Smart Prepaid Meter: क्या नए स्मार्ट मीटर में बिल आता है ज़्यादा? जानिये पुराने और नए मीटर में क्या है अंतर?
2025 तक लगा दिया जाएगा स्मार्ट मीटर
New Smart Meter: बिहार (Bihar) के हर घर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर (smart prepaid meter) लगाया जा रहा है. सरकार के द्वारा यह निर्देश दिया गया है कि वर्ष 2025 तक इसे हर जगह लगा दिया जाएगा. लेकिन, इस स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर लोगों की अत्याधिक शिक़ायतें सामने आ रही हैं. कुछ लोगों का कहना है कि नए बिजली मीटर में ज़्यादा बिजली बिल आता है. आपको बता दें कि सबसे ज़्यादा शिक़ायतें इसी बात को लेकर हो रही हैं. इस मसले में लोगों द्वारा प्रदर्शन भी हो चुका है. आम लोगों को यह लग रहा है कि पुराने और नए मीटर में काफ़ी अंतर हैं. इस संदर्भ में पटना प्रमंडलीय कार्यालय के बिजली विभाग (electricity department) के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विनोद कुमार ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर को लेकर कुछ महत्वपूर्ण जानकारी साझा की हैं. उन्होंने बताया है कि पुराने और नए, दोनों मीटर एक तरह के ही है. असल में, नए स्मार्ट मीटर में टेक्निकल चीजें आ गयी है. इसकी मदद से बिजली खपत के डेटा को कलेक्ट करने में बिजली विभाग को आसानी होती है. स्मार्ट मीटर के माध्यम से यह भी जानकारी हासिल हो जाती है कि उपभोक्ताओं को कितनी देर तक बिजली नहीं मिली है और कोई भी उपभोक्ता कितनी बिजली (electriciy) का खपत कर रहा है. पुराने मीटर की तुलना में, यदि किसी उपभोक्ता को 21 घंटे तक बिजली नहीं मिलती है तो विभाग के नियम के मुताबिक, फिक्स चार्ज में विभाग को छूट देना होगा जो कि पुराने मीटर से मुमकिन नहीं हो पाता था.
नए मीटर में है यह सुविधा
बिजली विभाग के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर विनोद कुमार ने नए मीटर में बिजली बिल ज़्यादा आने वाली बात पर कहा कि यह पूर्ण रूप से एक भ्रम है. बिहार राज्य विद्युत विनियामक आयोग की ओर से बीपीएल कंज्यूमर, ग्रामीण और शहरी कंज्यूमर के लिए अलग–अलग जो दर निर्धारित की जा चुकी हैं, उसी के अनुसार बिजली का चार्ज लिया जाता है. सरकार उसमें सब्सिडी प्रदान करती है, जो भी बिजली का दर निश्चित किया जाता है. इसके बाद ही यूनिट चार्ज किया जाता है. पुराने मीटर में भी यह चार्ज सामान्य था जो कि अभी नए मीटर में लग रहा है. पुराने मीटर में तो भार का आकलन भी सही से रीड नहीं किया जा सकता था. लेकिन, स्मार्ट मीटर में अगर किसी उपभोक्ता ने एक किलोवाट का भार लिया है, और डेढ़ किलोवाट या फ़िर 2 किलोवाट बिजली का खपत कर रहा है तो छह महीने तक कोई चार्ज नहीं लगेगा.
स्मार्ट मीटर में है एक पुश बटन
अक्सर, लोगों की यह शिक़ायत होती है कि रिचार्ज ख़तम हो जाने पर रात में बिजली गुल हो जाती है. इससे लोगों को परेशानी हो जाती है. इस पर विनोद कुमार ने कहा कि किसी पर्व–त्योहार के छुट्टी वाले दिन या जिस भी दिन बिजली कार्यालय बंद रहता है, उस दिन मीटर का रिचार्ज समाप्त हो जाने पर भी बिजली नहीं कटती है. कार्यालय के खुले होने पर ही बिजली कटती है और रात्रि के समय तो ऐसा होता ही नहीं है. इसके लिए भी उपभोक्ताओं को एक सुविधा दी गयी है. स्मार्ट मीटर के आगे एक पुश बटन दिया गया है, रिचार्ज ख़तम होने पर बिजली चली जाती है तो उसी वक़्त 20 सेकंड के लिए पुश बटन को दबाये रखना हैं. इस प्रक्रिया से बिजली आ जायेगी. लेकिन, उपभोक्ताओं को 72 घंटों के अंदर मीटर को रिचार्ज करना होगा अन्यथा बिजली कट जायेगी.