भारतीय मीठे व्यंजन में खीर का अपना महत्व है, खीर सबको बहुत पसंद होता है. कोई भी त्योहार हो या कोई समारोह खीर अवश्य बनायी जाती है. खीर कई तरह के बनते हैं, जैसे चावल की खीर, बादाम की खीर, सेंवई की खीर इत्यादि. आज हम यहां कुछ अलग पौष्टिक खीर की बात करने वाले हैं जो बिहार के दरभंगा में खूब प्रसिद्ध हैं. नमस्कार, मैं प्रज्ञा. आज हम बात करेंगे एक ऐसे खीर की जिसका हमारे स्वास्थ्य पर काफी असर पड़ता हैं. यह भी लगभग दुसरे खीर की तरह ही होता हैं. यह बहोत स्वादिष्ट बनता है और इसे बनाने में ज्यादा समय भी नहीं लगता हैं. इसे व्रतउपवास जैसे नवरात्री में भी बनाया जाता हैं. इस खीर को बच्चों के द्वारा भी काफी पसंद किया जाता हैं. हम बात कर रहे है मखाने की खीर की. ऐसे तो मखाने से कई और भी चीजें बनाई जाती हैं. पर आज हम ख़ास तौर पर केवल मखाने की खीर की बात करेंगे.

दोस्तों, क्या आपने कभी मखाने की खीर का स्वाद चखा हैं? जिन्होंने मखाना की खीर खाया है उनके मुँह में पानी तो आ ही गया होगा, मखाना खीर का नाम सुन कर. जी हाँ,अपनी पसंद की चीज यानी की मखाना खीर के बारे में सोचकर मुँह में पानी आना लाजमी भी हैं. मखाना खीर उत्तर बिहार के दरभंगा छेत्र का एक विशिस्ट व्यंजन है. मखाना खीर काफी कम समय में बन कर तैयार हो जाता हैं. इस खीर को बनाने के लिए मखाना, गुड़ या चीनी, इलाईची, और स्वाद अनुसार पंचमेवा का इस्तेमाल किया जाता हैं. आज के समय में इस खीर की ख्याति देश के कोनेकोने तक फ़ैल चुकी हैं. इसका स्वाद आप दरभंगा जिलें में कही भी चख सकते हैं. मखाने की खीर दरभंगा में इसलिए अधिक प्रसिद्ध है क्योंकि वहां के निवासी मखाने की खेती करते है यानी की वहीं मखाने की उपज होती है जिस वजह से वहां के रहने वाले लोग इसका ज्यादा उपयोग करते .

बता दे कि कुछ समय पहले ही मिथिला के मखाने को सरकार की ओर से GI टैग दिया गया हैं. जिसके बाद किसानों को उम्मीद है कि इससे उन्हें काफी लाभ मिलेगा. मखाना हेल्दी प्रोटीन का स्रोत है और यह कई बीमारियों से बचाव करता है. चलिए हम आपको बताते है कि मखाना की खीर खाने से हमारे स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता हैं.

1.) मखाने की खीर मखाने से बनाई जाती है और मखाने में प्रचुर मात्रा में फाइबर पाया जाता हैं. जिसकी वजह से लम्बे समय तक पेट भरा हुआ लगता हैं. लम्बे समय तक पेट भरा रहने के कारण लोगों का ओवरइटिंग की संभावना कम हो जाती है जिससे व्रत के दौरान लोगों को ज्यादा परेशानी नही होती.

2.) कई रिसर्च में मखाने को लेकर यह भी बात सामने आई है कि मखाने में फाइबर और घी में गुड फैट पाया जाता हैं, जिसका सेवन करने से पाचन सम्बंधित समस्याओं से बचा जा सकता हैं. वहीं अगर इस खीर को व्रत के दौरान खाया जाता हैं तो कब्ज,पेट में दुर्द जैसी समस्याओं को खुद को बचाया जा सकता हैं.

3) इस खीर को बनाने के लिए दूध का इस्तेमाल किया जाता हैं और दूध में प्रोटीन, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन यानी की विटामिन बी2 होता है. इनके अलावा इसमें विटामिन ए, डी, के और ई सहित फास्फोरस और मैग्रेशियम पाए जाते हैं. जो शारीर को एनर्जी देने का काम करता हैं. जिन लोगों को व्रत के दौरान ऑफिस जाना पड़ता है या हल्काफुल्का काम करना पड़ता है , तो वैसे लोगों के लिए मखाने की खीर बेस्ट फलहार माना जाता हैं.

4.) मखाने की खीर बनाने के दौरान हम उस में कई प्रकार के ड्राई फ्रूट्स का इस्तेमाल करते हैं. वहीं व्रत के दौरान पिस्ता को छोड़कर बाकी सभी तरह के नट्स जैसे की काजु, बादाम, अखरोट, सुखा नारियल और अंजीर खाने की सलाह दी जाती हैं. इन सभी नट्स में प्रोटीन और फाइबर के साथसाथ कई जरुरी विटामिन्स और मिनरल्स पाए जाते हैं. आपको बता दे कि ताजे फलों की अपेक्षा नट्स ज्यादा फायदेमंद होते हैं. अगर मखाने की खीर को नट्स डाल कर बनाया जाए तो, यह खीर सेहत के लिए और भी फायदेमंद होगा. ये वैसे लोगों को काफी फायेदा करेगा जिन्हें व्रत के दौरान कमजोरी महसूस होती है या चक्कर आने जैसी समस्या होती हैं.

5.) बारिश के मौसम में व्रत रखने वाले कई लोगों को पित्त के असंतुलन की शिकायत रहती है. तो वैसे लोगों के लिए मखाने का खीर फायदेमंद हो सकता हैं.

6.) मखाना की खीर खाने से आँखों की रौशनी अच्छी होती हैं.

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