कार्य को कर सकेंगे। वे अब अन्य वैल्यू-एडेड सेवाओं और निरिक्षण सम्बन्धी कार्यों को पूरा करते हैं। . इस रोबोटिक आर्म्स में कई तरह के सेंसर लगे हैं। इसी वजह से वे नोटों के ढेर को चंद सेकेंडों में चेक कर लेते हैं। इसके आलावा ये लम्बे समय तक कार्यों को कर सकते हैं। इसके द्वारा कार्य करने में किसी प्रकार की कोई भी गलती नहीं होती हैं बल्कि नोटों को छाँटने की यह पुरी प्रक्रिया बिलकुल ही आसान हो गयी है।