water heater: इंस्टैंट और स्टोरेज वाटर हीटर? सर्दियों में कौन है आपके लिए सबसे बेहतर?

सर्दी के मौसम ने अब पूरी तरह से अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। कड़ाके की ठंड पड़ते हीं लोग घरों में हीटर का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं। गर्म पानी की जरूरत खासकर ठंड के दिनों में रोजाना के कामों के लिए बढ़ जाती है। ऐसे में अगर आप अभी तक वाटर हीटर का इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं और नया हीटर खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपको जानकारी होनी चाहिए कि बाज़ार में कितने तरह के हीटर मौजूद हैंअक्सर बाज़ारों में कई तरह के हीटर को देख कर हम भी कंफ्यूज हो जाते हैं कि कौन सा हीटर लेना आपके लिए बेहतर हो सकता है. तो आज हम आपके कंफ्यूजन को दूर करेंगे. सबसे पहले तो आपको बता दें कि हीटर दो तरह के होते हैं, एक इंस्टैंट वाटर हीटर और दूसरा स्टोरेज वाटर हीटर। इन दोनों के बीच का अंतर जानने से आपको सही विकल्प चुनने में मदद मिलेगी, खासकर बाथरूम और किचन के इस्तेमाल के हिसाब से।

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इंस्टैंट और स्टोरेज वाटर हीटर के बीच अंतर

1. हीटिंग प्रक्रिया

इंस्टैंट वाटर हीटर: इंस्टैंट वाटर हीटर, जिसे टैंकलेस हीटर भी कहा जाता है, पानी के फ्लो होते ही गर्म करता है। यह एक हाई पॉवर वाले हीटिंग एलिमेंट का इस्तेमाल करता है और इसमें पानी को स्टोर करने की जरूरत नहीं होती। पानी जैसे ही आपके नल से निकलता है, वह गर्म होता है।

टैंक वाटर हीटर: टैंक वाटर हीटर में पानी पहले से एक बड़े टैंक (जैसे 30-50 गैलन) में गर्म करके स्टोर किया जाता है। जब भी जरूरत होती है, उस पानी को गर्म करके उपयोग किया जाता है। इस प्रक्रिया में पानी पहले से गर्म करके रखा जाता है, ताकि आवश्यकता पड़ने पर तुरंत उपलब्ध हो।

2. ऊर्जा दक्षता

इंस्टैंट वाटर हीटर: इंस्टैंट हीटर ज्यादा ऊर्जा कुशल होते हैं क्योंकि यह केवल उस समय पानी गर्म करता है जब आपको इसकी जरूरत होती है। इस प्रकार, यह स्टैंडबाय हीट लॉस से बचता है, यानी जिस उर्जा या बिजली का इस्तेमाल स्टोर वाटर को गर्म रखने में बर्बाद होती है

टैंक वाटर हीटर: टैंक वाटर हीटर में स्टैंडबाय हीट लॉस होता है क्योंकि पानी को लगातार गर्म रखने के लिए ऊर्जा खर्च होती है, चाहे वह इस्तेमाल हो या नहीं। इससे इन हीटर्स की ऊर्जा दक्षता कम होती है, और आपको अधिक ऊर्जा का खर्च उठाना पड़ता है।

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3. गर्म पानी की सप्लाई

इंस्टैंट वाटर हीटर: इंस्टैंट वाटर हीटर लगातार गर्म पानी की सप्लाई देते हैं, लेकिन इसकी फ्लो रेट (पानी का बहाव) सीमित होती है। यदि एक समय में कई स्थानों (जैसे शॉवर नहाने और डिशवॉशर बर्तन धोने) पर पानी की आवश्यकता हो, तो यह मुश्किल हो सकता है। हालांकि, यह किचन के लिए ये बेस्ट होते हैं, जहां एक समय में एक ही जगह पर गर्म पानी की जरूरत पड़ती है। अगर घर में कम लोग हैं, तो ऐसे परिवार में इंस्टेंट वाटर हीटर बेहतर हो सकता है.

टैंक वाटर हीटर: टैंक वाटर हीटर गर्म पानी की सप्लाई उसकी टैंक क्षमता पर निर्भर करती है और अगर टैंक से पानी खत्म हो जाए और तो इसे भरने में थोड़ा समय लगता है और आपको इंतजार करना पड़ सकता है। इस तरह, यदि घर में ज्यादा लोग हैं और लगातार गर्म पानी की आवश्यकता है, तो टैंक वाटर हीटर उपयुक्त होते हैं। क्योंकि टैंक वाटर हीटर में 30 से 50 गैलन पानी स्टोर रहते हैं.

4. आकार और स्थान की आवश्यकता

इंस्टैंट वाटर हीटर: इंस्टैंट वाटर हीटर छोटे और कॉम्पैक्ट होते हैं, और इन्हें दीवार पर आसानी से लगाया जा सकता है। ये छोटे घरों या कम जगह वाले स्थानों के लिए बेहतर है। इनका आकार छोटा होने के कारण ये किचन में अच्छे से फिट हो सकते हैं।

टैंक वाटर हीटर: टैंक वाटर हीटर के लिए ज्यादा जगह की जरूरत होती है। यह बड़े होते हैं और इनको बाथरूम या ऐसे स्थान पर स्थापित किया जाता है, जो थोड़ा स्पेसियस जगह हो।

5. इंस्टॉलेशन लागत

इंस्टैंट वाटर हीटर: इंस्टैंट वाटर हीटर की इंस्टॉलेशन लागत थोड़ी अधिक होती है। इसे स्थापित करने के लिए कभीकभी अतिरिक्त बिजली या गैस अपग्रेड की आवश्यकता होती है, जिससे इसकी प्रारंभिक लागत बढ़ सकती है।

टैंक वाटर हीटर: टैंक वाटर हीटर की शुरुआत में इंस्टॉलेशन लागत कम होती है। हालांकि, इसका ऑपरेशन लागत लंबे समय में ज्यादा हो सकता है, क्योंकि इसकी ऊर्जा दक्षता कम होती है और यह अधिक ऊर्जा खपत करता है।

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