train safety: ट्रेन में इन चीजों को ले जाने से पहले हो जाएँ सावधान, 3 साल तक की हो सकती है सजा
भारत में अधिकांश लोग अपनी यात्रा के लिए ट्रेन का ही चयन करते हैं, जिसके कारण ट्रेनों में हमेशा भारी भीड़ देखने को मिलती है। इस भीड़ के कारण यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने कुछ सख्त नियम बनाए हैं। ट्रेन से यात्रा के दौरान हम अपने कई सामान के साथ सफ़र करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ ऐसी भी चीजें हैं, जिसे लेकर ट्रेन में सफ़र करना प्रतिबंधित है. तो क्या आप जानते हैं कि वे कौन सी चीजें हैं, जिसे लेकर हम ट्रेन में सफ़र नहीं कर सकते हैं. अगर नहीं तो आज हम आपको इसके बारे में बतायेंगे.
ट्रेन से यात्रा के दौरान पटाखे, बारूद या इस तरह की कोई भी ज्वलनशील वस्तुओं के साथ सफ़र करने पर सख्त मनाही है। रेलवे के नियमों के तहत, ट्रेन में प्रतिबंधित वस्तुओं के साथ पकड़े जाने पर यात्री को सख्त सजा का सामना करना पड़ सकता है। रेलवे द्वारा बार–बार यात्रियों से अपील की जाती है कि वे यात्रा के दौरान पटाखे या इस तरह की अन्य चीजें न लेकर जाएं, क्योंकि यह न केवल सुरक्षा के लिए खतरनाक हो सकता है, बल्कि अन्य यात्रियों के लिए भी असुविधाजनक हो सकता है।
रेलवे के नियमों के अनुसार, यदि कोई यात्री ट्रेन में किसी प्रतिबंधित वस्तु के साथ पकड़ा जाता है, तो उसे रेलवे अधिनियम की धारा 164 के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। इस धारा के अंतर्गत, यात्री पर 1000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जा सकता है, या तीन साल तक की सजा हो सकती है, या फिर दोनों सजा साथ में हो सकती है। इसलिए, यह जरूरी है कि आप इस बात का ध्यान रखें कि यदि आप ट्रेन से यात्रा कर रहे हैं तो प्रतिबंधित वस्तुओं को अपने साथ न लाएं।
रेलवे ने यह नियम इसलिए बनाए हैं क्योंकि कई वस्तुएं ट्रेन यात्रा के दौरान दुर्घटनाओं या आग के कारण समस्याएं उत्पन्न कर सकती हैं। कुछ वस्तुएं जैसे स्टोव, गैस सिलेंडर, रासायनिक पदार्थ, पटाखे, एसिड, बदबूदार सामग्री, चमड़े या गीली खाल, तेल या ग्रीस, और अन्य ऐसी चीजें जो टूट सकती हैं या लीक हो सकती हैं या लोगों को इससे परेशानी का सामना करना पड़ सकता है, इन सभी को ट्रेन में लाने पर प्रतिबंध है। ये सभी वस्तुएं ट्रेन की सुरक्षा और स्वच्छता के लिए खतरा पैदा कर सकती हैं और किसी भी दुर्घटना को जन्म दे सकती हैं।
कुछ वस्तुएं, जो ट्रेन यात्रा के दौरान अनुमति प्राप्त हैं, उनमें घी शामिल है। हालांकि, ट्रेन में केवल 20 किलो तक घी लाया जा सकता है, और यह घी सही तरीके से पैक किया हुआ होना चाहिए, जैसे कि टिन के डिब्बे में रखा हुआ। इस प्रकार, रेलवे यह सुनिश्चित करता है कि यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा बनी रहे।
अंत में केवल यह कहा जा सकता है कि ट्रेन यात्रा के दौरान सुरक्षा बहुत महत्वपूर्ण है, और यात्रियों को यह समझना चाहिए कि रेलवे द्वारा बनाए गए नियमों का पालन करना उनके और अन्य यात्रियों के लिए सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करता है।