बिहार में आय दिन पुलब्रिज निर्माण की बातें की जाती हैं. एक बार फिर बिहार के भागलपुर जिलें में बिहार सेतु बनाने का काम शुरू कर दिया गया हैं. बता दे कि नदी के ऊपर बनाया गया यह सेतु बिहार का सबसे लम्बा नदी सेतु होगा. जानकारी के लिए बता दे कि भागलपुर के बिहपुरवीरपुर के बीच कोसी नदी पर सूबे का सबसे लम्बा फोरलेन पुल का निर्माण किया जा रहा हैं. यह पुल भागलपुर के विक्रमशिला उअर सुल्तानगंज में बनाये गए पुल से भी लम्बा होगा. अगर हम विक्रमशिला और सुल्तानगंज के पुल की लम्बाई की बात करें तो, विक्रमशिला पुल की लम्बाई 4.70 किमी है और सुल्तानगंज पुल की लम्बाई 3.16 किमी हैं. इस पुल के निर्माण से दक्षिण और उत्तर बिहार के लोगों को काफी सहायता मिलेगी क्योंकि इससे उनके बीच की दुरी कम हो जाएगी. वहीं अगर इस पुल की लम्बाई की बात करें तो, इसकी लम्बाई 28.918 किलोमीटर की है. सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के द्वारा भागलपुर जिले में इस पुल के निर्माण का काम मुंबई की एफकौन कंपनी को सौपा गया हैं.

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि परियोजना के तहत इस पुल का निर्माण 6.94 किमी की लम्बाई से कोसी नदी पर की जा रही हैं. वहीं पुल के दोनों ओर 21.988 किमी सड़क का भी निर्माण करवाया जा रहा हैं. इस परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य सरकार के द्वारा 2024 तक रखा गया हैं. बताते चले की इस पुल के निर्माण में कुल लागत 996 कारोड़ की है. वहीं लंबे समय से विचाराधीन रहे एनएच-106 मिसिंग लिंक जिसकी लम्बाई 30 किलोमीटर है, बिहपुर से फुलौत तक कोसी नदी पर बन रहे पुल का पाया हरिओ के त्रिमुहान घाट तक बनाया जा रहा है.

अगर हम इस पुल के निर्माण से होने वाले फायदे को देखे तो, बिहपुर से वीरपुर तक फोरलेन परियोजना के तहत बन रहे इस पुल से क्षेत्र की कनेक्टिविटी बढ़ेगी. वहीं परियोजना में लगे एक्सपर्ट्स का इस पुल के निर्माण को लेकर कहना है कि इस पुल के निर्माण के बाद उत्तर बिहार और दक्षिण बिहार के बीच की दुरी में कमी आएगी और लोग बड़ी आसानी से परिवहन कर सकेंगे. इसके साथ ही फोरलेन के दोनों ओर 22 किलोमीटर सड़क का भी निर्माण किया जा रहा हैं. इस पुल के निर्माण से बिहार के लोगों को काफि फायेदा मिलने वाला हैं.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *