vaibhav suryavanshi वैभव सूर्यवंशी: महज 13 साल की उम्र में बिहार का लाल अब IPL में मचाएगा ग़दर
बिहार के समस्तीपुर के 13 साल के वैभव सूर्यवंशी इस बार IPL ऑक्शन में शामिल होंगे। वैभव का नाम आईपीएल गवर्निंग काउंसिल द्वारा जारी की गई ऑक्शन लिस्ट में शामिल किया गया है। वैभव, जिन्होंने रणजी ट्रॉफी, हेमन ट्रॉफी और कूच बिहार ट्रॉफी जैसी बड़ी प्रतियोगिताओं में खेला है, वे अब अब महज 13 वर्ष की आयु में आईपीएल में अपनी किस्मत आजमाने जा रहे हैं।
वैभव सूर्यवंशी जूनियर भारतीय क्रिकेट टीम में शामिल हो चुके हैं। इस साल वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंडर-19 सीरीज में भी शामिल हुए थे, जहां उन्होंने केवल 58 गेंदों में शतक जड़ दिया था। इस शानदार पारी में वैभव ने 14 चौके और 4 छक्के जड़े थे। वैभव एक लेफ्ट हैंड बैटर हैं और इतने कम उम्र में उनका प्रदर्शन काफी प्रभावित करने वाला रहा है।
सचिन से भी कम उम्र में रणजी डेब्यू करने वाले खिलाड़ी वैभव ने हाल ही में बिहार और मुंबई के बीच रणजी ट्रॉफी में पटना के मोइनुल हक स्टेडियम में डेब्यू किया था। उस समय वे केवल 12 साल 9 महीने 14 दिन के थे। इस मैच के बाद वे रणजी ट्रॉफी में डेब्यू करने वाले दूसरे सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन चुके थे। उनसे पहले केवल अलीमुद्दीन ही 12 साल 2 महीने 18 दिन की उम्र में रणजी मैच खेल पाए थे। वहीँ सचिन तेंदुलकर ने 15 साल 7 महीने 22 दिन की उम्र में रणजी डेब्यू किया था।
अंडर-19 और अन्य टूर्नामेंट्स में प्रदर्शन वैभव को वीनू मांकड़ टूर्नामेंट के लिए अंडर-19 टीम में सिलेक्ट किया गया था, जहां उन्होंने चंडीगढ़ में सबसे ज्यादा 393 रन बनाए थे. इसमें उन्होंने एक शतक और तीन अर्धशतक जड़े थे। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 50 रन बनाए और फिर कूच बिहार ट्रॉफी में भी शानदार शतक लगाया। अब वे रणजी ट्रॉफी में भी खेल रहे हैं।
वैभव सूर्यवंशी की क्रिकेट यात्रा बहुत ही प्रेरणादायक है और वे भारतीय क्रिकेट में एक भविष्यवाणी के रूप में उभर रहे हैं।
किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले वैभव वैभव के पिता संजीव सूर्यवंशी एक किसान हैं और उनका सपना था कि उनका बेटा क्रिकेट में नाम कमाए। वैभव का जन्म 27 मार्च 2011 को हुआ था। उनके पिता बताते हैं कि बचपन से ही वैभव का क्रिकेट में बहुत रुचि थी और उन्हें खाने का भी बहुत शौक है। वैभव ने 5 साल की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था और वे हमेशा लेदर बॉल से प्रैक्टिस करते रहे हैं। जब वैभव 7 साल के थे, उनके पिता ने उन्हें समस्तीपुर की क्रिकेट एकेडमी में भेजा, जहां उन्होंने 3 साल तक क्रिकेट की बारीकियों को सीखा। इसके बाद वे पटना के संपतचक स्थित जेन एक्स क्रिकेट एकेडमी में शामिल हुए। वैभव ने 10 साल की उम्र में ही अपने से बड़े लोगों के साथ मैचों में भाग लिया और शानदार प्रदर्शन किया। पिछले एक साल में उन्होंने कुल 49 शतक और 3 दोहरे शतक लगाए हैं। पिछले साल की हेमन ट्रॉफी में उन्होंने सबसे ज्यादा 670 रन बनाए थे, जिसमें तीन शतक और तीन अर्धशतक शामिल थे।