team india head coach: गौतम गंभीर की कोचिंग पर खतरा, जय शाह के ये करीबी बन सकते हैं भारतीय टीम के कोच!
टीम इंडिया के लिए इस साल का सबसे बड़ा टेस्ट मुकाबला शुरू होने में अब कुछ ही समय बचा है। इस साल भारतीय क्रिकेट टीम ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी, जहां उन्हें प्रतिष्ठित बॉर्डर–गावस्कर ट्रॉफी (Border Gavaskar Trophy) का हिस्सा बनना है। इस बार इस ट्रॉफी में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया गया है, क्योंकि पहले के मुकाबले इस बार पांच मैच खेले जाएंगे, जबकि पहले चार मैच खेले जाते थे। यह सीरीज भारतीय टीम के लिए खास महत्व रखती है, क्योंकि इस सीरीज के नतीजे से टीम इंडिया का वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में स्थान तय होगा।
हालांकि, इस सीरीज के साथ टीम इंडिया को एक और बड़ा बदलाव भी देखने को मिल सकता है। खबरें आ रही हैं कि टीम इंडिया को बॉर्डर–गावस्कर ट्रॉफी के बाद नया हेड कोच मिल सकता है। बीसीसीआई के सचिव जय शाह इस जिम्मेदारी को अपने करीबी दोस्त को सौंपने पर विचार कर रहे हैं। इससे यह भी संकेत मिल रहा है कि गौतम गंभीर को हेड कोच के पद से हटाया जा सकता है।
आपको याद दिला दें कि न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हाल ही में भारतीय टीम को घरेलू सरजमीं पर करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के बाद बीसीसीआई ने सीनियर खिलाड़ियों को कड़ा संदेश दिया था कि अगर बॉर्डर–गावस्कर ट्रॉफी के परिणाम टीम के पक्ष में नहीं आए, तो उन्हें टीम से ड्रॉप किया जा सकता है। इसके बाद हुई एक बैठक में यह भी कहा गया था कि गंभीर को टेस्ट फॉर्मेट की कोचिंग से हटाकर सिर्फ एक फॉर्मेट की जिम्मेदारी दी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अगर गंभीर की कोचिंग में टीम इंडिया सफलता नहीं पाती है, तो उन्हें टेस्ट फॉर्मेट की कोचिंग से हटा दिया जाएगा।
इस बदलाव के बाद, खबरें हैं कि गौतम गंभीर को वाइट–बॉल क्रिकेट की कोचिंग दी जा सकती है, जबकि टेस्ट फॉर्मेट के लिए वीवीएस लक्ष्मण को कोच बनाया जा सकता है। लक्ष्मण ने पहले भी टीम इंडिया की कोचिंग की है, और उनका नाम टीम इंडिया के अगले कोच के रूप में सबसे ज्यादा लिया जा रहा है। हाल ही में, गौतम गंभीर की अनुपस्थिति में लक्ष्मण को साउथ अफ्रीका दौरे पर भेजा गया था, जहां उनकी कोचिंग में भारतीय टीम ने 4 मैचों की टी20 सीरीज 3-1 से जीत हासिल की थी।
भारतीय टीम के लिए बॉर्डर–गावस्कर ट्रॉफी बेहद अहम है, क्योंकि पिछले एक दशक से टीम इंडिया इस ट्रॉफी में अजेय रही है। उन्होंने पिछली चार बॉर्डर–गावस्कर सीरीज जीती हैं, और पिछली दो सीरीज तो उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में जाकर जीती थीं। इस बार भी टीम इंडिया का लक्ष्य ट्रॉफी जीतना है, क्योंकि इस सीरीज के परिणाम से ही वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह पाने का रास्ता साफ होगा। भारतीय टीम को इस सीरीज में चार मैच जीतने होंगे, ताकि वह इस प्रतियोगिता के फाइनल में प्रवेश कर सके।
बॉर्डर–गावस्कर ट्रॉफी टीम इंडिया के लिए न केवल प्रतिष्ठा का सवाल है, बल्कि यह आगामी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए भी बेहद महत्वपूर्ण है। ऐसे में भारतीय टीम के पास इस ट्रॉफी को जीतने का अच्छा अवसर है, और इसके परिणाम टीम के भविष्य को भी तय करेंगे।