Trees painted red and white: क्या आपने कभी गौर किया है कि सड़क किनारे पेड़ों पर सफेद या लाल रंग की पट्टी चढ़ाई जाती है? यह अक्सर हम सड़कों पर सफर करते समय देखते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि इसके पीछे कारण क्या होते हैं? आज हम आपको इसी विषय पर विस्तार से जानकारी देने जा रहे हैं। इन रंगीन पट्टियों को चढ़ाने के कई वैज्ञानिक और पर्यावरणीय कारण भी हैं। आइए, इन कारणों को विस्तार से समझते हैं:

1. दीमक और कीड़ों से सुरक्षा

पेड़ किसी भी जीवित पेड़पौधे की तरह प्राकृतिक जीवों से प्रभावित होते हैं। इनमें से दीमक और अन्य कीड़े पेड़ की लकड़ी को नुकसान पहुंचाते हैं। दीमक पेड़ की जड़ें और लकड़ी को सड़ाते हैं, जिससे पेड़ कमजोर हो जाते हैं और जल्दी ही मुरझाने लगते हैं। जब इन पेड़ों पर सफेद या लाल रंग की पट्टी चढ़ाई जाती है, तो यह पट्टी दीमक और अन्य कीड़ों को पेड़ तक पहुंचने से रोकती है। रंगीन पट्टी का यह कदम पेड़ की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है और उसे दीमक जैसी समस्याओं से बचाता है। इससे पेड़ की उम्र बढ़ जाती है और वह स्वस्थ रहता है।

trees painted red and white

2. पेड़ को मजबूत बनाए रखना

पेड़ों के नीचे की जड़ों में दरारें और छाल के झड़ने की समस्या अक्सर देखी जाती है। जब यह दरारें बढ़ जाती हैं, तो पेड़ कमजोर पड़ने लगता है और वह प्राकृतिक आपदाओं जैसे बवंडर या तेज़ हवाओं से टूट सकता है। पेड़ के तने और नीचे की हिस्से पर पेंट करने से यह दरारें कम होती हैं और पेड़ को मजबूती मिलती है। यह पेंट पेड़ की बाहरी परत को सुरक्षित रखता है, जिससे वह मौसम की चुनौतियों का सामना कर पाता है। यह कदम पेड़ की दीर्घायु के लिए महत्वपूर्ण होता है और इसे एक शक्तिशाली और स्वस्थ पेड़ बनाए रखता है।

3. दुर्घटनाओं से बचाव

रात के समय या घने कोहरे में वाहन चालकों को सड़क के किनारे खड़े पेड़ दिखाई नहीं देते। ऐसे में दुर्घटना का खतरा बढ़ जाता है। जब पेड़ पर सफेद या लाल पट्टी चढ़ाई जाती है, तो यह रंग वाहन चालकों के लिए संकेत के रूप में कार्य करता है। रात्रि के समय या घने कोहरे के बीच भी ये पट्टियां दूर से साफ दिखाई देती हैं, जिससे वाहन चालक को पेड़ का स्थान आसानी से पता चल जाता है और वह दुर्घटना से बच सकता है। खासकर ग्रामीण इलाकों में जहां सड़कें कम रोशन होती हैं, वहां यह कदम महत्वपूर्ण हो जाता है।

4. पेड़ों को सुरक्षित रखना

इन रंगीन पट्टियों का एक और महत्वपूर्ण कारण यह है कि यह वन विभाग द्वारा पेड़ों की निगरानी का संकेत देती हैं। जब किसी पेड़ पर सफेद या लाल पट्टी चढ़ी होती है, तो यह दर्शाता है कि यह पेड़ वन विभाग के संरक्षण में है और किसी को इसे काटने का अधिकार नहीं है। यह पट्टी इस बात को स्पष्ट करती है कि पेड़ को सुरक्षित रखा जाना चाहिए और उसे नुकसान पहुंचाना गैरकानूनी है। इससे पेड़ों का संरक्षण सुनिश्चित होता है और वन्य जीवन का संतुलन बना रहता है।

5. आकर्षक और पहचान के लिए

कभीकभी इन रंगों का उपयोग सिर्फ पेड़ों की पहचान को और स्पष्ट बनाने के लिए भी किया जाता है। विशेष रूप से सड़कों पर जो पेड़ सड़क के किनारे लगे होते हैं, वे सफेद या लाल रंग के संकेत के माध्यम से अन्य पेड़ों से अलग पहचाने जाते हैं। इससे न सिर्फ पेड़ की सुरक्षा होती है, बल्कि यह सड़क के आसपास के परिवेश को भी एक विशिष्ट पहचान प्रदान करता है।

सड़क किनारे पेड़ों पर सफेद या लाल रंग की पट्टी चढ़ाने के कारण केवल एक या दो नहीं, बल्कि कई वैज्ञानिक और पर्यावरणीय कारण हैं। यह कदम पेड़ों की सुरक्षा, उनकी मजबूती, और दुर्घटनाओं से बचाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, यह वन विभाग की निगरानी और पेड़ों के संरक्षण को भी सुनिश्चित करता है। इस प्रकार, यह एक छोटा सा कदम है जो न सिर्फ पर्यावरण की रक्षा करता है, बल्कि सड़क सुरक्षा को भी बढ़ावा देता है।

हम सभी को इन छोटेछोटे उपायों को समझने की जरूरत है, ताकि हम अपनी पर्यावरणीय जिम्मेदारियों को निभा सकें और पेड़ों को संरक्षित रख सकें। अब जब भी आप सड़क किनारे लगे पेड़ों पर सफेद या लाल पट्टी देखें, तो समझ जाइए कि यह कदम हमारे पर्यावरण और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है.

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