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टीम इंडिया की दूसरे दीवार, जिसकी बल्लेबाजी में सचिन की झलक दिखती थी !

Bihari News

टीम इंडिया की दूसरी दीवार आजिंक्य रहाणे जिसकी बल्लेबाजी में सचिन की झलक दिखती थी

जब रहाणे की कप्तानी में टीम इंडिया ने 32 साल बाद कंगारूओ को धूल चटाई

रहाणे की कप्तानी की दुनिया है फैन , फिर क्यों छीनी गई कप्तानी

टीम इंडिया की दीवार अब वापसी के लिए क्यों तरस रहा है

अजिंक्य रहाणे जिसके कवर ड्राइव के मुरीद क्रिकेट के भगवान भी है

क्रिकेट … एक ऐसा लफ्ज जिसे सुनकर करोड़ों प्रसंशको को एक सुकून सा मिलता है। क्रिकेट वो लफ्ज जो करोड़ो क्रिकेट प्रेमियों की धड़कन में बसता है। क्रिकेट एक ऐसा लफ्ज जिसने ना जाने कितने लोगों को जीना सिखाया है। क्रिकेट एक ऐसा खेल जिससे ना जाने कितनी दास्तान जुड़ी हुई है। दोस्तों आज की दुनिया में क्रिकेट खेलने वालों की संख्या करोड़ों में है। बचपन से ही क्रिकेटर बनने का शौक युवा पीढ़ी में देखते ही बनती है। या फिर यूं कहें कि क्रिकेटर बनने का सपना हर एक युवा पीढ़ी देख रही है। अपने देश के लिए क्रिकेट खेलने का सपना बहुत लोग संजोते है। लेकिन ये ख्वाब महज कुछ ही लोग पूरा कर पाते है। क्रिकेटर बनने की चाह कई लोगों को चमका देती है तो कइयों को बिखेर देती है। दोस्तों क्रिकेट की दुनिया में उन्ही लोगों की चर्चा होती है जो अपनी मेहनत , जज्बे और जुनून की बदौलत अपने देश की क्रिकेट टीम में जगह बना पाते हैं।

दोस्तों भारतीय क्रिकेट टीम में सभी ने दीवार के नाम से मशहूर खिलाड़ी राहुल द्रविड़ का ना तो सुना ही होगा जो कि मौजूदा समय में टीम इंडिया के कोच हैं। टेस्ट क्रिकेट में दो दो दिन तक क्रीज पर बने रहने का माद्दा रखने वाले राहुल द्रविड़ ने जब क्रिकेट को अलविदा कहा तो उनके उत्तराधिकारी की खोज शुरू हुई । वक्त ज्यादा नहीं लगा । मुंबई की गलियों से क्रिकेट की शुरुआत करने वाले अजिंक्य रहाणे, भारतीय टीम का वो खिलाड़ी जिसके डाउन द ग्राउंड शॉट महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर की याद दिलाता है जिसने अपनी बल्लेबाजी से सभी को चौंका दिया। क्रीज पर उसके धैर्य ने राहुल द्रविड़ की याद दिला दी। और तब टीम इंडिया को मिल गई दूसरी दीवार…

आज हम आपके लिए लेकर आए हैं एक ऐसे खिलाड़ी के जीवन की दास्तां जिसे टीम इंडिया की दूसरी दीवार का तमगा हासिल हुआ। एक ऐसे खिलाड़ी के जीवन के खास पहेलुओं के बारे चर्चा करने वाले हैं जिसने अपनी कप्तानी टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में धूल चटा दी। वो बल्लेबाज जिसने विदेशी पिचों पर कहर बरपाया लेकिन भारतीय पिचों पर रन के लिए तरसता रहा। हम बात करने वाले है। आजिंक्य रहाणे की….

अजिंक्य रहाणे का जन्म 6 जून 1988 को महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में हुआ था रहाणे के परिवार में पिता मधुकर रहाणे, माता सुजाता रहाणे, एक छोटा भाई और एक छोटी बहन भी है जिनका नाम शशांक और अपूर्वा रहाणे है। दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा मुंबई के एस वी जोशी हाई स्कूल डोंबिवली से की थी। रहाणे को बचपन से ही क्रिकेट से लगाव था। मुंबई ने ना जाने कितने खिलाड़ी टीम इंडिया को दिए है। रहाणे जब भी स्कूल से आते तो विनोद कांबली, संजय मांजरेकर और सचिन तेंदुलकर की बैटिंग देखना नहीं भूलते थे। 6 साल की उम्र तक रहाणे के अंदर क्रिकेट खेलने का जोश पनप रहा था। लेकिन परिवार ने पढ़ाई पर अधिक ध्यान लगाने को कहा। रहाणे की क्रिकेट के प्रति ललक और जिज्ञासा देखकर उनके पिता से रहा नहीं गया । रहाणे जब सात साल के हुए तो उन्हें क्रिकेट खेलने की छूट दे दी गई। पिता मधुकर रहाणे ने बेटे अजिंक्य को डोंबिवली के पास एक क्रिकेट क्लब में एडमिशन दिला दिया था। पिता जानते थे कि उनकी आर्थिक ठीक नहीं है। इस बात को अजिंक्य समझ गए थे। इसलिए वे क्रिकेट कैंप तक पैदल ही चलकर जाते थे। रहाणे ने एक बार एक इंटरव्यू में कहा था कि घर से क्रिकेट कैंप 8 किलोमीटर था। रहाणे ने यह भी बताया था कि उनकी मां सुजाता गोद में छोटे बेटे शशांक को लेती दूसरे हाथ से रहाणे की क्रिकेट किट उठाती। और रोज क्रिकेट कैंप लेने वा छोड़ने जाती थी। रहाणे जब प्रैक्टिस कर थक जाते थे तो मां से ऑटो में चलने को कहते। लेकिन उनकी मां यह नहीं कह पाती की उनके पास ऑटो से चलने के लिए पैसे नहीं है।

अजिंक्य रहाणे के खेल को देखकर क्लब के कोच ने उनके पिता से कहा आपके बेटे के पास अच्छी क्रिकेट टेक्निक है। आप इसे और अच्छी कोचिंग दिलवाओ। 17 साल की उम्र में रहाणे को कोच प्रवीण आमरे की देखरेख में रखा गया। रहाणे ने प्रवीण आमरे से क्रिकेट के छोटे बड़े सभी क्रिकेट गुण सीखे।

साल 2007 आजिंक्य रहाणे के करियर के लिए किस्मत बदलने वाला साल साबित हुआ। साल 2007 जगह करांची … मुंबई और अर्बन टीम के बीच मोहम्मद निसार ट्रॉफी का मैच खेला जाना था। लेकिन कुछ निजी कारणों की वजह से मुंबई टीम के कई सारे खिलाड़ियों ने एनमौके पर अपना नाम टीम से वापस ले लिया। ऐसे में आनन फानन में मुंबई टीम के चयनकर्ताओं ने ग्रेड बी के कुछ खिलाड़ियों को टीम में शामिल कर लिया। इन्ही खिलाड़ियों में से एक नाम था आजिंक्य रहाणे का।

32 इंच कमर 40 इंच छाती 5 फुट 6 इंच का दुबला पतला लड़का अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू करने जब मैदान पर उतरा तो किसी ने यह सोचा नहीं था। इस मैच के बाद रहाणे की किस्मत बदलने वाली है। अपने पहले ही मैच में अजिंक्य रहाणे ने शानदार 143 रनों की पारी खेलकर सुर्खिया बटोरी। इस बेहतरीन पारी का इनाम रहाणे को कुछ महीने बाद होने वाली रणजी ट्रॉफी के लिए मुंबई टीम में हो गया । रहाणे का पहला रणजी सीजन कुछ खास नहीं रहा। लेकिन दूसरे सीजन में उनका बल्ला जमकर बोला और 1089 रन बना डाले। रहाणे के शानदार प्रदर्शन से मुंबई ये रणजी सीजन जीत गई। इसके बाद रहाणे ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कई साल रणजी में बिताने के बाद रहाणे के लिए टीम इंडिया का दरवाजा खुल गया। साल 2011 में एकदिवसीय श्रृंखला के लिए इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम में रहाणे को टीम में चुन लिया गया। इसके बाद रहाणे को इसी टीम के खिलाफ अपना पहला टी 20 मैच खेलने का मौका मिला। पहले ही मैच में 61 रनों की पारी खेली। और रहाणे को एक उभरता हुआ सितारा बना दिया। साल 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे गई भारतीय टेस्ट टीम में रहाणे को शामिल किया गया। टीम में सचिन , सहवाग, द्रविड़ जैसे दिग्गजों के होने से रहाणे को मौका नहीं मिला। लेकिन अगले साल भारत दौरे पर आई ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ उन्हे डेब्यू करने का मौका मिल गया।

रहाणे में एक खास बात यह थी कि जब भी टीम विदेशी दौरे पर जाती तो रहाणे का बल्ला खूब गरजता। लेकिन भारतीय पिचों पर उन्हें उतना ही संघर्ष करना पड़ता। दोस्तों रहाणे के खिलाफ एक अच्छा रिकॉर्ड यह है कि जब भी उन्होंने शतक जमाया है टीम इंडिया को जीत मिली है। साल 2020 -21 के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले टेस्ट के बाद टीम की कमान रहाणे को मिली थी। 36 रन पर ऑल आउट होने वाली टीम इंडिया बुरे दौर से गुजर रही थी। तब रहाणे ने अपनी शानदार कप्तानी और बैटिंग से ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में 32 सालों बाद गाबा के मैदान में हराया था और 3-1 से सीरीज अपने नाम की थी। टेस्ट , वनडे और टी 20 क्रिकेट में अपनी धाक जमा चुके रहाणे ने रणजी करियर के शुरुआत में ही आईपीएल में दस्तक दे चुके थे। जब उन्हें एक करोड़ रुपए में कोलकाता नाइट राइडर्स ने टीम में शामिल किया। इसके बाद रहाणे सीजन दर सीजन कभी राजस्थान रॉयल्स, दिल्ली कैपिटल और फिर कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा बने। रहाणे मौजूदा समय में चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा है। दोस्तों टेस्ट क्रिकेट में टीम इंडिया के लिए दीवार बनकर बेजोड़ पारियां खेलने वाले आजिंक्य रहाणे आज टीम में वापसी के लिए तरस रहे है।

आइए अब नजर डालते है अजिंक्य रहाणे के क्रिकेट करियर पर.. रहाणे ने 2013 से लेकर 2022 तक के टेस्ट करियर में 82 मैच खेलें है जिसमें 4931 रन बनाए है। वनडे क्रिकेट के 90 मैचों मे 2962 रन बनाए तो वहीं टी 20 करियर के 20 मैचों मे 20 की औसत से 375 रन बनाए है। साल 2008 से लेकर 2022 के आईपीएल करियर पर नजर डालें तो 158 मैच खेले जिसमें 30 की औसत से 4074 रन बनाए है। दोस्तों कुछ खिलाड़ियों का सफर भले ही छोटा हो लेकिन अपने खेल से एक बड़ी छाप छोड़ जाते है। आजिंक्य रहाणे उन्हीं में से एक है।

दोस्तों, टीम इंडिया में बढ़ते कंपटीशन और रहाणे की खराब फार्म क्या उन्हे अब टीम इंडिया के लिए अब कभी खेलने को मिलेगा? आप हमें अपनी राय कमेंट करके बता सकते हैं

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