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टाइम आउट का नियम है क्या और यह क्रिकेट में कब से प्रभावी है?

shubham kumar

वनडे विश्व कप के अड़तीसवें मैच में श्रीलंका बनाम बांग्लादेश मैच में जो हुआ वह अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के एक सौ छेयालिस साल के इतिहास में पहली बार हुआ है, इस मुकाबले में श्रीलंकाई खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज को टाइम आउट करार दिया गया, यह अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अजीबोगरीब तरीके से आउट होने का पहला मामला है और अब टाइम आउट के शिकार होने वाले एंजेलो मैथ्यूज पहले खिलाड़ी बन गए हैं, तो आइए अब जानते हैं ये टाइम आउट का नियम है क्या और यह क्रिकेट में कब से प्रभावी है.

टाइम आउट का नियम है क्या?

दरअसल आईसीसी के नियम चालीस दशमलव एक दशमलव एक के अनुसार यदि वनडे में किसी खिलाड़ी के आउट होने के बाद अगले दो मिनट के अंदर अगले बल्लेबाज को गेंद खेलने के लिए तैयार हो जाना चाहिए, ऐसा नहीं करने पर उस बल्लेबाज को टाइम आउट नियम के तहत आउट करार दिया जाता है, टेस्ट क्रिकेट में यह समय तीन मिनट का होता है और टी ट्वेंटी मुकाबले में यह समय नब्बे सेकंड का होता है. हालांकि यह नियम तब लागु होता है जब बॅालिंग पक्ष की तरफ से इसके लिए अपील करें. वहीं आईसीसी के चालीस दशमलव एक दशमलव दो के अनुसार अगर बल्लेबाज तीन मिनट के भीतर मैदान पर नहीं उतरता है तो ऐसी स्थिति में अंपायर के पास भी यह अधिकार है कि वह आउट का निर्णय दे सकता है.

टाइम आउट नियम के तहत कैसे होते हैं बल्लेबाज आउट?

आपके जानकारी के लिए बता दे की मेरलिबोन क्रिकेट क्लब यानि एमसीसी के नियमों के तहत टाइम आउट के लिए समय तीन मिनट है लेकिन विश्व कप में आईसीसी नियमों के तहत इसके लिए दो मिनट रखे गए हैं. टाइम का विकेट किसी गेंदबाज के खाते में नहीं जाता है और ना ही इसके लिए कोई अतिरिक्त गेंद जोड़ी जाती है, यही कारण है कि इसमें एक गेंद पर दो बल्लेबाज आउट हो सकते हैं. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में यह पहली बार हुआ है लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में छे बल्लेबाज टाइम आउट के तहत आउट हो चुके हैं, सबसे पहले टाइम आउट के शिकार होने वाले खिलाड़ी एंड्रयू जॅार्डन हैं इन्हें उन्नीस सौ सतासीअठासी फर्स्ट क्लास मैच में पहली बार टाइम आउट दिया गया था, वहीं भारतीय खिलाड़ियों में हेमूलाल यादव का भी नाम जुड़ा है जो की त्रिपुरा के लिए खेलते थे और उन्नीस सौ संतान्वें में इन्हें उड़ीसा के खिलाफ टाइम आउट के तहत आउट दिया गया था.

कब से प्रभावी है टाइम आउट का नियम?

आपको बताते चले की इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में इस नियम के तहत एक सौ चार साल पहले किसी बल्लेबाज को आउट दिया गया था, दरअसल एक सौ चार साल पहले बाईस मई उन्नीस सौ उन्नीस को ससेक्स और समरसेट के बीच टांटन के मैदान पर इंग्लिश काउंटी क्रिकेट का एक मैच खेला गया था इस मैच में ससेक्स के बल्लेबाज हारोल्ड हैगेट को मैदान पर समय से नहीं पहुंचने की वजह से अंपायर ने टाइम आउट दे दिया था, आपको बता दे कि उस मैच में हारोल्ड हैगेट की टांग चोटिल थी और वे क्रिकेट की जर्सी की जगह साधारण कपड़े पहनकर लंगड़ाते हुए मैदान पर ये बताने आए थे कि उन्हें थोड़ा समय लगेगा, लेकिन अंपायर ने उनकी इस अपील को मानने से इंकार कर दिया और उन्हें टाइम आउट दे दिया, अंपायर ने भले ही उन्हें आउट दे दिया लेकिन तब तक क्रिकेट में ऐसा कोई भी नियम नहीं आया था. इसके बाद ही यह नियम क्रिकेट में जोड़ा गया था.

आपको क्या लगता है आईसीस का यह नियम सही है या गलत. हमें कमेंट कर अवश्य बताए. धन्यवाद.

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