पिछले लंबे समय से सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रहा था जिसमें एक युगल जोड़े की प्रेम कहानी के बारे में बताया जा रहा था. इस कहानी में जितने जुबान उतानी बाते निकलर सामने आ रही थी. इस जोड़ी का नाम है छोटू कुमार और आरती कुमारी. इस प्रेम कहानी में मोड़ तब आता है जब आरती के घर पर छोटू की हत्या कर दी जाती है. इस हत्या को लेकर भी कई तरह के तर्क मीडिया में आए हैं. कई अलग अलग रूपों में इसे लोगों के सामने प्रस्तुत किया गया. लेकिन हत्या की सच्चाई क्या है यह किसी को पता नहीं चला. कई लोगों ने कहा कि करेंट देकर मारा गया है तो कई लोगों ने कहा कि पिटपिट कर मार दिया गया है. इस घटना को लेकर छोटू के पिता ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि छोटू की हत्या करने के मामले में सात लोगों को नामजद अभियुक्त बनाया है जिसमें आरती के पिता, भाई रविकांत यादव, शशिकांत यादव, जीजा पवन यादव और भाभी रूबी देवी के साथ ही चंदन यादव को आरोपी बनाया गया है.

छोटू की मौत के बाद आरती ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि उसने छोटू को पहले से नहीं देखा था. दो साल से मोबाइल पर वह बात करती थी. फोन पर बात करने के दौरान प्यार हो गया तथा हमने शादी का फैसला कर लिया. उसे देखने तथा बात करने के लिए फोन कर उसे बुलाया था. वह मेरे आया, यहां आने के बाद इस बात की जानकारी भाभी को हुई, उन्हें भैया को बताया. भैया छोटू को पकड़कर दूसरे कमरे में बंद कर दिया. उसके बाद परिवार के लोग मारपीट करने लगे. उसके बाद बहनोई ने कहा कि दोनों को जान से मार दो. घरवालों ने छोटू को एक कमरे में और मुझे दूसरे कमरे में बंद कर दिया. फिर आरती ने बताया कि जब छोटू का शव देखे तो लगा कि उसे बिजली का करेंट दिया गया है.

इस घटना के बाद आरती छोटू के शव के साथ उसके घर आ गई और यहीं रहने लगी. और अपने प्रेमी छोटू के आरोपियों को सजा दिलाने की मांग करने लगी. इस दौरान व अपने आप को छोटू की विधवा बता कर छोटू के घर में रह रही थी. इतना ही नहीं इस दौरान उन्होंने यह भी कहा था कि हम छोटू की याद में जीवन भर विधवा बनकर रहेंगे. इस दौरान आरती की तबीयत खराब हो गई तो उसका इलाज भी छोटू के पिता ने करवाया था. इलाज के बाद आरती को छोटू के पिता अपने घर लेकर आ गए थे. फिर अचानक से एक दिन खबर सामने आया जिसमें यह बताया जा रहा है कि आरती कुमार ने छोटू के बड़े भाई मनू से शादी कर ली है. कहा जा रहा है कि यह शादी आरती की रजामंदी से हुई है. साथ ही यह भी बताया जा रहा है कि इस शादी में कन्यादान छोटू के बहन के ससूर ने किया है. मीडिया में चल रही खबरों की माने तो समाज और परिवार की आपसी रजामंदी से यह शादी 25 नवंबर 2022 को गांव के ही मंदिर में किया गया है.

आपको बता दें कि जिस समय छोटू का शव उसके घर आया था और उसके साथ आरती भी आई थी उसके कुछ ही दिनों के बाद यह खबर भी सामने आया था कि छोटू के भाई के साथ आरती की शादी हो सकती है. हालांकि उस समय मनू की शादी तय थी लेकिन इस घटना के बाद शादी नहीं हो पाई जिसके बाद वह गुजरात के एक राइस मिल में काम करने के लिए चला गया था. जिसके बाद वह 24 नवंबर 2022 को अपने घर पहुंचा और 25 नवंबर को उसकी शादी हो गई. हालांकि इस शादी के पीछे यह दलील दी जा रही है कि समाज के लोगों ने कहा कि कुंवारी लड़की को कब तक बिना ब्याही घर में रखोगे यह ठीक नहीं है. जिसके बाद छोटू के पिता उमेश यादव ने समाज और आरती की सहमती से इन दोनों की शादी छोटू के बड़े भाई मनू से कर दी.

अब आरती और मनू की शादी को लेकर कई सवाल पुछे जा रहे हैं. समाजिक कार्यकर्ता वीणा मानवी ने इस शादी पर सीधा सीधा आरोप लगाया है. बता दें कि वीणा मानवी आरती को न्याय दिलाने के लिए तेजस्वी यादव तक गई थी. ऐसे में अब वह कह रही है कि जब वह दुःख में थी तो हमलोग साथ थे लेकिन जब वह खुश थी तो कम से कम एक बार हमे तो फोन करती. साथ ही उन्होंने यह भी आरोप लगाया है कि आरती की शादी जेठ के साथ हुई है जोकि गलत है. हमारे समाज में यह भी कहा जाता है कि परिवार में अगर किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो एक साल तककोई शुभ कार्य नहीं होता है या फिर होली के बाद शुभ कार्य किया जाता है. ऐसे में आरती के ऊपर दोनों तरह के आरोप लग रहे हैं.

शादी के बाद आरती से यह पूछा गया कि छोटू की हत्या के बाद आपने कहा था कि अपने प्रेमी की विधवा बनकर रहुंगी लेकिन पांच महीने के भीतर ऐसा क्या हो गया कि आपने शादी करने का फैसला कर लिया. जवाब में आरती ने कहा कि वो समय क्या था, आप सभी लोग जानते हैं, आप सभी लोग देख ही रहे हैं. मानसिक रूप से डिप्रेश हो चुकी थी. घर समाज के लोगों की रायसहमति से ऐसा हुआ है. मैंने छोटू के भाई से शादी की है. जीवन में आगे बढ़ने का आधिकार सबको है.

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