रजनी पाटिल कांग्रेस की राज्यसभा सांसद हैं. खबर मिली कि सोनिया गांधी जी उन्हें याद कर रही हैं. रजनी भौंचक रह गई। रजनी काफी उत्साहित हो रही थीं कि सोनिया जी ने उन्हें याद किया है.अमूमन वो किसी को ऐसे ही मिलने नहीं बुलाती हैं। वह जल्दबाजी में संसद स्थित सोनिया गांधी के कार्यालय की ओर भागीं.
बिना वक्त गवाएं रजनी सोनिया गांधी से मिलने संसद स्थित उनके कार्यालय में पहुंच गईं. वह इतनी हडबड़ाहट में थीं कि उन्होंने अपना पर्स संसद के केंद्रीय कक्ष में हीं छोड़ दिया. रजनी वहां पहुंचीं तो सोनिया गांधी ने कहा कि तुमसे कुछ बात करनी थीं लेकिन थोड़ी देर हो गई है. चलो घर वहीं चल कर बात करते हैं. साथ में चाय भी पिएंगें और महाराष्ट्र की राजनीति पर थोड़ी चर्चा भी करनी है. सोनिया गांधी की गाड़ी में बैठकर रजनी उनके सरकारी आवास 10 जनपथ पहुंच गईं.
संसद से 10 जनपथ जाते और फिर घर में चाय पीते वक्त सोनिया गांधी ने रजनी से बारीकी से महाराष्ट्र की राजनीति पर चर्चा की और ध्यान से एक एक बा सुनती रहीं. चाय का दौर खत्म होने के बाद सोनिया गांधी ने पूछा कि अब यहां से कहां जाओगी. रजनी ने कहा, मैडम अभी मैं संसद जाउंगी कि क्योंकि मैंने अपना पर्स वहीं छोड़ दिया है. वहां से संसदीय बस से घर जाउंगी. बहुत हीं अच्छा साधन है. 20 रुपये में घर पहुंच जाती हूं.
सोनिया गांधी को रजनी की यह सादगी बहुत पसंद आई. तब सोनिया ने अपना हाथ अपने पर्स में डाला जिसमें केवल 120 रुपए थे. उन्होंने वह रकम रजनी को सौंप दी और रजनी ने उसे एक कीमती उपहार के तौर पर संभाल कर रख लिया.
रजनी पाटिल महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद हैं. रजनी 1996 में महाराष्ट्र की बीड़ लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर निर्वाचित हुईं थीं.