vande bharat sleeper train: बिहार के इन रूटों से दौड़ेगी स्लीपर वंदे भारत, 5 स्टार के टक्कर की मिलेगी सुविधा
इन दिनों भारतीय रेलवे Indian railway ने कई बदलाव किये हैं और लगातार आधुनिकीकरण की तरफ बढ़ रहा है. बिजली की मदद से ट्रेन के दौड़ने की रफ़्तार हो या बुलेट, अमृत भारत और वन्दे भारत जैसी आधुनिक कई तरह की ट्रेन भारत में पटरियों पर दौड़ती दिख रही हैं. इसी कड़ी में भारतीय रेलवे अपनी बहुप्रतीक्षित वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को शुरू करने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इन ट्रेनों से लंबी दूरी की यात्रा को लेकर जो नए मानक स्थापित होंगे, उन्हें लेकर यात्री काफी उत्साहित हैं। भारतीय रेलवे के अनुसार, वित्तीय वर्ष 2025-26 तक 10 नई वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें शुरू करने की योजना बनाई गई है, जो यात्रियों को उच्चतम स्तर की आरामदायक और सुविधाजनक यात्रा का अनुभव प्रदान करेंगी। ये ट्रेनें विशेष रूप से लंबी दूरी की यात्रा के लिए डिज़ाइन की गई हैं और इनमें विश्व स्तरीय सुविधाएँ और आधुनिक इंटीरियर्स होंगे।
2025 में, इन ट्रेनों का परीक्षण और ट्रायल रन पूरा होने के बाद, इन्हें वाणिज्यिक सेवा में उतारा जाएगा। चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) के महाप्रबंधक, यू सुब्बा राव ने भी इस बात की पुष्टि की है कि वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें नवंबर से दो महीने तक ऑसिलेशन ट्रायल और अन्य परीक्षणों से गुजरेंगी। इसके बाद ये ट्रेनें वाणिज्यिक सेवा में प्रवेश करेंगी। हाल ही में, इन ट्रेनों का निर्माण करने वाली कंपनी BEML ने चेन्नई में ICF को पहली वंदे भारत स्लीपर ट्रेन सौंप दी है। हालांकि, भारतीय रेलवे ने इन ट्रेनों के लिए मार्गों का आधिकारिक ऐलान नहीं किया है, लेकिन माना जा रहा है कि इन ट्रेनों की पहली कुछ सेवाएँ प्रमुख मार्गों जैसे नई दिल्ली–पटना, नई दिल्ली–पुणे, और नई दिल्ली–श्रीनगर पर शुरू हो सकती हैं।
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनें क्यों हैं खास?
वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों को विशेष रूप से लंबी दूरी की यात्रा को और अधिक आरामदायक, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए डिज़ाइन किया गया है। ये ट्रेनें आधुनिक सुरक्षा मानकों का पालन करती हैं और उच्च गुणवत्ता वाले ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील से बनाई जा रहीं हैं, जो इनकी मजबूती और सुरक्षा को सुनिश्चित करता है। इन ट्रेनों में दुर्घटना की स्थिति में यात्रियों की सुरक्षा के लिए विशेष क्रैश बफ़र्स और डिज़ाइन किए गए कपलर जैसी उन्नत सुरक्षा सुविधाएँ भी दी गई हैं। इन ट्रेन सेट्स में 16 डिब्बे होंगे और इनमें कुल 823 यात्रियों को बैठने की क्षमता होगी। यात्रियों के लिए विभिन्न श्रेणियों की सीटिंग उपलब्ध होगी, जैसे फर्स्ट क्लास एसी, 2-टियर एसी, और 3-टियर एसी।
इन ट्रेनों में बेहतर सुविधा और यात्रा के अनुभव को बढ़ाने के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल किया गया है। जिससे, वंदे भारत स्लीपर ट्रेनों के जरिए भारतीय रेलवे न केवल यात्रा को अधिक आरामदायक और सुरक्षित बनाएगा, बल्कि ये ट्रेनें भारतीय रेलवे के आधुनिकता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में सामने आएंगी।